क्या आप मन की अशांति या अदृश्य नकारात्मकता से परेशान हैं? 🙏
एकादशी पर गाजियाबाद स्थित इस्कॉन मंदिर में होने वाले 24 घंटे के अखंड कृष्ण कीर्तन विशेष आयोजन में सम्मिलित हों और भक्ति की शक्ति का अनुभव करें। 🎶✨
सनातन धर्म में एकादशी को भगवान विष्णु और उनके अवतार श्रीकृष्ण की उपासना के लिए सबसे पवित्र दिन माना गया है। शास्त्रों में वर्णन है कि जब असुर मुरी ने देवताओं और समस्त सृष्टि को संकट में डाला, तब भगवान विष्णु ने योगनिद्रा के समय अपने शरीर से एक दिव्य स्त्री शक्ति उत्पन्न की। इस शक्ति ने मुरी का वध किया और तब भगवान ने उसे वरदान दिया कि हर महीने की ग्यारहवीं तिथि को जो भक्त उपवास और पूजा करेगा, वह उनके कृपा का अधिकारी बनेगा। तभी से यह तिथि “एकादशी” के नाम से प्रसिद्ध हुई और विष्णु-भक्ति के लिए विशेष मानी गई।
वहीं धार्मिक दृष्टि से भी यह अवसर अत्यंत शुभ है। श्रवण नक्षत्र, जो भगवान विष्णु का नक्षत्र माना गया है, इस दिन की आध्यात्मिकता को और प्रबल बनाता है। “श्रवण” का अर्थ है “सुनना”, और यही नक्षत्र इस बात को दर्शाता है कि भगवान का नाम सुनना और गाना साधक के हृदय को शांति और भक्ति से भर देता है।
भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं भगवान कृष्ण ने भी गीता और पुराणों में एकादशी के पालन का महत्व समझाया है। उन्होंने भक्तों से कहा है कि इस दिन व्रत और उपासना से आत्मिक शांति और साधना की गहराई प्राप्त होती है। एकादशी केवल उपवास का दिन नहीं, बल्कि भक्ति का उत्सव है, जो साधक को नकारात्मकता से दूर करके आंतरिक शक्ति और संतुलन देता है।
🪔 अखंड कीर्तन और विशेष पूजा
इसी परंपरा को जीवंत रखते हुए गाज़ियाबाद स्थित इस्कॉन मंदिर में इस एकादशी पर 24 घंटे का अखंड कृष्ण कीर्तन और विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव में भक्त निरंतर हरिनाम संकीर्तन में भाग लेंगे। सामूहिक स्वर में जब “हरे कृष्ण” महामंत्र का उच्चारण होता है, तो वातावरण पवित्र और ऊर्जा से भर जाता है।
इस आयोजन में 1,00,008 हरे कृष्ण महा मंत्र जाप, विष्णु सहस्रनाम पाठ और अखंड हरिनाम संकीर्तन शामिल हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि नाम-स्मरण ही कलियुग में भक्ति का सबसे सरल और प्रभावी साधन है। जब भक्त समुदाय एक स्वर में कीर्तन करता है, तो साधना का अनुभव और भी गहन हो जाता है।
🙏 आप भी इस्कॉन मंदिर, गाज़ियाबाद में आयोजित इस अखंड कृष्ण कीर्तन विशेष अनुष्ठान में सम्मिलित होकर भगवान के नाम का स्मरण कर सकते हैं और अपने जीवन में भक्ति, शांति और सकारात्मकता का अनुभव कर सकते हैं।