पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण
पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण
पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण
पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण
पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण
पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण
पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण
पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण
पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान

महा पिंड दान और तिल तर्पण

पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए
temple venue
गंगा घाट, पिशाच मोचन कुंड, धर्मारण्य वेदी, त्रिवेणी संगम, नर्मदा घाट, हरिद्वार, काशी, गया, प्रयागराज, खंडवा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश
pooja date
28 सितम्बर, शनिवार, श्राद्ध एकादशी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं
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पूरे विधि द्वारा पूजा होगी
मंदिर के सर्वश्रेष्ठ पंडितजी आपकी पूजा करेंगे
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विशेष मंत्र द्वारा कृपा मिलेगी
भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष मंत्र शेयर किया जाएगा
आशीर्वाद बॉक्स icon
आशीर्वाद बॉक्स
पूजा के बाद आशीर्वाद बॉक्स आपके घर पर पहुँचाया जाएगा

पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए पंच मोक्ष तीर्थ पिंड दान महानुष्ठान महा पिंड दान और तिल तर्पण

पितृपक्ष, जिसे श्राद्ध पक्ष के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व में से एक है। हर साल यह पर्व भाद्रपद के प्रतिपदा तिथि से शुरु होकर अमावस्या तक चलता है। इस अवधि के दौरान में हिन्दू धर्मावलंबी अपने पितरों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए विशेष अनुष्ठान, तर्पण और पिंडदान करते हैं। पितृपक्ष का उल्लेख हिन्दू धर्म के प्राचीन ग्रंथों, जैसे वेद, उपनिषद और पुराणों में व्यापक रूप से मिलता है। गरुड़ पुराण में कहा गया है कि पितृऋण से मुक्ति पाने के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान अत्यंत आवश्यक हैं। जो व्यक्ति अपने पितरों का उचित प्रकार से श्राद्ध नहीं करता, उसे जीवन में अनेक प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है। माना जाता है कि जिस परिवार पर पितृ दोष होता है, उन सदस्यों को नौकरी में पदोन्नति जैसी समस्या, बच्चों के करियर और पढ़ाई में दिक्कतों तथा घर के मुख्य सदस्य को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए इन कष्टों से मुक्ति के लिए पिंडदान और तर्पण किया जाता है। पितृ पक्ष के दौरान किए जाने वाले श्राद्ध के ये दो हिस्से हैं। पिंडदान का मतलब है भोजन दान करना, जबकि तर्पण का मतलब है जल दान करना। वायु पुराण के अनुसार ऐसा माना जाता है कि तिल के साथ जो भी कुछ श्रद्धा से पितरों को अर्पित किया जाता है, वो अमृत के रूप में उन्हें प्राप्त होता है। वहीं यह पवित्र अनुष्ठान एक साथ अगर पांच मोक्षस्थली पर की जाए तो हजार गुना अत्यधिक फल की प्राप्ति हो सकती है। तो आइए जानें पितृ पक्ष पर इन पंच मोक्ष तीर्थ स्थली में पितृ पूजा का महत्व इस प्रकार है:

🛕गंगा घाट, हरिद्वार: गंगा नदी को मोक्षदायिनी माना गया है। ऐसी मान्यता है कि गंगा में पिंड दान एवं तर्पण करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद वंशजों को प्राप्त होता है, जिससे उनके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

🛕पिशाच मोचन कुंड, काशी: वाराणसी में स्थित इस कुंड का महत्व उन पितरों के लिए विशेष है, जिनकी आत्मा संसार में पाप कर्मों के कारण अशांत रहती है। मान्यता है कि यहां पिंड दान एवं तर्पण करने से पितरों को पिशाच योनि से मुक्ति मिलती है और वे स्वर्ग लोक की ओर प्रस्थान करते हैं।

🛕धर्मारण्य वेदी, गया: मोक्ष स्थल गया में पितृ पूजा और श्राद्ध के लिए अत्यंत पवित्र माना गया है। यहाँ पर पितरों के लिए किए गए अनुष्ठानों से उनकी आत्मा को शांति मिलती है और उन्हें मोक्ष प्राप्त होता है। यह स्थल भगवान विष्णु से जुड़ा है, जिनकी कृपा से पूर्वजों को शांति मिलती है।

