व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य चंद्र अमावस्या दोष विशेष 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य चंद्र अमावस्या दोष विशेष 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य चंद्र अमावस्या दोष विशेष 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप
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व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य चंद्र अमावस्या दोष विशेष 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य चंद्र अमावस्या दोष विशेष 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप
सूर्य चंद्र अमावस्या दोष विशेष

6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप

व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए
temple venue
श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य चंद्र अमावस्या दोष विशेष 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप

सूर्य और चंद्रमा न सिर्फ धरती पर जीवन के लिए आवश्‍यक माने जाते हैं बल्कि ज्‍योतिष में भी ये ग्रह महत्वपूर्ण हैं। सूर्य को ग्रहों का राजा तो चंद्रमा को ग्रहों की रानी कहा जाता है। सूर्य को पिता, राजनीति, नेतृत्व क्षमता, आत्मा, सरकारी कार्य या नौकरी आदि का कारक माना गया है। वहीं चंद्रमा को माता, मन आदि का कारक माना जाता है। इन दोनों ग्रहों की स्थिति का कुंडली में अच्छा होना जातक को कई परेशानियों से दूर कर देता है, क्योंकि एक आत्मा का कारक ग्रह है और दूसरा मन का। ज्‍योतिषियों का मानना है कि ये दोनों ग्रह एक-दूसरे से जितना दूर होंगे, यह जातक को उतना ही शुभ परिणाम देंगे। चंद्र, सूर्य से जितना दूर होगा, उतना ही शक्तिशाली होगा।

वहीं जब भी यह दोनों ग्रह कुंडली में युति बनाते हैं तो इसे अमावस्या योग कहा जाता है। यह योग जातकों के लिए अच्छा नहीं माना जाता क्योंकि चंद्रमा सूर्य से दूर रहने पर ही शुभ परिणाम देते हैं। ज्योतिषियों के अनुसार ये युति सामान्यतौर पर उन जातकों में होती है जिनका जन्म अमावस्या के दिन होता है। इस युति के कारण जातक मानसिक बीमारी, बेचैनी, चिंता, मूड में बदलाव, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, करियर एवं व्यवसायिक जीवन में बाधाओं से पीड़ित हो सकता है। यह पूजा जातक को सूर्य चंद्र अमावस्या दोष के प्रभावों को कम करने में मदद करेगी। इस दोष से मुक्ति के लिए 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप करने की मान्यता है। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और जीवन में अपनी नई पहचान व उन्नति का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
व्यावसायिक जीवन में उन्नति एवं पहचान के लिए
सूर्य चंद्र अमावस्या दोष का प्रभाव व्यवसायिक जीवन में बाधाओं का कारण बनता है। यह दोष व्यक्ति की ऊर्जा को कम करता है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता में कमी और कार्यक्षेत्र में अस्थिरता उत्पन्न होती है। इस दोष के प्रभाव से व्यवसायिक उन्नति रुक जाती है जिसकी वजह से आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। मान्यता है कि 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप को करने से सूर्य और चंद्र के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है।
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मन की शांति के लिए
कुंडली में सूर्य चंद्र अमावस्या दोष बनने से जातक को चिंता, बेचैनी, भावनात्मक अस्थिरता, मनोवैज्ञानिक विकारों का सामना करना पड़ता है। 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा को बलवान बनाता है। चंद्रमा को मन का कारक कहा गया है इसलिए इस पूजा को करने से सभी मानसिक विकारों से मुक्ति मिलती है और साथ ही साथ मन की शांति प्राप्त होती है।
puja benefits
आर्थिक उन्नत्ति के लिए
सूर्य चंद्र अमावस्या दोष बनने से जातक को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, धीरे-धीरे व्यक्ति कर्ज में डूबने लगता है। ऐसे में इस दोष के अशुभ प्रभाव से मुक्ति के लिए यह पूजा प्रभावशाली सिद्ध होती है। मान्यता है कि इस पूजा को करने से धन की आवक बढ़ती है। व्यापार में वृद्धि होती है और नई आर्थिक संभावनाएं खुलती हैं। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और वेतनवृद्धि मिलती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

4 विभिन्न पूजा पैकेज ऑप्शन से चयन करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

भुगतान के बाद, अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
Number-3

पूजा दिन

अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक प्रक्रिया के अनुसार पूजा होगी। आपको अपने WhatsApp नंबर पर अपडेट्स मिलेंगे।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

अपने पंजीकृत WhatsApp नंबर पर पूजा के 4-5 दिनों में पूजा वीडियो एबं आपके दिए गए पते पर 8-10 दिनों बाद तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें ।

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
क्षिप्रा नदी के तट पर बसी नगरी उज्जैन में स्थित श्री नवग्रह शनि मंदिर की स्थापना राजा विक्रमादित्य ने की थी। वर्णित हैं कि, राजा विक्रमादित्य ने इस मंदिर की स्थापना शनि की साढ़ेसाती से मुक्त होने के बाद कराई थी। शनिदेव के साथ भगवान नवग्रह शांति मंडल के स्वरुप में विराजमान है, सभी ग्रहों की दशाएं विराजमान हैं। कहा जाता है कि विक्रमादित्य ने इस मंदिर को बनाने के बाद ही विक्रम संवत की शुरुआत की थी। इस मंदिर में शनिदेव भगवान शिव के रूप में विराजमान हैं।

यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामना के लिए शनिदेव पर तेल चढ़ाते हैं। मान्यता है कि जो भी यहां सच्चे मन से शनिदेव को प्रसन्न करता है उसे शनिदेव कभी दुख नहीं देते और सारे कष्ट दूर कर देते हैं। साथ ही देश के कोने-कोने से लोग यहां ग्रह दोष या फिर ग्रहों से होने वाले नकारात्मक प्रभाव एवं उससे आने वाले कार्य में बाधाओं से मुक्ति के लिए यहां पूजा करते हैं।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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जय राज यादव

दिल्ली
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

आगरा
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मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों