अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए श्रावण सोमवार विशेष चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक
अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए श्रावण सोमवार विशेष चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक
अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए श्रावण सोमवार विशेष चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक
अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए श्रावण सोमवार विशेष चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक
अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए श्रावण सोमवार विशेष चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक
अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए श्रावण सोमवार विशेष चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक
अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए श्रावण सोमवार विशेष चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक
श्रावण सोमवार विशेष

चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक

अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए
temple venue
चार शिवालय , मध्य प्रदेश, काशी, उज्जैन, हरिद्वार
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

अच्छे सेहत की कामना और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए श्रावण सोमवार विशेष चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक

हिंदु धर्म ग्रंथ के अनुसार, श्रावण मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दौरान भोलेनाथ भक्तों की पूजा से शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार श्रावण के महीने में माता पार्वती ने तपस्या करके भोलेनाथ को प्रसन्न किया था और उन्हें पति रूप में प्राप्त किया था, इसलिए यह मास भगवान शिव को अत्यधिक प्रिय है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूरे साल शिव पूजा से जो पुण्य फल मिलता है, वह श्रावण सोमवार में भगवान शिव के रुद्राभिषेक से प्राप्त होता है। वहीं इस पवित्र माह में एक साथ कई शिवालयों में रुद्राभिषेक किया जाए तो हजार गुना अत्यधिक फल की प्राप्ति हो सकती है। तो आइए जानें श्रावण के सोमवार के दिन इन विभिन्न शिवालयों में रूद्राभिषेक का महत्व इस प्रकार है:

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, मध्य प्रदेश: ओंकारेश्वर भगवान शिव के 12वें ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मान्यता है कि यहां रुद्राभिषेक करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और धन धान्य का आशीष मिल सकता है।

महामृत्युंजय महादेव मंदिर, काशी: काशी के महामृत्युंजय मंदिर में रूद्राभिषेक के द्वारा आरोग्य की प्राप्ति यानि अच्छे सेहत की कामना की जाती है। यह देश का एकलौता मंदिर है जहां महादेव, मृत्युंजय रूप में विराजित हैं।

मंगलनाथ महादेव मंदिर, उज्जैन: मान्यता है कि इस मंदिर में रूद्राभिषेक करने से मंगल एवं अन्य ग्रह दोषों से निवारण का वरदान मिलता है। कहा जाता है कि यहां की गई पूजा जीवन में सुख समृद्धि और शुभता लाती है।

पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, हरिद्वार: हिंदू धर्म ग्रंथों में पशुपतिनाथ महादेव के रूद्राभिषेक से भक्तों को पवित्रता और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्तों का मानना है कि यहां पूजा करने से भगवान नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।

शास्त्रों के अनुसार, अन्य दिनों की अपेक्षा श्रावण में रुद्राभिषेक करना अत्यंत शुभ व लाभकारी माना जाता है। वहीं रुद्राभिषेक को लेकर मान्‍यता है कि जो भी भक्त जिस कार्य को मन में रखकर भगवान शिव का अभिषेक करता है वो उसकी इच्छा पूरी करते हैं। इसलिए श्रावण के शुभारंभ पर श्रीमंदिर आपके लिए लेकर आया है एक साथ चार शिवालयों में महा रुद्राभिषेक कराने का अवसर, तो भोलेनाथ से अच्छे स्वास्थ्य, धन प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए सोमवार के शुभदिन पर चतु: शिवालय महा रुद्राभिषेक में भाग लें।

पूजा लाभ

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अच्छे सेहत की कामना
भगवान शिव की पूजा कर भक्त अच्छे सेहत की कामना करते हैं। शास्त्रों के अनुसार महादेव को प्रसन्न करने का रामबाण उपाय है रुद्राभिषेक। कहते हैं कि श्रावण माह में रुद्राभिषेक के द्वारा शिव जी को प्रसन्न कर सकते हैं जिससे उनपर सदा के लिए शिव कृपा बनी रहती हैं और घर में सुख समृद्धि का वास होता है। रुद्राभिषेक के द्वारा भक्तों को अच्छे सेहत का वरदान मिलता है। वहीं महा रूद्राभिषेक को करने से मानसिक और भावनात्मक स्थिरता भी प्राप्त होती है।
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धन प्राप्ति के लिए
भगवान शिव अपने भक्‍तों की पूजा से बहुत जल्‍दी ही प्रसन्‍न हो जाते हैं इसलिए उन्हें भोलेभंडारी कहते हैं। मान्यता है कि श्रावण के सोमवार पर इस विशेष महा रूद्राभिषेक में शामिल होने से आर्थिक समस्याओं और किसी भी प्रकार के ऋण से मुक्ति के अलावा व्यवसाय में हानि से सुरक्षा का आशीष मिलता है।
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नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा के लिए
ग्रंथों एवं पुराणों में, भगवान शिव, बुराई के नाश करने वाले के रूप में, दुष्ट शक्तियों और बाधाओं से छुटकारा पाने के लिए पूजे जाने वाले देवता बताया गया है। मान्यता है कि इनकी पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा का उत्सर्जन होता है। इसलिए भगवान शिव के प्रिय माह श्रावण में इन प्रमुख चार शिवालयों में रुद्राभिषेक से नकारात्मक प्रभावों और ऊर्जाओं से सुरक्षा का आशीष मिलता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा का लाइव अपडेट्स प्राप्त करें।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

चार शिवालय , मध्य प्रदेश, काशी, उज्जैन, हरिद्वार

 चार शिवालय  , मध्य प्रदेश, काशी, उज्जैन, हरिद्वार
सनातन धर्म में मान्यता है कि श्रावण माह में भगवान शिव के प्रमुख शिवालयों में पूजा करने से अत्यंत शुभ फल की प्राप्ति होती है, इसलिए इस बार श्रावण के शुभ अवसर पर एक साथ इन चार प्रमुख शिवालयों जैसे ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, मध्य प्रदेश; महामृत्युंजय महादेव मंदिर, काशी, मंगलनाथ महादेव मंदिर, उज्जैन और पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, हरिद्वार में महा रूद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा जो भक्तों को अपने आप में आध्यात्मिक अनुभव कराएगा।

मध्य प्रदेश में स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, जो नर्मदा नदी के किनारे स्थित है। मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और भक्तों को बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त होता है। वहीं काशी के महामृत्युंजय महादेव मंदिर, में भगवान शिव के मृत्युंजय रूप में पूजा होती है मान्यता है कि यहां श्रावण के दौरान रूद्राभिषेक करने से बीमारियों से सुरक्षा का आशीष मिलता है। यहां की पवित्र धरती काशी में शिव भगवान की अनुपम शक्ति अनुभव करने का अवसर देती है।

उज्जैन में विराजित मंगलनाथ महादेव मंदिर, मंगल ग्रह की शांति के लिए मंगलनाथ मंदिर महत्वपूर्ण है। माना जाता है कि यहां भक्तों को दुर्घटना से सुरक्षा और समृद्धि का वरदान मिलता है। इस स्थान पर मंगल ग्रह की सीधी किरणें पड़ती हैं, जिससे शिव भगवान की कृपा से भक्तों का जीवन समृद्धि से भर जाता है। वहीं हरिद्वार के पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में भक्त भगवान पशुपतिनाथ से अच्छे स्वास्थ्य, धन प्राप्ति और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा की कामना के लिए आते हैं। यहां की सुरम्य गंगा नदी के किनारे यह मंदिर स्थित है, जिसमें भक्तों को भगवान के आशीर्वाद से अनंत शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।

ये चारों शिवालयों में एक साथ पूजन करने से भक्तों को अच्छे सेहत, धन धान्य के साथ नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष मिलता है।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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