🛕त्रिवेणी संगम, प्रयागराज: त्रिवेणी संगम, वह स्थान है जहाँ गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती तीनों नदियाँ एक साथ मिलती हैं। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति इस संगम में स्नान करता है, वह अपने सभी पापों से मुक्त हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति करता है।

🛕नर्मदा घाट, खंडवा: नर्मदा नदी को भी मोक्षदायिनी माना गया है। नर्मदा के तट पर तर्पण और पिंडदान करने से पितरों को शांति मिलती है और वे आशीर्वाद प्रदान करते हैं और वंशजों का जीवन कल्याणकारी बनता है।

वहीं मान्यता है कि पितृपक्ष में पूर्वजों के लिए दान पुण्य करने का भी विधान है। मान्यता है कि इस समय दान करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है, जिनमें पितृ पक्ष विशेष पंच भोग, दीप दान भी शामिल है। इसलिए इस पूजा के साथ अतिरिक्त विकल्प के रूप में दिए गए जैसे पंच भोग, दीप दान एवं गंगा आरती का चुनाव करना आपके लिए फलदायी हो सकता है। ऐसे में इस पूजा में दिए गए इन विकल्पों को चुनकर अपनी पूजा को और भी अधिक प्रभावशाली बनाएं और श्री मंदिर द्वारा महा पिंड दान और तिल तर्पण में भाग लें।

पूजा लाभ

puja benefits
पितृ शांति के लिए
पितृ दोष के कारण लोगों के जीवन में परेशानियां समाप्त होने का नाम ही नहीं लेती हैं। व्यक्ति चाहे जितना भी प्रयास कर लें, कोई भी काम सफल नहीं होता है। शास्त्रों में पितृ दोष निवारण के लिए पितृ दोष निवारण पूजा का विधान है। पितृ पक्ष के दौरान पंच तीर्थ पर होने वाली इस विशेष महा पिंड दान और तिल तर्पण में भाग लेने से पितरों को शांति मिलती है।
puja benefits
पारिवारिक क्लेश से मुक्ति
कई बार कुछ घरों में पारिवारिक क्लेश कि कोई ठोस वजह तो नहीं होती, लेकिन हमेशा ही तनाव का माहौल बना रहता है। घर में क्लेश होने का एक कारण पितृ दोष भी माना गया है, ऐसे में पितृ पक्ष के दौरान पंच तीर्थ पर होने वाली महा पिंड दान और तिल तर्पण में भाग लेने से पारिवारिक क्लेश से मुक्ति मिलती है।
puja benefits
स्वस्थ जीवन की प्राप्ति
पितृ दोष के कारण परिवार में शारीरिक या मानसिक बीमारियों का भी कारण बन सकता है। पितृ दोष से प्रभावित व्यक्तियों को बार-बार स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, पुरानी बीमारियों के लिए उचित उपचार खोजने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पितृ पक्ष के दौरान पंच तीर्थ पर होने वाली ये महा पिंड दान और तिल तर्पण स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मददगार होती है और इससे स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन का आशीष प्राप्त होता है।
puja benefits
पितृ पक्ष विशेष पंच भोग का महादान
पितृ पक्ष के दौरान होने वाले श्राद्ध कर्मों में दान का विशेष महत्व माना गया है। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि इस दौरान ब्राह्मण भोज के साथ गाय, कुत्ते, पक्षी और चींटी को भोजन कराना पुण्य माना गया है, जिसे पंच बलि यानि पंच भोग भी कहा जाता है। कहा जाता है अगर पितृ पक्ष में अगर इन्हें भोजन कराया जाता है तो पितृ इनके द्वारा खाए अन्न से तृप्त होते हैं और अपने वंशजों को आशीष देते हैं। इसलिए पूजा को बुक करते समय अतिरिक्त विकल्प के रूप में दिए गए इस ऑप्शन का चुनाव कर अपने पूर्वजों को तृप्त कर सकते हैं।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एवं गंगाजल

