सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए मासिक दुर्गा अष्टमी विशेष श्री श्री चंडी पूजन एवं सप्तशती पाठ
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सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए मासिक दुर्गा अष्टमी विशेष श्री श्री चंडी पूजन एवं सप्तशती पाठ
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सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए मासिक दुर्गा अष्टमी विशेष श्री श्री चंडी पूजन एवं सप्तशती पाठ
मासिक दुर्गा अष्टमी विशेष

श्री श्री चंडी पूजन एवं सप्तशती पाठ

सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए
temple venue
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर, कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल
pooja date
11 सितम्बर, बुधवार, दुर्गा अष्टमी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए मासिक दुर्गा अष्टमी विशेष श्री श्री चंडी पूजन एवं सप्तशती पाठ

हिंदु धर्म में प्रत्येक माह की शुक्ल अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गा अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। यह दिन देवी दुर्गा को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा की अराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। दुर्गा अष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा करने के पीछे एक लोकप्रिय कथा है। एक बार पृथ्वी पर असुरों का आतंक फैल गया था और वो स्वर्ग पर विजय प्राप्त करने लगे थें। इस दौरान असुरों ने कई देवी-देवताओं को भी मार डाला, सभी असुरों में सबसे शक्तिशाली राक्षस महिषासुर था। महिषासुर को हराने के लिए भगवान शिव, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा ने शक्ति के रूप में देवी दुर्गा की रचना की और सभी देवताओं ने देवी दुर्गा को हथियार और कवच प्रदान किए। तब मां दुर्गा पृथ्वी पर प्रकट हुईं और राक्षसों का विनाश किया। तब से दुर्गा अष्टमी का त्योहार मनाया जाने लगा।

मां दुर्गा को शक्ति की देवी के रूप में जाना जाता है। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के कई उपाय हैं, जिनमें से एक है सप्तशती पाठ। श्री दुर्गा सप्तशती में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के सबसे चमत्कारी मंत्र और श्लोक हैं। इस ग्रंथ को देवी भगवती का साक्षात स्वरूप बताया गया है। मान्यता है कि संपूर्ण दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से कवच, अर्गला और कीलक का भक्ति भाव से पाठ करने के समान ही शुभ फल प्राप्त होते हैं। वहीं सप्तशती पाठ के साथ श्री श्री चंडी पूजन करना भी बहुत लाभकारी माना जाता है। वहीं यदि यह पूजा शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में की जाए तो यह और ज्यादा फलदायी हो सकती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जब भगवान शिव देवी सती के जले हुए शरीर को लेकर दुखी होकर तांडव नृत्य कर रहे थे, तब उनके दाहिने पैर का अंगूठा इसी स्थान पर गिरा था। इसी कारण से यह स्थान पवित्र 51 शक्तिपीठों में शामिल है। इसलिए मासिक दुर्गा अष्टमी के शुभ अवसर पर शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में श्री श्री चंडी पूजन एवं सप्तशती पाठ का आयोजन किया जाएगा, मां दुर्गा को समर्पित यह दिव्य अनुष्ठान 6 घंटों तक चलेगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और मां दुर्गा का दिव्य आशीष प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद
शास्त्रों में श्री श्री चंडी पूजन और सप्तशती पाठ का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन श्री श्री चंडी पूजन और सप्तशती पाठ करने से मां दुर्गा द्वारा सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही भक्त के जीवन में सुख, समृद्धि का भी आगमन होता है।
puja benefits
सभी बाधाओं का निवारण
माना जाता है कि श्री श्री चंडी पूजन और सप्तशती पाठ बाधाओं और चुनौतियों को कम करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति को करियर, वित्त और रिश्तों सहित जीवन के सभी पहलुओं में आगे बढ़ने में मदद मिलती है। मासिक दुर्गा अष्टमी के पावन अवसर पर यह विशेष पूजा करने से सभी बाधाओं के निवारण का आशीष प्राप्त किया जा सकता है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
मां दुर्गा सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों का विनाश करने वाली देवी है। इसलिए मान्यता है कि जो भी भक्त मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन श्री श्री चंडी पूजन और सप्तशती पाठ करता है उसे नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा मिलती है और मां दुर्गा का दिव्य आशीष प्राप्त होता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर, कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल

शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर, कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल
कालीघाट मंदिर, जो कोलकाता, पश्चिम बंगाल में स्थित है, हिंदू धर्म के 51 शक्तिपीठों में से एक है और अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है, जो शक्ति, ऊर्जा और विनाश की देवी मानी जाती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यहां देवी सती का दाहिने पैर की उंगली गिरी थी, जब भगवान शिव उनके शव को लेकर तांडव कर रहे थे। इस कारण, यह स्थल अत्यंत पवित्र 51 शक्तिपीठों में शामिल है। यहां इस मंदिर में देवी काली की प्रचण्ड रूप की प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा में देवी काली भगवान शिव की छाती पर पैर रखे नजर आ रही हैं और उनके गले में नरमुंडों की माला है, उनके हाथ में कुछ कुल्हाड़ी और कुछ नरमुंड हैं, कमर में कुछ नरमुंड भी बंधे हुए हैं। उनकी जीभ बाहर निकली हुई है और जीभ से कुछ रक्त की बूंदे टपक रह हैं। गौरतलब है कि प्रतिमा में मां काली की जीभ स्वर्ण से बनी हुई है।

वर्तमान में मौजूद मंदिर का निर्माण सबॉर्नो रॉय चौधरी परिवार और बाबू कालीप्रसाद दत्तो के संरक्षण में किया गया था, जिसका निर्माण सन् 1798 में शुरू हुआ और 1809 में पूर्ण हुआ। कालीघाट मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी बहुत बड़ा है। यह मंदिर कई सैकड़ों वर्षों से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा है, जो यहां आकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। कालीघाट में देवी काली की पूजा से भक्तों को डर, बुराई, और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इसके अलावा, यह मंदिर बंगाल के सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है और यहां के धार्मिक त्योहार, विशेषकर दुर्गा पूजा और काली पूजा, बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में मां दुर्गा को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में मां दुर्गा को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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जय राज यादव

दिल्ली
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

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शिवराज डोभी

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मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों