भय दूर करने और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए भाई दूज मदुरै - मथुरा तीर्थ संयुक्त 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप, कवच पाठ और सुदर्शन हवन
भय दूर करने और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए भाई दूज मदुरै - मथुरा तीर्थ संयुक्त 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप, कवच पाठ और सुदर्शन हवन
भय दूर करने और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए भाई दूज मदुरै - मथुरा तीर्थ संयुक्त 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप, कवच पाठ और सुदर्शन हवन
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भय दूर करने और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए भाई दूज मदुरै - मथुरा तीर्थ संयुक्त 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप, कवच पाठ और सुदर्शन हवन
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भय दूर करने और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए भाई दूज मदुरै - मथुरा तीर्थ संयुक्त 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप, कवच पाठ और सुदर्शन हवन
भाई दूज मदुरै - मथुरा तीर्थ संयुक्त

11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप, कवच पाठ और सुदर्शन हवन

भय दूर करने और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए
temple venue
श्री दीर्घ विष्णु मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश
pooja date
3 नवम्बर, रविवार, कार्तिक शुक्ल द्वितीया
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

भय दूर करने और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए भाई दूज मदुरै - मथुरा तीर्थ संयुक्त 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप, कवच पाठ और सुदर्शन हवन

हिंदू धर्म में भाई दूज का विशेष महत्व है। यह पर्व भाई-बहन के अटूट संबंध को समर्पित होता है। इस त्योहार का नाम दो शब्दों से लिया गया है – ‘भाई,’ जिसका अर्थ है भाई, और ‘दूज,’ जो अमावस्या के बाद के दूसरे दिन का संकेत देता है। भाई दूज दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों की रक्षा और देखभाल का संकल्प लेते हैं। शास्त्रों के अनुसार, माँ पार्वती ने भगवान शिव से विवाह के लिए कठोर तपस्या की थी। अपनी भक्ति के एक हिस्से के रूप में उन्हें शिवलिंग बनाकर महादेव की पूजा करनी थी, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद वे सूखी मिट्टी से शिवलिंग नहीं बना पा रही थीं। उनकी भक्ति को देखकर भगवान विष्णु ब्राह्मण के रूप में उनकी सहायता करने आए। उन्होंने माँ पार्वती को शिवलिंग बनाने में मदद की। भगवान विष्णु की इस सहायता के लिए माँ पार्वती ने उन्हें स्नेहपूर्वक ‘भाई’ कहकर संबोधित किया। भगवान विष्णु के सहयोग से माँ पार्वती ने शिवलिंग की पूजा पूरी की और अपने तप को जारी रखा। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु ने भाई के रूप में महादेव को विवाह के लिए भी सहमत किया। यह कथा उनके गहरे भाई-बहन के संबंध का प्रतीक है। एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, माँ पार्वती ने भगवान विष्णु की कलाई पर एक पवित्र राखी बांधी, जिससे उनका आध्यात्मिक भाई-बहन का संबंध सुदृढ़ हुआ। इसके बदले भगवान विष्णु ने माँ पार्वती को हर चुनौती से रक्षा करने का वचन दिया। इसी कारण कारणवश भाई दूज के दिन माँ पार्वती और भगवान विष्णु के लिए पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, माँ पार्वती की ही तरह माँ मीनाक्षी ने भी भगवान शिव से विवाह के लिए कठोर तपस्या की थी, क्योंकि माँ मीनाक्षी, माँ पार्वती का अवतार मानी जाती हैं। इसलिए इस दिन 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप और कवच पाठ करना अत्यंत शुभ माना गया है। यह पूजा माँ मीनाक्षी की कृपा प्राप्त कर सुरक्षा, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति के लिए की जाती है, जबकि कवच पाठ नकारात्मक शक्तियों के खिलाफ एक सुरक्षा कवच का निर्माण करता है। इसके साथ-साथ, इस दिन भगवान विष्णु से जुड़ी एक शक्तिशाली साधना – सुदर्शन हवन करना भी अत्यंत फलदायी माना जाता है। सुदर्शन हवन एक पवित्र अग्नि अनुष्ठान है, जो भगवान विष्णु के रौद्र और रक्षक रूप सुदर्शन को समर्पित होता है, जिसका प्रतीक सुदर्शन चक्र है। मान्यता है कि कार्तिक मास में भगवान शिव ने सुदर्शन चक्र भगवान विष्णु को प्रदान किया था। मान्यताओं के अनुसार, मदुरै वह पवित्र स्थान है जहाँ माँ मीनाक्षी और भगवान शिव का सभी देवताओं की उपस्थिति में विवाह संपन्न हुआ था। इसलिए मीनाक्षी मंत्र जाप और कवच पाठ का आयोजन इस पवित्र स्थान पर किया जाएगा। वहीं, सुदर्शन हवन का आयोजन श्री दीर्घ विष्णु मंदिर में होगा, जो भगवान विष्णु की आराधना के लिए अत्यंत पवित्र स्थल माना जाता है। मान्यता है कि इन पवित्र मंदिरों में भाई दूज के दिन इन विशेष अनुष्ठानों को करने से भय का नाश होता है और नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा मिलती है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें।

