21 मुखी रुद्राक्ष
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21 मुखी रुद्राक्ष

क्या आप अपार धन, सफलता और सौभाग्य पाना चाहते हैं? 21 मुखी रुद्राक्ष एक दुर्लभ और चमत्कारी रुद्राक्ष है, जो भौतिक और आध्यात्मिक उन्नति में सहायक है। जानिए इसका रहस्य!

21 मुखी रुद्राक्ष के बारे में

21 मुखी रुद्राक्ष को भगवान कुबेर का प्रतीक माना जाता है, जो धारणकर्ता को अखंड संपत्ति, समृद्धि और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं 21 मुखी रुद्राक्ष के लाभ और उसके महत्वों के बारे में।

21 मुखी रुद्राक्ष क्या है?

21 मुखी रुद्राक्ष एक अत्यधिक दुर्लभ और शक्तिशाली रुद्राक्ष माला है, जो विशेष रूप से भगवान कुबेर से जुड़ी मानी जाती है। इसे भगवान कुबेर के आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है, जो धन, समृद्धि और भौतिक सुख-संसाधनों के देवता हैं। इस रुद्राक्ष के 21 मुख होते हैं, जो इसके अद्वितीयता को और अधिक बढ़ाते हैं। इसे पहनने से व्यक्ति को समृद्धि, ऐश्वर्य और धन की प्राप्ति होती है, साथ ही यह किसी भी नकारात्मक ऊर्जा और तंत्र-मंत्र के प्रभाव से भी सुरक्षा प्रदान करता है।

21 मुखी रुद्राक्ष और भगवान शिव का संबंध

रुद्राक्ष का गहरा संबंध भगवान शिव से है। शास्त्रों के अनुसार, रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुआ था, जो त्रिपुरासुर नामक राक्षस के वध के बाद धरती पर गिरे थे। जब भगवान शिव ने अपनी तीसरी आंख खोली, तो उनके आंसू पृथ्वी पर गिरे और वहीं से रुद्राक्ष के पेड़ उगने लगे। इस प्रकार रुद्राक्ष को भगवान शिव के तीसरे नेत्र का प्रतीक माना जाता है।

21 मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव के आशीर्वाद का प्रतीक है, और इसे पहनने वाले को शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस रुद्राक्ष का संबंध त्रिपुरासुर के वध से जुड़ा हुआ है, और यह दर्शाता है कि रुद्राक्ष न केवल भगवान शिव की शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह भक्तों को मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार की परेशानियों से मुक्ति दिलाने में भी सहायक होता है।

21 मुखी रुद्राक्ष के लाभ

  1. आत्मविश्वास को बढ़ाता है: 21 मुखी रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है, जिससे वह जीवन में आने वाली बाधाओं और कठिनाइयों का सामना कर सकता है।

  2. धन और समृद्धि: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को स्थिर और स्थायी धन की प्राप्ति में मदद करता है, और भौतिक सुख-संसाधनों में वृद्धि करता है।

  3. सुख और सौभाग्य: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को सफलता, प्रसिद्धि और सौभाग्य के आशीर्वाद से नवाजता है। यह सभी प्रकार की नकारात्मकता को दूर करता है और जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाता है।

  4. मानसिक शांति: 21 मुखी रुद्राक्ष तनाव, चिंता, और अवसाद को कम करने में सहायक होता है, जिससे मानसिक शांति प्राप्त होती है।

  5. स्वास्थ्य लाभ: यह रुद्राक्ष शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और खासतौर पर प्रजनन अंगों से संबंधित समस्याओं को दूर करता है।

  6. नकारात्मक प्रभाव से बचाव: इसे पहनने से व्यक्ति को तांत्रिक और नकारात्मक प्रभाव से सुरक्षा मिलती है, और वह नकारात्मक ऊर्जा से बचा रहता है।

21 मुखी रुद्राक्ष कैसे धारण करें? 

रुद्राक्ष को सही तरीके से पहनने के लिए कुछ विशेष विधियों का पालन करना जरूरी है। इसे ध्यानपूर्वक और सही दिशा में पहनना चाहिए ताकि इसका पूर्ण लाभ प्राप्त किया जा सके।

  1. साफ-सफाई का ध्यान रखें: रुद्राक्ष पहनने से पहले स्नान करना और स्वच्छ कपड़े पहनना आवश्यक है।

  2. सांसारिक सोच से दूर रहें: रुद्राक्ष को पहनते समय मानसिक शांति की स्थिति में होना चाहिए। किसी भी प्रकार के तनाव और गुस्से से बचें।

  3. मंत्र जाप: रुद्राक्ष को पहनने से पहले "ओम ह्रीं श्रीं वसुदाय नमः" का जाप करना लाभकारी होता है। इसे 9 बार जाप करके रुद्राक्ष को पहनें।

21 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का सही दिन

रुद्राक्ष शक्तिशाली ऊर्जा से भरे हुए होते हैं, और हर एक रुद्राक्ष एक ग्रह से जुड़ा होता है, जिसका एक विशेष उद्देश्य होता है। इसे बिना किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह के पहनना उचित नहीं है, क्योंकि गलत रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। हर व्यक्ति की जन्म कुंडली अलग होती है, और उसी तरह रुद्राक्ष भी हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं होता है। इसलिए, इसे पहनने से पहले किसी विशेषज्ञ से मार्गदर्शन प्राप्त करना आवश्यक है। साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि आप इसे प्रमाणिक और विश्वसनीय स्रोत से ही खरीदें, अन्यथा यह आपके लिए लाभकारी नहीं होगा।

पहनने का दिन: रुद्राक्ष को सोमवार के दिन पहनने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह दिन भगवान शिव से जुड़ा होता है।

पहनने से पहले क्या करें: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें। फिर मंदिर के पूर्व दिशा में बैठकर "ओम ह्रीं श्रीं वसुदाय नमः" मंत्र का 9 बार जाप करें और फिर रुद्राक्ष पहनें।

धातु का इस्तेमाल: आप रुद्राक्ष को चांदी या सोने में जड़वाकर और लाल धागे में पिरोकर पेंडेंट के रूप में धारण कर सकते हैं।

21 मुखी रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें? 

1. विश्वसनीय धार्मिक और ज्योतिषीय दुकानों से खरीदें

  • पारंपरिक मंदिर या धार्मिक स्थान: कई धार्मिक मंदिरों और आश्रमों में असली रुद्राक्ष माला बेची जाती हैं। इन स्थानों से खरीदने पर आपको वास्तविक रुद्राक्ष मिलने की संभावना अधिक होती है, क्योंकि ये स्थान सत्यनिष्ठ और प्रमाणिक होते हैं।

  • ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म (विश्वसनीय स्रोत से): यदि आप ऑनलाइन रुद्राक्ष खरीदने की सोच रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप केवल भरोसेमंद वेबसाइटों से ही खरीदारी करें। इस बात का ध्यान रखें कि इन साइट्स का अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड और ग्राहक समीक्षा अच्छी हो। साथ ही आप इन साइट्स पर असली रुद्राक्ष की पहचान और प्रमाण पत्र अवश्य प्राप्त करें।

  • विशेषज्ञ ज्योतिषी या रुद्राक्ष विशेषज्ञ से खरीदें: कुछ ज्योतिषी और रुद्राक्ष विशेषज्ञ भी असली रुद्राक्ष बेचते हैं। आप ऐसे विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं और वे आपको सही रुद्राक्ष उपलब्ध करवा सकते हैं।

2. सर्टिफाइड रुद्राक्ष

असली रुद्राक्ष की पहचान के लिए आपको प्रमाण पत्र की आवश्यकता हो सकती है। कुछ प्रतिष्ठित विक्रेता रुद्राक्ष के साथ एक प्रमाणपत्र भी प्रदान करते हैं, जो उसकी असलियत और गुणवत्ता की पुष्टि करता है। इससे आपको विश्वास होता है कि जो रुद्राक्ष आप खरीद रहे हैं, वह असली है।

3. पारंपरिक बाजार (ऑफलाइन खरीदारी)

  • धार्मिक बाजार और मेला: कुछ धार्मिक मेलों और बाज़ारों में रुद्राक्ष की माला बेची जाती है। इन स्थानों पर जाने से आपको असली रुद्राक्ष मिलने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, यहां सावधानी बरतनी जरूरी होती है, क्योंकि बहुत से नकली रुद्राक्ष भी बिकते हैं।

  • धार्मिक सामग्री की दुकानें: बड़े शहरों में धार्मिक सामग्री की दुकानें होती हैं, जो असली रुद्राक्ष की माला और मनके बेचती हैं। यहां आप खुद रुद्राक्ष का निरीक्षण कर सकते हैं और विक्रेता से सही जानकारी ले सकते हैं।

13 मुखी रुद्राक्ष एक शक्तिशाली और लाभकारी रुद्राक्ष है, जो मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य, और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है। इसे विधिपूर्वक अभिमंत्रित करके और सही तरीके से पहनने पर इसके अद्भुत लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।

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Published by Sri Mandir·April 7, 2025

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