जानें नवरात्रि व्रत के दौरान किन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
नवरात्रि भक्तों की आस्था के साथ उनके समर्पण एवं संयम का भी प्रतीक होती है। इस दौरान भक्त माता की आराधना में पूर्णतः लीन हो जाते हैं, और अपने भक्तिभाव को प्रकट करने के लिए पूजा एवं व्रत भी करते हैं। व्रत करने वाले लोगों के मन में इस दौरान खाने-पीने को लेकर कई प्रकार की शंकाएं होती हैं, जिन्हें दूर करने के लिए हम आपके लिए यह खास जानकारी लेकर आए हैं।
कुछ भक्त व्रत में केवल एक बार खाते हैं, कुछ दो बार और कुछ इससे भी अधिक। लेकिन व्रत आपके आत्म संयम का प्रतीक होता है, इसलिए आपको बार-बार अपना मुंह जूठा नहीं करना चाहिए। आप खाने का समय निर्धारित कर लें और उसी समय फलाहार ग्रहण करें।
अगर बात करें कि व्रत में कब खाना चाहिए तो आप सुबह नहाने और पूजा करने के पश्चात् चाय और फलाहार ग्रहण कर सकते हैं और शाम में भी पूजा के बाद फलाहार खा सकते हैं।
व्रत के समय लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है कि व्रत में वह किन चीज़ों का सेवन कर सकते हैं, तो जानते हैं कि आप व्रत में क्या खा सकते हैं और क्या नहीं-
नवरात्रि के 9 दिन केवल सात्विक भोजन ही करना चाहिए। यह भोजन शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इससे हमारा पाचन तंत्र भी ठीक रहता है, साथ ही मन और शरीर भी संतुलित रहता है। नियमित रूप से सात्विक भोजन के सेवन से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।
यह तो हम सभी जानते हैं कि व्रत में सादा नमक नहीं खाया जाता है, व्रत के भोजन में केवल सेंधा नमक का प्रयोग करें। आप व्रत के दौरान फलों का सेवन कर सकते हैं, ताज़े फलों का जूस पी सकते हैं, दूध पी सकते हैं और उससे बनी हुई चीज़ें जैसे दही, छाछ, लस्सी और मावे का सेवन भी कर सकते हैं।
व्रत में अनाज खाना पूरी तरह वर्जित होता है, इसमें केवल फल से बने आटे जैसे कि सिंघाड़े और कुट्टु के आटे का सेवन किया जा सकता है। आमतौर पर, लोग इसकी पूड़ी या पकोड़ी बनाकर खाते हैं। इसके अलावा समा या सामक के चावल का सेवन किया जाता सकता है, इन्हें उपवास के चावल के नाम से भी जाना जाता है।
व्रत में सात्विक तरह से बनाई गई सब्ज़ियों को भी खा सकते हैं, हालांकि व्रत में केवल कुछ ही सब्ज़ियां खाई जाती हैं। इनमें आलू, शकरकंद, अरबी, गाजर, कच्चा केला, लौकी, टमाटर, ककड़ी, खीरा, हरा धनिया जैसी सब्ज़ियां शामिल हैं। इन्हें खाने से आपको ऊर्जा मिलती है और पाचन भी ठीक रहता है।
अगर बात करें, कि व्रत का भोजन बनाने के लिए किस तेल का प्रयोग करना चाहिए तो सबसे बेहतर रहेगा अगर आप खाना शुद्ध घी में बनाएं। अगर ऐसा संभव नहीं है तो सूरजमुखी का तेल, मूंगफली का तेल या नारियल के शुद्ध तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं। यह ध्यान रखें कि सरसों के तेल का सेवन बिल्कुल न करें।
मसाले खाने का अभिन्न हिस्सा होते हैं, लेकिन व्रत में सभी मसालों का उपयोग नहीं किया जा सकता। व्रत का खाना बनाते वक्त जीरा, काली मिर्च, काली मिर्च पाउडर, लौंग, इलायची और दालचीनी जैसे मसालों का प्रयोग किया जा सकता है।
व्रत में चाय पी जा सकती है, हालांकि कॉफी को लेकर कई लोगों के मन में संदेह होता है, आप कॉफी ले सकते हैं, अगर उसमें केवल 100 प्रतिशत कॉफी बीन्स का इस्तेमाल किया गया है।
हल्के नाश्ते के लिए आप मखाने और मूंगफली घी में रोस्ट कर सकते हैं और उसे खा सकते हैं। मखाने सेहत के लिए काफी लाभदायक भी होते हैं।
साबूदाना और उससे बनने वाली खीर व खिचड़ी को भी व्रत में खाने के लिए उपयुक्त माना गया है। इसे खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है।
इसके अलावा व्रत में सूखे मेवों का सेवन भी काफी फायदेमंद होता है, क्योंकि यह बेहद पौष्टिक होते हैं।
आपको बता दें कि विभिन्न जगहों पर विभिन्न परंपराओं के हिसाब से भी व्रत में खाना खाया जाता है। तो आप उस आधार पर भी यह निर्धारित कर सकते हैं कि आपको व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।
तो यह थे व्रत के कुछ नियम, इस दौरान स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना भी काफी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए व्रत में ऐसी चीज़ों से परहेज करें, जिससे आपको एसिडिटी या कोई भी अन्य समस्या हो जाए। इसके लिए आप ज़्यादा तली हुई चीज़ें न खाएं। घी, आलू, तेल और सूखे मेवे जैसी चीज़ों का सेवन संतुलित मात्रा में करें। पानी पीते रहे।
लोगों के मन में यह प्रश्न अक्सर उठता है किसी भी व्रत के प्रसाद या फलाहार में प्याज और लहसुन का प्रयोग क्यों नहीं किया जाता। चलिए इसके बारे में भी जान लेते हैं।
प्याज और लहसुन को राजसिक और तामसिक भोजन की श्रेणी में रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इनके सेवन से तमस प्रकृति और वासना में वृद्धि होती है और नवरात्रि के व्रत मन की शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति के लिए अहम माना गया है। इस कारण नवरात्रि या किसी भी धार्मिक कार्य में प्याज़ और लहसुन का उपयोग नहीं किया जाता।
तो यह थी व्रत में खाने से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण बातें, आशा करते हैं यह जानकारी आपके व्रत में काम आएगी। लगातार हमारी कोशिश आपकी नवरात्रि को अधिक मंगलमय बनाने की है, इसलिए आप हमसे जुड़े रहें।
जय माता दी
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