मानसिक स्थिरता और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए राहु का नक्षत्र विशेष राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक
मानसिक स्थिरता और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए राहु का नक्षत्र विशेष राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक
मानसिक स्थिरता और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए राहु का नक्षत्र विशेष राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक
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राहु का नक्षत्र विशेष

राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक

मानसिक स्थिरता और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
temple venue
प्राचीन पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, हरिद्वार, उत्तराखंड
pooja date
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srimandir devotees
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

मानसिक स्थिरता और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए राहु का नक्षत्र विशेष राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक

ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह का अपना विशेष महत्व है, इन 9 ग्रहों में से एक ग्रह है राहु। पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन के समय स्वरभानु नामक एक दानव ने धोखे से दिव्य अमृत की कुछ बूंदें पी ली थीं। इस दौरान सूर्य और चंद्र ने उसे पहचान लिया और मोहिनी अवतार लिए हुए भगवान विष्णु को बता दिया। इससे पहले कि अमृत उसके गले से नीचे उतरता, विष्णु जी ने उसका गला सुदर्शन चक्र से काट कर अलग कर दिया। परंतु तब तक उसका सिर अमर हो चुका था। यही सिर राहु और धड़ केतु ग्रह बना। ज्योतिष शास्त्र में अनुसार, राहु को छाया ग्रह माना जाता है और राहु के नकारात्मक प्रभाव से मानसिक अस्थिरता, भय एवं चिंता जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। कहा जाता है कि कुंडली में मौजूद राहु दोष जीवन में कई अशुभ घटनाओं का कारण बन सकता है।

माना जाता है कि राहु के प्रकोप से बचने के लिए भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए, क्योंकि राहु भगवान शिव के भक्त है। यही कारण है कि राहु के प्रकोप से बचने के लिए शिव मंदिर में राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक करना अत्यधिक लाभकारी हो सकता है। वहीं अगर यह विशेष पूजा स्वाति नक्षत्र में की जाए तो यह और अधिक फलदायी हो सकती है क्योंकि 27 नक्षत्रों में से स्वाति नक्षत्र को 15वां नक्षत्र माना जाता है। यह नक्षत्र राहु द्वारा शासित है। इसलिए हरिद्वार के पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में स्वाति नक्षत्र के दौरान राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और मानसिक स्थिरता और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा का आशीष प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
मानसिक स्थिरता के आशीष के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक के कुंडली में राहु की दशा चल रही हो तो उसके सोचने-समझने की क्षमता भी प्रभाव‍ित होती है। कोई भी फैसला लेने में उसे दुव‍िधा होने लगती है, व्यक्ति गलतफहमी या आपसी तालमेल जैसी समस्या से जूझता है। इसलिए भगवान शिव के इस मंदिर में स्वाति नक्षत्र के दौरान राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक करने से इन प्रभावों को दूर किया जा सकता है और मानसिक स्थिरता का आशीष प्राप्त किया जा सकता है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
ज्योतिषियों की मानें तो राहु के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति के आस-पास नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है। जिससे व्यक्ति के मन में नकारात्मक विचारों की बढोत्तरी होने लगती है और किसी भी काम में सफलता नहीं मिलता है। ज्योतिष शास्त्र में राहु के अशुभ प्रभावों से राहत के लिए राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और शिव रुद्राभिषेक को लाभकारी माना गया है। इसलिए स्वाति नक्षत्र पर यह पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष प्राप्त किया जा सकता है।
puja benefits
आर्थिक संघर्ष से राहत के लिए
राहु की महादशा लंबे समय तक रहती है, इससे जीवन में कई मुश्किलें आती हैं। नौकरी या कारोबार में व्यक्ति को बहुत घाटा उठाना पड़ता है, जिसके कारण जातक को आर्थिक संघर्ष का सामना करना पड़ता है। मान्यता है कि राहु के हानिकारक प्रभाव को शांत करने के लिए राहु ग्रह शांति 18,000 राहु मूल मंत्र जाप करना लाभकारी हो सकती है। वहीं स्वाति नक्षत्र के दौरान यह पूजा करना अत्यंत फलदायी हो सकता है।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

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गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

प्राचीन पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, हरिद्वार, उत्तराखंड

 प्राचीन पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, हरिद्वार, उत्तराखंड
केदारनाथ चार धाम यात्रा में प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है, जिसे भगवान शिव के निवास के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि नेपाल के काठमांडू में भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन किए बिना केदारनाथ की यात्रा अधूरी रहती है। इस महत्व को देखते हुए, नेपाल के राजा ने काठमांडू में पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाई, और हरिद्वार में हर की पौड़ी पर गंगा नदी के तट के पास उसी पवित्र पत्थर से एक शिव लिंगम की स्थापना की।

हरिद्वार में, पशुपतिनाथ महादेव मंदिर नेपाल और भारत के बीच साझा प्राचीन संस्कृति के प्रतीक के रूप में स्थापित है। माना जाता है कि पशुपतिनाथ की पूजा करने वाले भक्तों को समृद्धि, अच्छे मानसिक स्वास्थ्य और लंबी उम्र का आशीर्वाद मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में स्थित शिव लिंग ग्रह दोषों के प्रभाव को कम करता है, राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है और जीवन की बाधाओं को दूर करता है, जिससे व्यक्ति को जीवन में सफलता व संतुष्टि की प्राप्ति होती है।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
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