रविवार देव सूर्य मंदिर विशेष-clone
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रविवार देव सूर्य मंदिर विशेष

51,000 सूर्य गायत्री मंत्र जाप और आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ

नौकरी, व्यापार, राजनीति और रिश्तों में सफलता के लिए
temple venue
देव सूर्य मंदिर, औरंगाबाद
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं
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सम्पूर्ण पूजा की वीडियो देखें
आपके पूरे पूजा की वीडियो रिकॉर्डिंग 2 दिनों में शेयर की जाएगी
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पूरे विधि द्वारा पूजा होगी
मंदिर के सर्वश्रेष्ठ पंडितजी आपकी पूजा करेंगे
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विशेष मंत्र द्वारा कृपा मिलेगी
भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष मंत्र शेयर किया जाएगा
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आशीर्वाद बॉक्स
पूजा के बाद आशीर्वाद बॉक्स आपके घर पर पहुँचाया जाएगा

रविवार देव सूर्य मंदिर विशेष-clone

रविवार को सूर्यदेव की पूजा क्यों मानी जाती है प्रभावशाली ?🌞🙏✨

शास्त्रों के अनुसार, सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी विशिष्ट देवता को समर्पित होता है। इनमें से रविवार भगवान सूर्य देव की पूजा के लिए विशेष दिन होता है। हिंदू धर्म में सूर्य देव को एकमात्र ऐसे देवता के रूप में विशिष्ट स्थान प्राप्त है जो हमें प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देते हैं। मार्कंडेय पुराण के अनुसार, सम्पूर्ण जगत जब अंधकार में डूबा था, तब ब्रह्मा जी के मुख से निकले प्रथम शब्द ‘ॐ’ के तेज से ही सूर्य की उत्पत्ति हुई थी। वेदों में सूर्य देव को साहस, प्रसिद्धि, राजनीति, नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और ऊर्जा प्रदान करने वाला देवता बताया गया है। कहा जाता है कि देव सूर्य की उपासना से व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है। यही कारण है कि इस दिन भक्त सूर्य देव को प्रसन्न करने और उनका आशीष प्राप्त करने के लिए कई तरह के अनुष्ठान करते हैं, जिनमें से सूर्य गायत्री मंत्र का जाप एवं आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ भी एक है।

ऐसा माना जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने त्रेतायुग में स्वयं इस मंदिर का निर्माण किया था और पूरा निर्माण कार्य सिर्फ़ एक रात में पूरा हुआ था। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस मंदिर में सच्चे मन से भगवान सूर्य की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। माना जाता है कि इस मंदिर में सूर्य गायत्री मंत्र का जाप करने से सूर्य के तेज की प्राप्ति होती है। इसी तरह, वाल्मीकि रामायण में वर्णित आदित्य हृदय स्तोत्र को ऋषि अगस्त्य ने भगवान राम को रावण पर विजय प्राप्त करने में मदद करने के लिए सुनाया था। कहा जाता है कि इस स्तोत्र का सच्चे मन से पाठ करने से किसी भी प्रयास में सफलता मिल सकती है। माना जाता है कि रविवार को देव सूर्य मंदिर में इन दोनों अनुष्ठानों को एक साथ करने से नौकरी, व्यापार, राजनीति और रिश्तों में सफलता का आशीर्वाद मिलता है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पवित्र अनुष्ठान में भाग लें और भगवान सूर्य का आशीर्वाद लें।

पूजा लाभ

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नौकरी और व्यवसाय में सफलता के लिए
सूर्य गायत्री मंत्र जाप और आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ के माध्यम से देव सूर्य मंदिर में सूर्य देव की पूजा करने से सूर्य की दिव्य ऊर्जा को प्रवाहित करने में मदद मिलती है। माना जाता है कि यह ऊर्जा स्पष्टता, आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल लाती है, जो अंततः किसी के करियर और व्यावसायिक उपक्रमों में सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है।
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राजनीति और रिश्तों में सफलता के लिए
भगवान सूर्य राजनीतिक कौशल और ज्ञान से जुड़े हैं। सूर्य गायत्री मंत्र जाप में भाग लेने और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से, व्यक्ति राजनीतिक प्रयासों और सामंजस्यपूर्ण संबंधों में सफलता के लिए सूर्य देव के आशीर्वाद का आह्वान करता है। माना जाता है कि सूर्य देव की दिव्य चमक भक्तों को दूसरों का सम्मान पाने, मजबूत संबंध बनाने और उनके राजनीतिक या सामाजिक जीवन में बाधाओं को दूर करने में मदद करती है।
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जीवन में प्रसिद्धि प्राप्ति के लिए
सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा और नौ खगोलीय पिंडों में सबसे मजबूत माना जाता है। वे आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान, ऊर्जा और अधिकार का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसा माना जाता है कि रविवार को सूर्य देव की पूजा करने से प्रसिद्धि, मान्यता मिलती है और व्यक्ति की सफलता में बाधा डालने वाली बाधाएं दूर होती हैं।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
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संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
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पूजा वीडियो और दिव्य आशीर्वाद बॉक्स

