बच्चों की सुरक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शारदीय नवरात्रि पंचमी विशेष 11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन
बच्चों की सुरक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शारदीय नवरात्रि पंचमी विशेष 11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन
बच्चों की सुरक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शारदीय नवरात्रि पंचमी विशेष 11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन
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बच्चों की सुरक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शारदीय नवरात्रि पंचमी विशेष 11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन
बच्चों की सुरक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शारदीय नवरात्रि पंचमी विशेष 11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन
बच्चों की सुरक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शारदीय नवरात्रि पंचमी विशेष 11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन
शारदीय नवरात्रि पंचमी विशेष

11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन

बच्चों की सुरक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए
temple venue
श्री दुर्गा कुंड मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
pooja date
7 अक्टूबर, सोमवार, नवरात्रि पंचमी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

बच्चों की सुरक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शारदीय नवरात्रि पंचमी विशेष 11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन

सनातन धर्म में नवरात्रि को बहुत ही शुभ माना जाता है। साल भर में चार नवरात्रि मनाई जाती हैं, जिसमें शारदीय नवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण है। कहा जाता है कि नवरात्रि मां भगवती दुर्गा की पूजा करने का सबसे पवित्र समय होता है और इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का पांचवां दिन देवी स्कंदमाता को समर्पित होता है और इस दिन उनकी पूजा की जाती है। स्कंद भगवान कार्तिकेय का दूसरा नाम है और चूंकि मां दुर्गा कार्तिकेय की मां हैं, इसलिए उन्हें स्कंदमाता के नाम से भी जाना जाता है। वह प्रेम और मातृत्व की प्रतिमूर्ति हैं। किंवदंतियों के अनुसार, तारकासुर नाम का एक राक्षस था, जिसे केवल भगवान शिव के पुत्र ही हरा सकते थे। अपने पुत्र स्कंद (कार्तिकेय) को युद्ध के लिए तैयार करने के लिए, मां पार्वती ने स्कंदमाता का रूप धारण किया। उनसे युद्ध की शिक्षा प्राप्त करने के बाद, भगवान कार्तिकेय ने तारकासुर को हराया। स्कंदमाता को अपने बेटे से बहुत प्यार है, यही वजह है कि वह अपने बेटे के नाम से पुकारा जाना पसंद करती हैं। काशी खंड, देवी पुराण और स्कंद पुराण में देवी के इस स्वरूप का भव्य वर्णन मिलता है। इनकी गोद में भगवान कार्तिकेय विराजमान हैं, इसलिए इनकी पूजा करने से कार्तिकेय की भी पूजा होती है। भगवती पुराण में कहा गया है कि नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा करने से ज्ञान और शुभ फल की प्राप्ति होती है। मां अपने भक्तों पर वैसा ही प्रेम बरसाती हैं जैसा अपने पुत्र पर करती हैं। इनकी पूजा से नकारात्मक शक्तियां नष्ट होती हैं और इनके स्मरण मात्र से असंभव कार्य संभव हो जाते हैं। मान्यता है कि स्कंदमाता की पूजा करने से देवी स्वयं बच्चों की रक्षा करती हैं और उन्हें सुरक्षा और कल्याण का आशीर्वाद देती हैं। मां आपके बच्चों को लंबी आयु प्रदान करती हैं। मान्यता है कि नवरात्रि के पांचवें दिन 11,000 मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन करने से मां बच्चों की सभी नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करती हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। इसलिए नवरात्रि पंचमी पर काशी के श्री दुर्गा कुंड मंदिर में यह पूजा आयोजित की जाएगी। देवी दुर्गा का यह मंदिर प्राचीन मंदिरों में से एक है। किंवदंतियों के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि शुंभ और निशुंभ को हराने के बाद माँ दुर्गा ने यहाँ विश्राम किया था। इस मंदिर का उल्लेख स्कंद पुराण के काशी खंड में भी मिलता है। श्री मंदिर के माध्यम से इस मंदिर में पूजा में भाग लें और अपने बच्चों की सुरक्षा और उज्ज्वल भविष्य के लिए स्कंदमाता का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
बच्चों की सुरक्षा एवं खुशहाली के आशीष के लिए
मान्यता है कि नवरात्रि पंचमी के शुभ अवसर पर 11,000 बार मां स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ हवन करने से माता-पिता को अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है। यह पूजा न केवल बच्चों के शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रखती है बल्कि नकारात्मक ऊर्जाओं और प्रभावों से सुरक्षा भी प्रदान करती है, जिससे उनके विकास के लिए सुरक्षित वातावरण बनता है।
puja benefits
बच्चे के उज्ज्वल भविष्य के लिए
देवी स्कंदमाता, जिन्हें विद्यावाहिनी दुर्गा के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है ज्ञान रखने वाली। बच्चों को इनके आशीर्वाद से उनकी बुद्धि, स्मृति और शैक्षणिक उत्कृष्टता के विकास को बढ़ावा मिलता है। माना जाता है कि इनकी पूजा करने से बच्चों को पढ़ाई और समग्र शिक्षा में सफलता के लिए सशक्त बनाया जाता है। नवरात्रि के पांचवें दिन देवी स्कंदमाता के लिए यह पूजा करने से बच्चों को उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद मिलता है, न केवल उनकी शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है बल्कि उन्हें अपने सभी प्रयासों में सफल होने में भी मदद मिलती है।
puja benefits
समृद्धि का आशीर्वाद
मान्यता है कि नवरात्रि पंचमी पर 11,000 माँ स्कंदमाता मूल मंत्र जाप और कवच पाठ यज्ञ करने से बच्चों को सौभाग्य और समृद्धि प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। ऐसा माना जाता है कि देवी स्कंदमाता और भगवान कार्तिकेय के दिव्य आशीर्वाद का आह्वान करने से बच्चों को स्वास्थ्य, खुशी और उनके सभी प्रयासों में सफलता मिलती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री दुर्गा कुंड मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश

श्री दुर्गा कुंड मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
भगवान शिव की नगरी काशी में स्थापित श्री दुर्गा कुंड मंदिर, जहाँ माँ आदिशक्ति दुर्गा अदृश्य रूप में विराजमान है। मान्यता है की माता रानी का यह मंदिर आदिकालीन है तथा यह सिद्ध मंदिर काशी के प्राचीनतम मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर का उल्लेख स्कन्द पुराण के काशी खंड में भी पाया जाता है। इस मंदिर में माँ दुर्गा यंत्र के रूप में विराजमान है। इस मंदिर का जीर्णोद्धार 17वीं शताब्दी में रानी भवानी ने करवाया था। इस मंदिर के एक तरफ कुंड है, जिसे दुर्गा कुंड कहा जाता है।

मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है की शुंभ-निशुंभ का वध करने के बाद मातारानी ने यहाँ विश्राम किया था। भक्तों में यह आस्था है की माँ दुर्गा यहाँ अपने चौथे स्वरुप कुष्मांडा के रूप में स्थित है। इसलिए नवरात्रि में इस मंदिर में देश के हर एक कोने से असंख्य श्रद्धालु दर्शन एवं पूजा-अर्चना करने आते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ण होने का आशीष प्राप्त करते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री दुर्गा कुंड मंदिर में देवी स्कंदमाता को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री दुर्गा कुंड मंदिर में देवी स्कंदमाता को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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रमेश चंद्र भट्ट

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मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों