भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
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भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष

सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा

भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए
temple venue
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर , खंडवा, मध्य प्रदेश
pooja date
14 सितम्बर, शनिवार, पार्श्व एकादशी
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण के लिए पार्श्व एकादशी सत्य नारायण विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा

हिंदु धर्म में एकादशी तिथि को सबसे शुभ तिथियों में से एक माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पार्श्व एकादशी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपनी शयन मुद्रा बदलते हैं, यानि वे बाईं से दाईं ओर करवट बदलते हैं। इसलिए इस एकादशी को पार्श्व परिवर्तिनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन को भगवान विष्णु के इस दिव्य परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है। कुछ स्थानों पर, पार्श्व एकादशी के दिन भगवान विष्णु के वामन अवतार की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि पार्श्व एकादशी के दिन जगत के पालनहार माने जाने वाले भगवान विष्णु की पूजा करने से उनका दिव्य आशीष प्राप्त होता है। स्कंद पुराण के अनुसार, भगवान सत्यनारायण श्री हरि विष्णु के ही एक स्वरूप हैं। पुराणों में सत्यनारायण व्रत की कथा को बहुत महत्व दिया गया है। सत्यनारायण कथा की महिमा स्वयं भगवान सत्यनारायण ने नारद मुनि को सुनाई थी। ऐसा माना जाता है कि इस शुभ पार्श्व एकादशी पर यह व्रत कथा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है, जिससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।

शास्त्रों में वर्णित है कि सत्यनारायण कथा करने से व्यक्ति को हजारों वर्षों तक किए गए यज्ञ के बराबर फल मिलता है। ऐसी मान्यता है कि एकादशी के दिन इस कथा को करने से सभी दुख एवं दरिद्रता से मुक्ति मिल सकती है। वहीं, पार्श्व एकादशी पर नवग्रह शांति पूजा करना भी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि यह पूजा कुंडली में ग्रह दोषों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद करती है, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। शास्त्रों के अनुसार, भगवान विष्णु की कृपा से व्यक्ति अपनी कुंडली के सभी ग्रह दोषों से मुक्ति पा सकता है और जीवन की नकारात्मक ऊर्जाओं और बाधाओं को दूर कर सकता है। मान्यता है कि पार्श्व एकादशी पर सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा करने से भौतिक सुख-समृद्धि एवं भावनात्मक कल्याण का आशीर्वाद प्राप्त होता है। माना जाता है कि इस समयकाल के दौरान भगवान विष्णु ध्यान निद्रा में रहते हैं, ब्रह्मांड का संचालन भगवान शिव करते हैं। इसीलिए, पार्श्व एकादशी के अवसर पर मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा का आयोजन किया जा रहा है। इस पूजा के साथ गौ पूजन का भी आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और भगवान विष्णु और भगवान शिव का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
भौतिक सुख-समृद्धि की प्राप्ति
मान्यता है कि सत्यनारायण कथा से आर्थिक स्थिरता और समृद्धि आती है। इसलिए, पार्श्व एकादशी के दिन भक्त सत्यनारायण कथा का पाठ करते हैं ताकि वे भौतिक सुख-समृद्धि और भावनात्मक कल्याण का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। इसी दिन, ग्रहों को शांत करने के लिए नवग्रह शांति पूजा करने से ग्रह बाधाओं को दूर किया जा सकता है, जिससे व्यवसाय और प्रोफेशनल जीवन में सफलता की संभावना बढ़ती है। भगवान सत्यनारायण के आशीर्वाद से सभी नवग्रहों के अनुकूल प्रभावों के कारण व्यावसायिक लक्ष्यों और आर्थिक विकास को प्राप्त करने में मदद मिलती है।
puja benefits
भावनात्मक कल्याण के आशीर्वाद के लिए
माना जाता है कि पार्श्व एकादशी के दिन सत्यनारायण कथा के साथ नवग्रह शांति पूजा करने से ग्रहों के प्रभावों में सामंजस्य स्थापित होता है, जो आंतरिक शांति और मानसिक संतुलन को बढ़ावा दे सकता है। भगवान सत्यनारायण और नौ ग्रहों का आह्वान करके भक्तों को आंतरिक शांति और भावनात्मक संतुलन की प्राप्ति हो सकती है। यह अनुष्ठान नकारात्मक भावनाओं को दूर करने और सकारात्मकता को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो सकता है।
puja benefits
अच्छे स्वास्थ्य के आशीर्वाद के लिए
माना जाता है कि सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा शरीर और मन को शुद्ध करके समग्र कल्याण को बढ़ावा देती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान नारायण की कृपा से दुखों का निवारण हो सकता है, जिससे व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। विशेष रूप से, नवग्रह शांति पूजा स्वास्थ्य पर ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति के प्रभावों को कम करने के लिए की जाती है, जिससे बेहतर स्वास्थ्य और जीवन शक्ति सुनिश्चित हो सकती है।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा चयन करें

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हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
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पूजा वीडियो एवं प्रसाद

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर , खंडवा, मध्य प्रदेश

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर , खंडवा, मध्य प्रदेश
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, इन्हें स्वयंभू लिंग माना जाता है। यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के बीच मन्धाता या शिवपुरी नाम के द्वीप पर स्थित है। यहां ज्योतिर्लिंग दो स्वरूप में मौजूद है। जिनमें से एक को ममलेश्वर के नाम से और दूसरे को ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है। ममलेश्वर नर्मदा के दक्षिण तट पर ओंकारेश्वर से थोड़ी दूर स्थित है। अलग होते हुए भी इनकी गणना एक ही की जाती है। ओमकार का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। मान्यता है कि मां नर्मदा भी यहां स्वयं ॐ के आकार में बहती हैं। शास्त्रों के अनुसार ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है। पुराणों में स्कन्द पुराण, शिवपुराण व वायुपुराण में ओम्कारेश्वर क्षेत्र की महिमा का उल्लेख है।

पौराणिक कथा के अनुसार भोलेनाथ तीनों लोकों के भ्रमण के बाद यहां रात्रि में शयन के लिए आते हैं। कहते हैं पृथ्वी पर ये एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां शिव-पार्वती रोज चौसर पांसे खेलते हैं। रात्रि में शयन आरती के बाद यहां प्रतिदिन चौपड़ बिछाए जाते हैं और गर्भग्रह बंद कर दिया जाता है। आश्चर्य की बात है कि जिस मंदिर के भीतर रात के समय परिंदा भी पर नहीं मार पाता है वहां हर दिन चौपड़ बिखरे पाए जाते हैं। यह तथ्य इस मंदिर के धार्मिक महत्व को और बढा देता है यही कारण है कि सभी तीर्थों के दर्शन पश्चात ओंकारेश्वर के दर्शन व पूजन विशेष महत्व है। तीर्थ यात्री सभी तीर्थों का जल लाकर ओमकारेश्वर में अर्पित करते हैं, तभी सारे तीर्थ पूर्ण माने जाते हैं अन्यथा वे अधूरे ही माने जाते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
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आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भगवान सत्यनारायण को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भगवान सत्यनारायण को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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