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में दिव्य आशीर्वाद बॉक्स प्राप्त करें।

देव सूर्य मंदिर,औरंगाबाद

देव सूर्य मंदिर,औरंगाबाद
देव सूर्य मंदिर, देवार्क सूर्य मंदिर या केवल देवार्क के नाम से प्रसिद्ध, यह बिहार के औरंगाबाद जिले में देव नामक स्थान पर स्थित एक मंदिर है जो देवता सूर्य को समर्पित है। यह सूर्य मंदिर अन्य मंदिरों की तरह पूर्वाभिमुख न होकर पश्चिमाभिमुख है। इस मंदिर की स्थापना से जुड़ी एक अद्भुत कहानी सतयुग के राजा ऐल से जुड़ी हुई है। राजा ऐल, जो अयोध्या के निर्वासित राजा थे, एक बार शिकार करते-करते देव के जंगलों में पहुंचे। उस समय राजा ऐल कुष्ठ रोग से पीड़ित थे। शिकार के दौरान प्यास लगने पर उन्होंने एक पोखर से पानी पिया और स्नान किया। आश्चर्यजनक रूप से, इस स्नान से उनका कुष्ठ रोग पूरी तरह से ठीक हो गया। इस पोखर को सूर्य कुंड के नाम से जाना जाता है। इस अद्भुत घटना से हैरान राजा ऐल को स्वप्न में त्रिदेव यानि ब्रह्मा, विष्णु, और महेश का दर्शन हुआ, जो उसी पोखर में स्थित थे। राजा ऐल ने पोखर से मूर्तियों को निकालकर सूर्य उपासना शुरू करवाई और इस मंदिर का निर्माण कराया।

वहीं इस मंदिर में सूर्य देवता की मूर्ति सात रथों पर सवार है। इसमें उनके तीनों रूपों उदयाचल-प्रात: सूर्य, मध्याचल- मध्य सूर्य और अस्ताचल -अस्त सूर्य के रूप में विद्यमान है। पूरे देश में यही एकमात्र सूर्य मंदिर है जो पूर्वाभिमुख न होकर पश्चिमाभिमुख है। इसके पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है, जिसमें बताया गया है कि कालापहाड़ नामक एक लुटेरा मंदिरों को तोड़ते हुए देव पहुंचा। मंदिर के पुजारियों ने उससे प्रार्थना की कि वह इस मंदिर को न तोड़े क्योंकि इसका बहुत महत्व है। कालापहाड़ ने शर्त रखी कि अगर मंदिर अपनी दिशा बदल देगा, तो वह इसे नहीं तोड़ेगा। इसी कारण, मंदिर का मुख पश्चिम दिशा की ओर हो गया। मान्यता है की आज तक इस मंदिर से कोई भी याचक खाली हाथ नहीं लौटा और अपने मनोवांछित फल की प्राप्ति करने के पश्चात वो यहाँ की कार्तिक या चैत्र के छठ पूजा में सूर्य देव को अर्घ भी समर्पण करते हैं।

रिव्यूज़ और रेटिंग

जानिए प्रिय भक्तों का श्री मंदिर के बारे में क्या कहना है!
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अच्युतम नायर

बेंगलुरु
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

आगरा
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मुकुल राज

लखनऊ

भक्तों का अनुभव

जिन भक्तों ने हमारे साथ पूजा बुक की उनका अनुभव जाने
तीश मोड़

तीश मोड़

17 February, 2025

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बहुत ही अतुलनीय कार्य है आपका भगवन आपको ऐसे ही कार्य करने की ताक़त दे


Ramesh Tripathi

Ramesh Tripathi

17 February, 2025

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Hame vishwas hai ki Puja poorn vishwas aur aastha se hui hogi avm hame Prabhu ka Aasirwad prapt hoga apne pariwar ke liye.Jai Bholenath sahai rehna Hamesha.🙏🏽🕉️🌼


S JAREENA BEGUM

S JAREENA BEGUM

16 February, 2025

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Namaste guruji ap ku bhuth,bahut, dhanyawad guruji,, ap ki sevaiya acche hai Ghar bhite Puja karwana, bhuth bhuth accha hai ,,meri mano kamna Puri hone baad mai mai ap se spark karungi

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

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श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

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