3 मुखी रुद्राक्ष
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3 मुखी रुद्राक्ष

क्या आप आत्मविश्वास बढ़ाना और अपने पुराने दोषों से मुक्ति पाना चाहते हैं? 3 मुखी रुद्राक्ष आपकी ऊर्जा को शुद्ध कर जीवन में नई शुरुआत देता है। जानिए इसका रहस्य!

3 मुखी रुद्राक्ष के बारे में

रुद्राक्ष को हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। यह व्यक्ति के कष्टों को दूर करने और जीवन में सुख-शांति लाने में सहायक होता है। रुद्राक्ष के विभिन्न प्रकार होते हैं और हर एक का प्रभाव अलग-अलग होता है। यदि आप 3 मुखी रुद्राक्ष के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। आइए, जानते हैं 3 मुखी रुद्राक्ष के फायदे और महत्व को विस्तार से।

3 मुखी रुद्राक्ष क्या है? जानिए 3 मुखी रुद्राक्ष के बारे में

3 मुखी रुद्राक्ष जीवन के कई पहलुओं में सुधार लाने वाला एक अत्यंत पवित्र रुद्राक्ष है। इसके तीन मुख (रेखाएं) इसे अद्वितीय बनाते हैं और यह ब्रह्मा, विष्णु, महेश के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। यह रुद्राक्ष विशेष रूप से स्वास्थ्य, धन और मानसिक शांति के लिए लाभकारी माना जाता है। इसके अधिपति ग्रह मंगल हैं और यह मुख्य रूप से अग्नि देवता से संबंधित है। 3 मुखी रुद्राक्ष को पहनने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है, बुरे कर्म समाप्त होते हैं और व्यक्ति मानसिक शांति प्राप्त करता है। शास्त्रों के अनुसार, इसे पहनने से पुराने पापों का नाश होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है। यह न केवल आध्यात्मिक उन्नति में सहायक है बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार लाता है। इस रुद्राक्ष का प्रभाव जल्दी दिखाई देने लगता है।

भगवान शिव और 3 मुखी रुद्राक्ष का संबंध

3 मुखी रुद्राक्ष का भगवान शिव के साथ गहरा संबंध है। यह रुद्राक्ष भगवान शिव के रूप रुद्र से जुड़ा हुआ है और अग्नि के देवता के प्रतीक के रूप में माना जाता है। इसके तीन मुख ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर (शिव) की शक्तियों का प्रतीक हैं, जो सृजन, पालन और संहार के देवता हैं। 3 मुखी रुद्राक्ष का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है और इसे धारण करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष में भगवान शिव का वास होता है। खासकर सावन माह में रुद्राक्ष की पूजा और उसे धारण करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। यह रुद्राक्ष मानसिक शांति, आत्मिक उन्नति और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का साधन है।

3 मुखी रुद्राक्ष के लाभ

  • 3 मुखी रुद्राक्ष पहनने से मानसिक शांति मिलती है।

  • यह शारीरिक शांति को बढ़ावा देता है और तनाव को कम करता है।

  • यह पेट की समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।

  • यह प्लेग, चेचक, पीलिया जैसी बीमारियों का इलाज करने में सहायक है।

  • यह रक्तचाप, मधुमेह और रक्त संक्रमण को नियंत्रित करता है।

  • यह महिलाओं के मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।

  • यह जीवन में मंगल ग्रह के दुष्प्रभावों को दूर करने में सहायक है।

  • यह भूमि विवाद, दुर्घटनाओं और भय जैसी समस्याओं को हल करने में मदद करता है।

  • यह पहनने वाले को सफलता और प्रगति के लिए ऊर्जा और उत्साह से भरपूर करता है।

  • यह आत्मविश्वास और धैर्य को बढ़ाता है और आध्यात्मिक विकास को प्रोत्साहित करता है।

3 मुखी रुद्राक्ष पहनने की सही विधी 

3 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से पहले विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श करना महत्वपूर्ण होता है। वे आपकी जन्मकुंडली का अध्ययन करके यह बताएंगे कि यह रुद्राक्ष आपके लिए शुभ है या नहीं और यदि है, तो कौन सी मुखी रुद्राक्ष आपके लिए उपयुक्त है। इसे पहनने का सबसे अच्छा समय सोमवार या गुरुवार माना जाता है। धारण से पहले, रुद्राक्ष को अभिमंत्रित करना जरूरी है। सबसे पहले प्रातःकाल स्नान आदि करके रुद्राक्ष को गंगाजल और कच्चे दूध में रखें। इसके बाद हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें लाल पुष्प अर्पित करें। फिर रुद्राक्ष के मंत्र ॐ क्लीं नमः का 108 बार जाप करें। यह रुद्राक्ष विशेष रूप से मेष, वृश्चिक और धनु लग्न और राशि के जातकों के लिए शुभ होता है। इस प्रकार से सही विधि से 3 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से इसके लाभ मिलते हैं।

3 मुखी रुद्राक्ष की पहचान 

3 मुखी रुद्राक्ष की पहचान करना कुछ कठिन हो सकता है। क्योंकि बाजार में नकली रुद्राक्ष भी उपलब्ध हैं। असली 3 मुखी रुद्राक्ष की पहचान के कुछ विशेष तरीके हैं। जैसे-असली रुद्राक्ष पर तीन प्राकृतिक रेखाएं होती हैं, जो बीज के एक सिरे से दूसरे सिरे तक समान रूप से फैली होती हैं। ये रेखाएं इसकी वास्तविकता को दर्शाती हैं। वहीं, असली रुद्राक्ष पानी में डूब जाता है। क्योंकि इसका घनत्व प्राकृतिक होता है। यदि रुद्राक्ष तैरता है, तो वह नकली हो सकता है। साथ ही असली रुद्राक्ष का रंग स्वाभाविक रूप से चमकदार और प्राकृतिक होता है। इसे सरसों के तेल में डुबोने पर इसका रंग नहीं बदलता, जबकि नकली रुद्राक्ष तेल में रंग छोड़ता है। इसके अलावा असली रुद्राक्ष पर कोई दरार या कटौती नहीं होती। यह पूरी तरह से एक समान होता है, जबकि नकली में दरार या असमानताएं हो सकती हैं और असली रुद्राक्ष कीड़े या किसी प्रकार के फफूंदी से प्रभावित नहीं होता है। वहीं, 3 मुखी रुद्राक्ष खरीदते समय, इसे प्रमाणित और विश्वसनीय दुकानों से खरीदना चाहिए। अच्छी गुणवत्ता वाला रुद्राक्ष महंगा हो सकता है, लेकिन उसकी शक्ति और प्रभाव भी ज्यादा होता है। ज्योतिषी या विशेषज्ञ से सलाह लेकर सही रुद्राक्ष का चुनाव करना बेहतर होता है, ताकि इसका सही लाभ मिल सके।

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Published by Sri Mandir·April 7, 2025

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