सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम
सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम
सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम
सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम
सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम
सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम
सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम
सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम
काशी काल भैरव विशेष

श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम

सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
temple venue
श्री काल भैरव मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
pooja date
6 अक्टूबर, रविवार, आश्विन शुक्ल चतुर्थी (सुबह 07:50 से)
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

सर्वोच्च साहस एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए काशी काल भैरव विशेष श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम

सनातन धर्म में बाबा भैरव को अलग-अलग नामों से पूजा जाता है। महाराष्ट्र में उन्हें खंडोबा नाम से पूजा जाता है, वहीं दक्षिण भारत में उन्हें शास्ता नाम से जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार बाबा भैरव, भगवान शिव का उग्र रूप हैं और उनका निवास काशी (वाराणसी) में माना जाता है। मान्यता है कि बाबा भैरव स्वंय काशी की रक्षा करते हैं। बाबा काल भैरव की उत्पत्ति से जुड़ी एक पौराणिक कथा है, जिसमें बताया गया है कि एक बार भगवान विष्णु एवं ब्रह्मा जी में सर्वश्रेष्ठता को लेकर विवाद हुआ, जिसमें दोनों एक दूसरे को अपना पुत्र बता रहे थे। तब एक अग्नि स्तंभ प्रकट हुआ और कहा कि जो इसका ओर-छोर जान लेगा, वही सर्वश्रेष्ठ होगा। ब्रह्मा जी हंस रूप में स्तंभ के ऊपरी भाग का पता लगाने गए, जबकि विष्णु जी वराह रूप में निचले भाग का। विष्णु जी ने सत्य बताया कि उन्हें स्तंभ का अंत नहीं मिला, लेकिन ब्रह्मा जी ने झूठ कहा कि उन्होंने अंत का पता लगा लिया। तब अग्नि स्तंभ ने पुरुष रूप लिया और वो भगवान शिव के रूप में प्रकट हुए। शिवजी ने ब्रह्मा जी को असत्य बोलने पर उन्हें कभी न पूजे जाने का श्राप दे दिया। क्रोधित ब्रह्मा जी ने शिवजी को अपशब्द कहे, जिसके कारण शिवजी ने अपने अंश से विकराल भैरव को उत्पन्न किया।

बाबा भैरव ने ब्रह्मा जी के पांचवे मुख को काट दिया, जो उनके हाथ से नहीं छूटा। यह ब्रह्महत्या थी, जिससे मुक्ति के लिए भैरव को सृष्टि का विचरण करना पड़ा। अंततः काशी में भैरव के हाथ से ब्रह्मा जी का कपाल छूट गया और वे ब्रह्महत्या से मुक्त हो गए। तब भगवान शिव ने कहा कि भैरव ने कालचक्र पर विजय प्राप्त की है, इसलिए उनका नाम 'काल भैरव' होगा और वे काशी के कोतवाल रहेंगे, तभी से बाबा काल भैरव काशी की रक्षा करते हैं और भक्तों को बुरी शक्तियों से बचाते हैं। इसी कारणवश माना जाता है कि काशी में काल भैरव की पूजा करने से भक्त के आसपास की नकारात्मक और बुरी ऊर्जाएं दूर होती है और उसे परम साहस का आशीर्वाद प्राप्त होता है। बाबा काल भैरव की पूजा कई प्रकार से की जाती है, जिसमें काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम शामिल है। माना जाता है कि कालभैरवाष्टकम का पाठ करने से बाबा भैरव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के जीवन में आने वाले संकट भी टल जाते हैं। इसीलिए काशी में श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ और कालभैरवाष्टकम का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और काल भैरव का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
सर्वोच्च साहस का आशीष प्राप्त करने के लिए
भगवान भैरव को अपार शक्ति और निर्भयता के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि काशी में बाबा काल भैरव की पूजा करने से भक्तों को अटूट साहस और दृढ़ संकल्प के साथ चुनौतियों का सामना करने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। भैरव का अर्थ है भय को हरने वाला, इसलिए मान्यता है कि जो भी व्यक्ति काशी में श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम करता है उसके भय का नाश होता है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा
मान्यता है कि काशी में भगवान भैरव की पूजा नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए एक ढाल के रूप में काम करती है और जो सभी प्रकार की नकारात्मक, दुष्ट शक्तियों और खतरों से सुरक्षा प्रदान कर सकती है। माना जाता है कि काशी में इस पूजा को करने से भगवान अपने भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा का आशीष प्रदान करते हैं।
puja benefits
बाधाओं से मुक्ति
बाबा काल भैरव काशी के कोतवाल है, जो काशी की और अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। माना जाता है कि काशी में काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ और कालभैरवाष्टकम अनुष्ठान करने से भक्तों के जीवन से सभी बाधाएं और कठिनाइयां दूर होती है और भक्तों को बाबा काल भैरव की कृपा से सुख और कल्याण की प्राप्ति होती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री काल भैरव मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश

श्री काल भैरव मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
महादेव की नगरी कही जानेवाली काशी में भैरव बाबा की मर्जी के बिना कुछ भी नहीं होता है और पूरी नगरी की देखरेख उन्हीं के हाथों में है। पौराणिक कथा के अनुसार एक बार ब्रह्माजी और विष्णुजी के बीच इस बात को लेकर बहस छिड़ी की इनमें सबसे महान कौन है। इस चर्चा के बीच शिवजी का जिक्र आने पर ब्रह्माजी के पांचवें मुख ने शिवजी की आलोचना की, जिससे शिवजी को गुस्सा आया। उसी क्षण भगवान शिव के क्रोध से काल भैरव का जन्म हुआ।

काल भैरव ने शिवजी की आलोचना करने वाले ब्रह्माजी के पांचवें मुख को काट दिया, लेकिन वो मुख काल भैरव के हाथ से अलग ही नहीं हो रहा था। तभी शिव जी ने काल भैरव से कहा, तुम्हे तो ब्रह्म हत्‍या का दोष लग गया। इस दोष को मिटाने का एक ही तरीका है कि तुम तीनों लोकों का भ्रमण करो। जिस स्थान पर ब्रह्मा का ये पांचवां मुख तुम्‍हारे हाथ से छूटेगा, वहीं तुम्हें इस पाप से मुक्‍ति मिलेगी। भैरव बाबा के हाथ से काशी में ब्रह्माजी का मुख अलग हुआ, वहीं उनको मुक्ति मिली। जिसके बाद शिवजी ने काल भैरव को काशी का कोतवाल बनाया। मान्यता है कि यहां विराजित बाबा कालभैरव की अराधना करने से सारा दुख, नजर बाधा, विकार और कष्ट को भी हरते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री काल भैरव मंदिर में भगवान काल भैरव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री काल भैरव मंदिर में भगवान काल भैरव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों