30 अगस्त 2025 को क्या है? जानें इस दिन का पंचांग, शुभ मुहूर्त, व्रत और धार्मिक अनुष्ठान।
30 अगस्त 2025 का दिन धार्मिक महत्व और शुभ अवसरों से जुड़ा होगा। इस दिन कौन-कौन से व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं, इनके पीछे की मान्यताएं क्या कहती हैं और कौन से शुभ मुहूर्त आपके कार्यों के लिए लाभकारी रहेंगे, यह जानना रोचक होगा। इस लेख में जानिए 30 अगस्त 2025 से जुड़ी पूरी और खास जानकारी, जो इस दिन को विशेष बनाती है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि 30 अगस्त 2025 को कौन-सा व्रत, पर्व या तिथि है? यह दिन धार्मिक रूप से क्यों महत्वपूर्ण है? आइए जानते हैं। दरअसल 30 अगस्त 2025 शनिवार का दिन है और यह भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। अष्टमी तिथि को देवी दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है, जो शक्ति, समृद्धि और आरोग्य का प्रतीक हैं। यह दिन नवरात्रि या अन्य शक्ति पूजा के लिए भी बहुत शुभ माना जाता है।
तिथि: अष्टमी (संपूर्ण दिन) नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा (संपूर्ण दिन) योग: धृति योग वार: शनिवार
अष्टमी तिथि को देवी दुर्गा की उपासना से जीवन में शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस दिन किए गए व्रत और पूजा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और रोग-व्याधि से मुक्ति मिलती है। खासकर नवरात्रि के दिनों में अष्टमी का विशेष महत्व होता है।
प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित कर दीपक जलाएं।
लाल या पीले रंग के पुष्प, फल और नैवेद्य अर्पित करें।
दुर्गा मंत्रों का जप करें, जैसे “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।”
दान-पुण्य करें और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।
राहुकाल: दोपहर 12:10 बजे से 1:42 बजे तक
शुभ मुहूर्त: सुबह 7:00 से 9:00 बजे तक और शाम 5:00 से 6:30 बजे तक
30 अगस्त 2025 को अष्टमी तिथि का दिन देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिए अत्यंत शुभ है। इस दिन की गई पूजा, व्रत और दान से जीवन में शक्ति, स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। यह दिन आध्यात्मिक उन्नति और सौभाग्य का प्रतीक है।
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