
25 सितंबर 2025 को क्या है? जानिए इस दिन का पंचांग, नवरात्रि के चौथे दिन का महत्व, माता चंद्रघंटा पूजा और शुभ-अशुभ समय की जानकारी।
25 सितंबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से खास है। गुरुवार को नवरात्रि का चौथा दिन और तृतीया तिथि है। इस दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप माँ चंद्रघंटा की पूजा होती है और विनायक चतुर्थी भी मनाई जाती है। जानिए इस दिन के व्रत और शुभ मुहूर्त, जो इसे खास बनाते हैं।
25 सितंबर 2025, गुरुवार का दिन हिंदू पंचांग के अनुसार बेहद शुभ और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा। इस दिन नवरात्रि का दिन 4 है। इस दिन तृतीया तिथि होगी और मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व रहेगा। साथ ही, यह दिन विनायक चतुर्थी के रूप में भी मनाया जाएगा, जिससे इसका महत्व और बढ़ जाता है।
मां चंद्रघंटा का स्वरूप और महत्व
मां चंद्रघंटा के मस्तक पर अर्धचंद्र विराजमान होता है, जिसके कारण उनका नाम "चंद्रघंटा" पड़ा। मां का यह रूप शांति और सौम्यता का प्रतीक है। माना जाता है कि मां चंद्रघंटा की पूजा से भय, रोग और संकट दूर होते हैं और साधक को साहस व आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है।
पर्व और व्रत
नवरात्रि का दिन 4 – मां चंद्रघंटा पूजा
विनायक चतुर्थी व्रत
विशेष आराधना और व्रत का महत्व
शुभ मुहूर्त
पूजा का समय: 06:20 AM से 08:50 AM
विनायक चतुर्थी पूजन मुहूर्त: 11:35 AM से 01:15 PM
राहुकाल
यमघण्टकाल
आज का नवरात्रि रंग
विशेष परंपराएं
भक्तजन मां चंद्रघंटा की आराधना करके साहस और शांति की प्राप्ति की कामना करते हैं।
विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करके विघ्न-बाधाओं से मुक्ति के लिए प्रार्थना की जाती है।
नवरात्रि के रंग के अनुसार पीले वस्त्र पहनना शुभ माना गया है।
धार्मिक मान्यता
मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की पूजा करने से सभी नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं और साधक के जीवन में शांति और सफलता आती है। वहीं, विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।
निष्कर्ष
25 सितंबर 2025 का दिन धार्मिक आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम होगा। यह दिन नवरात्रि के चौथे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा और विनायक चतुर्थी व्रत दोनों का विशेष महत्व लिए हुए है। श्रद्धालु इस दिन पीले वस्त्र धारण कर मां दुर्गा और भगवान गणेश की आराधना करेंगे। ऐसा करने से जीवन के संकट दूर होंगे और घर-परिवार में सुख-समृद्धि व सकारात्मक ऊर्जा का वास होगा।
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