पूजा लाभ

puja benefits
भय दूर करने के आशीर्वाद के लिए
माना जाता है कि 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप और कवच पाठ करने से भक्तों के दिलों से भय दूर हो जाता है। यह शक्तिशाली अनुष्ठान देवी मीनाक्षी की सुरक्षात्मक ऊर्जाओं का आवाहन करता है, जिससे चुनौतियों का सामना करने में शांति और साहस की प्राप्ति होती है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए
मान्यता है कि सुदर्शन हवन करने से भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं और हानिकारक प्रभावों से सुरक्षा मिलती है। भगवान विष्णु की प्रचंड ऊर्जा, जिसका प्रतीक सुदर्शन चक्र है, सभी प्रकार की नकारात्मकता से रक्षा करती है, तथा आध्यात्मिक कवच का निर्माण करती है।
puja benefits
आध्यात्मिक और भावनात्मक शक्ति के लिए
माना जाता है कि 11,000 मीनाक्षी मूल मंत्र जाप, कवच पाठ और सुदर्शन हवन करने से आध्यात्मिक शक्ति और भावनात्मक कल्याण में वृद्धि होती है। इन अनुष्ठानों के माध्यम से देवी मीनाक्षी और भगवान विष्णु के साथ दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे भक्तों को भावनात्मक कठिनाइयों को दूर करने और जीवन की यात्रा में संतुलित रहने में मदद मिलती है।

पूजा प्रक्रिया

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हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
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श्री दीर्घ विष्णु मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश

श्री दीर्घ विष्णु मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश
मथुरा में स्थित श्री दीर्घ विष्णु मंदिर का इतिहास भगवान कृष्ण के युग से जुड़ा हुआ है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जो कोई भी यहाँ भक्तिपूर्वक अपना सिर झुकाता है, भगवान हरि उसके सभी दुखों को स्वयं दूर कर देते हैं। इस मंदिर में पूजा करने से हमारे जीवन के लक्ष्य और आकांक्षाएँ पूरी होती हैं, साथ ही यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ाता है। दीर्घ विष्णु मंदिर का उल्लेख वराह पुराण, नारद पुराण और भगवद गीता में भी मिलता है। वराह पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु कहते हैं कि पृथ्वी, अंतरिक्ष या पाताल में कोई भी स्थान ऐसा नहीं है जो उन्हें मथुरा से अधिक प्रिय हो। इस मंदिर की स्थापना लगभग 4,500 वर्ष पहले हुई थी। इसका निर्माण भगवान कृष्ण के छह भुजाओं वाले रूप को याद करने और यमुना के पवित्र तीर्थ स्थल को बचाने के लिए किया गया था। मंदिर में भगवान कृष्ण का दिव्य रूप दिखाया गया है, जिसे उन्होंने कंस का वध करते समय प्रकट किया था।

पूजा का चयन करें

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व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
मीनाक्षी चोक्कनाथर, श्री दीर्घ विष्णु मंदिर में माँ मीनाक्षी और भगवान विष्णु को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
मीनाक्षी चोक्कनाथर, श्री दीर्घ विष्णु मंदिर में माँ मीनाक्षी और भगवान विष्णु को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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