
राधा-कृष्ण के दिव्य प्रेम को महसूस करें, 'राधा कौन से पुण्य किए तूने' भजन पढ़ें।
ये भजन श्री राधा जी की महानता और उनकी भक्ति की महिमा का वर्णन करता है। भजन में यह प्रशंसा की जाती है कि राधा रानी ने कौन से ऐसे पुण्य किए, जिनसे वे भगवान श्रीकृष्ण की परम प्रिय बनीं। इसे सुनने और गाने से प्रेम, भक्ति और समर्पण की भावना जागृत होती है। यह मन को शांत और पवित्र करता है, और भक्त को आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति होती है।
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥
राधा जब सोलह शृंगार करे,
प्रभ दर्पण आप दिखाते है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥
राधा जब पनघट पे जावे,
प्रभु मटकी आप उठाते है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥
राधा जब भोग तैय्यार करे,
हरी आकर भोग लगाते है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥
राधा जब कुँजन मे जावे,
प्रभु आकर रास रचाते है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥
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