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा का वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल प्राप्त करें।

गंगा घाट, पिशाच मोचन कुंड, धर्मारण्य वेदी, त्रिवेणी संगम, नर्मदा घाट, हरिद्वार, काशी, गया, प्रयागराज, खंडवा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश

गंगा घाट, पिशाच मोचन कुंड, धर्मारण्य वेदी, त्रिवेणी संगम, नर्मदा घाट, हरिद्वार, काशी, गया, प्रयागराज, खंडवा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश
सनातन धर्म में मान्यता है कि पितृ पक्ष में मोक्ष स्थली पर पिंडदान और तर्पण करने से अत्यंत शुभ फल की प्राप्ति होती है, इसलिए इस बार पितृ पक्ष के शुभ अवसर पर पहली बार एक साथ इन पंच मोक्ष तीर्थ जैसे (गंगा घाट हरिद्वार, पिशाच मोचन कुंड, धर्मारण्य वेदी, त्रिवेणी संगम, नर्मदा घाट में महा पिंड दान और तिल तर्पण का आयोजन किया जाएगा जो भक्तों को अपने आप में आध्यात्मिक अनुभव कराएगा।

हरिद्वार में स्थित गंगा घाट को पवित्र माना जाता है क्योंकि यहाँ गंगा नदी पहाड़ों से उतरकर मैदानों में आती है। यहां पितृ तर्पण और पिंडदान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि गंगा के पवित्र जल में पिंडदान और श्राद्ध करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है ।

काशी का पिशाच मोचन कुंड, पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करने में विशेष महत्व है। यहाँ पितरों का तर्पण करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। पिशाच दोष उन आत्माओं को लगता है, जो जीवन में गलत कर्मों के कारण अटक गई होती हैं। इस कुंड में स्नान करने और तर्पण करने से पितरों को शांति मिलती है।

गया का धर्मारण्य वेदी, पितृ दोष निवारण के लिए अत्यंत प्रभावशाली है, यहां श्राद्ध कर्म करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह स्थान विष्णु भगवान से जुड़ा हुआ है, इसलिए यहां की गई पितृ पूजा से पितरों को शांति मिलती है।

प्रयागराज का त्रिवेणी संगम, वह स्थान है जहाँ गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती तीनों नदियाँ एक साथ मिलती हैं। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति इस संगम में स्नान करता है, वह अपने सभी पापों से मुक्त हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति करता है।

नर्मदा नदी को भी पितरों की आत्मा की शांति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। नर्मदा के तट पर तर्पण और पिंडदान करने से पितरों को शांति मिलती है और वे आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

इन पंचतीर्थों पर पितृ पूजा करने से पितरों को शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है, जिससे वंशजों का जीवन समृद्ध और सुखमय बनता है।

पूजा का चयन करें

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
2501
व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
3100
पार्टनर पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
4100
पारिवारिक पूजा  package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
5001
संयुक्त परिवार पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

रिव्यूज़ और रेटिंग

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भक्तों का अनुभव

जिन भक्तों ने हमारे साथ पूजा बुक की उनका अनुभव जाने
Safal Srivastava

Safal Srivastava

23 July, 2025

starstarstarstarstar

Jai shree mahakal apki mandir app k wajah se yeh pooja complete ho payi .


Mamta kapooor family

Mamta kapooor family

23 July, 2025

starstarstarstarstar

Sabkuch peaceful thank you thank you very much sab kuchh bahut Sundar Hai sab kuchh peaceful hai


आकाश सोलंकी एवं समस्त परिवार

आकाश सोलंकी एवं समस्त परिवार

22 July, 2025

starstarstarstarstar

aap Sabhi pujniya Pandit Ji ko mere aur mere Parivar ki or se कोटि-कोटि Charan Sparsh Puja Karke Puja ki video Dekhkar Atma Ham logon ka bahut jyada prasann Hua aap Sabhi Brahman Pandit Ji ko dhanyvad Bhagwan Hamari samast manokamna purn Kare

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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