मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक
मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक
मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक
मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक
मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक
मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक
मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक
राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष

राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक

मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए
temple venue
राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड
pooja date
6 नवम्बर, बुधवार, कार्तिक शुक्ल पंचमी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

मानसिक स्पष्टता एवं बेहतर निर्णय लेने का आशीर्वाद पाने के लिए राहु-केतु शांति नक्षत्र विशेष राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, राहु और केतु स्वर्भानु नामक राक्षस के शरीर से उत्पन्न दो दिव्य प्राणी हैं। स्वर्भानु के सिर को राहु और धड़ को केतु के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु-केतु की दशा चल रही हो, तो इससे प्रयासों में असफलता, पारिवारिक कलह, बुरी आदतों की लत, आर्थिक तंगी और निर्णय लेने में कठिनाई की संभावना बढ़ जाती है। भगवान शिव को राहु और केतु का देवता माना जाता है और मान्यता है कि उनकी पूजा करने से इन ग्रहों के अशुभ प्रभावों में कमी आती है। इसलिए, राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा के साथ शिव रुद्राभिषेक करना बहुत लाभकारी माना जाता है। यह पूजा विशेष रूप से बुधवार के दिन की जाती है, क्योंकि वैदिक ज्योतिष में बुधवार का दिन केतु द्वारा शासित होता है। इस बार बुधवार को मूल नक्षत्र भी लगेगा और इसका स्वामी केतु है। इसलिए बुधवार और मूल नक्षत्र के इस दुर्लभ संयोग में यह पूजा करना अत्यंत प्रभावशाली हो सकती है।

मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा करने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलता है। इसलिए उत्तराखंड के राहु पैठाणी मंदिर में राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा। यह मंदिर देश के उन चुनिंदा राहु मंदिरों में से एक है, जहां भगवान शिव के साथ राहु की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में पूजा करने से भक्तों को राहु देव के साथ भगवान शिव की कृपा भी प्राप्त होती है। इसलिए बुधवार और मूल नक्षत्र के शुभ संयोग पर इस मंदिर में राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा। भगवान शिव का आशीर्वाद पाने और अपनी कुंडली में राहु और केतु के बुरे प्रभावों को कम करने के लिए श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें।

पूजा लाभ

puja benefits
मानसिक स्पष्टता के लिए आशीर्वाद
ज्योतिष के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में राहु-केतु की दशा चल रही है, तो उसे मानसिक स्पष्टता की कमी का अनुभव हो सकता है। इन ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए भगवान शिव की पूजा करना लाभकारी माना जाता है। इसलिए, राहु पैठाणी मंदिर में बुधवार और मूल नक्षत्र के शुभ संयोग पर राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक करके मानसिक स्पष्टता का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
puja benefits
बेहतर निर्णय लेने की क्षमता में सुधार
ज्योतिषियों का मानना ​​है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु-केतु की दशा चल रही है, तो उसकी सोचने और समझने की क्षमता भी प्रभावित होती है। उन्हें निर्णय लेने में भ्रम का सामना करना पड़ सकता है और मानसिक तनाव, गलतफहमी या पारस्परिक संबंधों में समस्या का अनुभव हो सकता है। इसलिए, इन प्रभावों को कम करने के लिए बुधवार के दिन मूल नक्षत्र के दौरान राहु-केतु पीड़ा शांति और शिव रुद्राभिषेक करना अत्यधिक लाभकारी माना जाता है।
puja benefits
आर्थिक समस्याओं से राहत का आशीष
ऐसा माना जाता है कि राहु-केतु की महादशा लंबे समय तक चलती है, जिससे जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं। व्यक्ति को अपनी नौकरी या व्यवसाय में काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए भगवान शिव की कृपा से राहु और केतु के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए राहु-केतु पीड़ा शांति पूजा और शिव रुद्राभिषेक करवाना लाभकारी होता है। आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए बुधवार को मूल नक्षत्र के दौरान की जाने वाली यह भव्य पूजा आर्थिक समस्याओं के समाधान में अत्यधिक प्रभावी मानी जाती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड

राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड
उत्तराखंड में स्थित इस राहु मंदिर में भगवान शिव के साथ-साथ राहु की भी पूजा की जाती है। यह देश के उन मंदिरों में से है, जहां राहु की पूजा भगवान श‍िव के साथ होती है। माना जाता है कि राहु और केतु स्वरभानु नामक असुर के शरीर के भाग हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब स्वरभानु ने देवताओं की पंगत में बैठकर छल से अमृत पी लिया तभी भगवान विष्णु को उसके छल का पता चल गया और उन्होनें अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था, जिससे कि वह अमर न हो जाए, लेक‍िन अमृत चखने के कारण स्वरभानु तो अमर हो गया था। स्वरभानु का न‍ि‍चला ह‍िस्‍सा केतु बना तो धड़ से ऊपर स‍िर वाला भाग राहु कहलाया। यही स‍िर वाला हिस्सा सुदर्शन से कटने के बाद पौड़ी में स्‍थ‍ित इसी स्थान पर गिरा जो राहु मंदि‍र के नाम से जाना गया।

मान्यता है कि राहु के कारण उत्पन्न होने वाले विभिन्न दोषों को दूर करने के लिए लोग राहु के मंदिर में जाते हैं। वहीं यहां विशेष रूप से कालसर्प दोष, राहु-केतु दोष, और राहु महादशा से राहत पाने के लिए पूजा-अर्चना की जाती है। कई जगहों पर वर्णित है कि इस मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य जी ने करवाया था। लेकिन इस मंदिर को लेकर एक और कथा है जिसमें बताया गया है कि इसका निर्माण पांडवों ने उस समय करवाया जब वो स्वर्गारोहिणी यात्रा पर थे, तब राहु दोष से बचने के लिए पांडवों ने इसी मंदिर में भगवान शिव और राहु की पूजा की थी।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
राहु पैठाणी मंदिर में राहु, केतु एवं भगवान शिव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
राहु पैठाणी मंदिर में राहु, केतु एवं भगवान शिव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों