आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ
आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ
आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ
आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ
आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ
आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ
आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ
शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष

51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ

आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए
temple venue
श्री दुर्गा कुंड मंदिर, काशी, उत्तरप्रदेश
pooja date
4 अक्टूबर, शुक्रवार, नवरात्रि द्वितिया
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

आदर्श जीवनसाथी पाने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शारदीय नवरात्रि काशी मंत्र जाप विशेष 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ

हिंदु धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है। हर वर्ष अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है। शारदीय नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी दुर्गा की शक्ति के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्माचारिणी को समर्पित है। मां ब्रह्माचारिणी प्रेम, ज्ञान, तपस्या और वैराग्य की देवी कहा जाता है। माँ ब्रह्मचारिणी का नाम "ब्रह्मा" से लिया गया है, जिसका अर्थ है ज्ञान, और "चारिणी" का अर्थ है भक्ति के मार्ग पर चलने वाली। पौराणिक कथाओं के अनुसार, माँ ब्रह्मचारिणी देवी पार्वती का अविवाहित रूप हैं। उन्होंने भगवान शिव से विवाह करने के लिए हजारों वर्षों तक कठोर तपस्या की थी। कहते हैं कि तपस्या के दौरान मां ब्रह्मचारिणी ने केवल फल, फूल और बिल्व पत्र ही खाकर जीवित रही थी। इसके बाद भी जब भगवान शिव नहीं मानें तो उन्होंने इसका भी त्याग कर दिया और बिना भोजन व जल के अपनी तपस्या जारी रखी। तपस्या के दौरान मां ब्रह्मचारिणी ने सभी प्रकार के मौसमों का सामना किया लेकिन अपनी तपस्या खत्म नहीं की। माँ ब्रह्मचारिणी की यह तपस्या समर्पण और दृढ़ संकल्प की शक्ति को दर्शाती है। भगवान शिव के प्रति उनकी भक्ति आदर्श साथी पाने की प्रतिबद्धता और धैर्य का प्रतीक है।

हिंदू मान्यता के अनुसार, माँ ब्रह्मचारिणी स्वाधिष्ठान चक्र में निवास करती हैं, जो हमारे शरीर में एक ऊर्जा का केंद्र है और हमारी इच्छाओं को नियंत्रित करता है। इसी कारणवश कहा जाता है कि माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से भक्तों की सभी इच्छाएँ पूरी होती हैं। मान्यता है कि यदि नवरात्रि के दूसरे दिन के शुभ अवसर पर मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित मूल मंत्र का जाप किया जाए तो मां ब्रह्मचारिणी द्वारा आर्दश जीवनसाथी को प्राप्त करने और मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि इस दिव्य अनुष्ठान के साथ दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाए तो यह पूजा कई गुना अधिक लाभकारी हो सकती है, क्योंकि दुर्गा सप्तशती को देवी दुर्गा का साक्षात रूप बताया गया है। दुर्गा सप्तशती में मौजूद 700 छंद राक्षसों पर मां दुर्गा की जीत की कथा बताते हैं। कहते है ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप एवं दुर्गा सप्तशती पाठ एक साथ करने से एक शक्तिशाली ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो मन और आत्मा को शुद्ध करती है। इसलिए, नवरात्रि के दूसरे दिन पर काशी के श्री दुर्गा कुंड मंदिर में 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और मां दुर्गा और मां ब्रह्मचारिणी द्वारा आर्दश जीवनसाथी प्राप्त करने और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
आर्दश जीवनसाथी प्राप्त करने के लिए
भगवान शिव को अपने पति के लिए घोर तपस्या करने वाली माँ ब्रह्मचारिणी प्रेम, भक्ति और दृढ़ संकल्प की प्रतीक मानी जाती हैं। कहा जाता है कि उनके आशीर्वाद से भक्त अपने जीवन में प्रेमपूर्ण और आदर्श जीवनसाथी प्राप्त कर सकता है। मान्यता है कि नवरात्रि के दूसरे दिन पर काशी के श्री दुर्गा कुंड मंदिर में 51,000 ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र जाप और दुर्गा सप्तशती पाठ करने से आर्दश जीवनसाथी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
puja benefits
सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए
मानव इच्छाओं को नियंत्रित करने वाले स्वाधिष्ठान चक्र में मां ब्रह्मचारिणी का वास माना जाता है। मान्यता है कि माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा से इस चक्र को सक्रिय किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण कर सकता है। नवरात्रि के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की उपासना को अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन यह पूजा करने से भक्त जीवन के व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
puja benefits
आध्यात्मिक विकास और आंतरिक शक्ति के लिए
माँ ब्रह्मचारिणी ने अपनी घोर तपस्या के माध्यम से धैर्य, अनुशासन और अटल समर्पण की शक्ति का संदेश दिया है। मान्यता है कि ब्रह्मचारिणी मूल मंत्र का जाप करने से भक्तों का आध्यात्मिक विकास होता है और दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से जीवन की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता बढ़ती है। इस पूजा से व्यक्ति को भीतर से वह शक्ति प्राप्त होती है, जो जीवन की हर बाधाओं को पार करने में सहायक होती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री दुर्गा कुंड मंदिर, काशी, उत्तरप्रदेश

श्री दुर्गा कुंड मंदिर, काशी, उत्तरप्रदेश
भगवान शिव की नगरी काशी में स्थापित श्री दुर्गा कुंड मंदिर, जहाँ माँ आदिशक्ति दुर्गा अदृश्य रूप में विराजमान है। मान्यता है की माता रानी का यह मंदिर आदिकालीन है तथा यह सिद्ध मंदिर काशी के प्राचीनतम मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर का उल्लेख स्कन्द पुराण के काशी खंड में भी पाया जाता है। इस मंदिर में माँ दुर्गा यंत्र के रूप में विराजमान है। इस मंदिर का जीर्णोद्धार 17वीं शताब्दी में रानी भवानी ने करवाया था। इस मंदिर के एक तरफ कुंड है, जिसे दुर्गा कुंड कहा जाता है।

मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है की शुंभ-निशुंभ का वध करने के बाद मातारानी ने यहाँ विश्राम किया था। भक्तों में यह आस्था है की माँ दुर्गा यहाँ अपने चौथे स्वरुप कुष्मांडा के रूप में स्थित है। इसलिए नवरात्रि में इस मंदिर में देश के हर एक कोने से असंख्य श्रद्धालु दर्शन एवं पूजा-अर्चना करने आते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ण होने का आशीष प्राप्त करते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री दुर्गा कुंड मंदिर में मां ब्रह्मचारिणी और मां दुर्गा को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री दुर्गा कुंड मंदिर में मां ब्रह्मचारिणी और मां दुर्गा को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों