कर्ज़ या कर्ज़ का बोझ सिर्फ पैसों तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह मन और आत्मा पर भी भारी पड़ता है। जब जीवन में लगातार आर्थिक परेशानी, तनाव या पारिवारिक कलह बनी रहती है, तो ऐसा माना जाता है कि इसका कारण अधूरे कर्मों का कर्ज़ या पितृ दोष भी हो सकता है। ऐसे समय में भगवान लक्ष्मी नरसिंह की पूजा बहुत लाभदायक मानी जाती है। वे कर्ज़ नाशक रूप में जाने जाते हैं, यानी जो हर तरह के कर्ज़ और रुकावटों को खत्म करते हैं और भक्त को मानसिक शांति देते हैं।
🦁 भगवान नरसिंह की शक्ति- जो डर और कर्ज़ दोनों को मिटाए
भक्त प्रह्लाद की कथा सबको ज्ञात है। उनके पिता हिरण्यकशिपु बहुत अहंकारी और अत्याचारी थे। उन्हें कोई नहीं हरा पा रहा था, तब भगवान विष्णु ने नरसिंह रूप में अवतार लिया आधे मनुष्य और आधे सिंह के रूप में और प्रह्लाद की रक्षा की। इसी तरह, भगवान नरसिंह भक्तों के जीवन में भी उन मुश्किलों और कर्ज़ों को खत्म करते हैं, जिनसे निकलना आम इंसान के लिए कठिन होता है।
कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन की जाने वाली लक्ष्मी नरसिंह कर्ज़ नाशक पूजा और कर्ज़ मुक्ति हवन बहुत शुभ मानी जाती है। इस विशेष पूजा में 11,000 नरसिंह मूल मंत्रों का जाप किया जाता है। यह जाप भगवान को समर्पित एक दिव्य साधना होती है, जो कर्ज़, तनाव और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सहायक होती है। हवन के दौरान दी जाने वाली हर आहुति के साथ जीवन के दुःख, चिंता और कर्ज़ का प्रभाव कम होता है। ऐसा माना जाता है कि इस पूजा के बाद माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में शांति, स्थिरता और समृद्धि आती है।
श्री मन्दिर के माध्यम से कराई जाने वाली यह विशेष पूजा, जीवन से कर्ज़ के बोझ को दूर करने और मन की शांति प्राप्त करने का एक श्रेष्ठ उपाय मानी जाती है।