🔱 महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में त्रयोदशी तर्पण से पाएं पितृ उद्धार! शिप्रा घाट पर पंडा सेवा कर - पितरों को दें अन्न जल की तृप्ति एवं मुक्ति मार्ग का आशीर्वाद!
📿क्यों खास है यह सेवा?
⚜️ त्रयोदशी तिथि बाल्य अवस्था में गुजरें लोगों को समर्पित है, मान्यतानुसार कम उम्र में गुजरे लोगों को आत्मिक शांति नही मिलती है और वो तृप्ति एवं मुक्ति के लियर भटकते हैं।
🙏 ऐसे में यह सेवा आपको घर बैठे अवन्तिका जहां स्वयं कृष्ण एवं सप्तऋषियों ने श्राद्ध कर्म किए, वहाँ आपको पितृ तर्पण एवं पंडा सेवा करने का सौभाग्य प्रदान करती है।
🛕 उज्जैन में पितृ सेवा क्यों करें?
📜 गरुड़ पुराण के अनुसार उज्जैन में किया गया तर्पण और पितृ कार्य गया या काशी में किए गए अनुष्ठानों के समान फलदायी माना जाता है।
📍 यहाँ स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की उपस्थिति इस सेवा को और अधिक फलदायी बना देती है। मान्यतानुसार, भगवान शिव, अपने महाकाल रूप में, पितरों की आत्माओं की रक्षा करते हैं और उन्हें बांधने वाले कर्म-ऋणों का संहार करते हैं।
🕉️ यह सेवा पितरों को तृप्ति, अन्न जल की पूर्ति एवं मुक्ति प्रदान करने में मदद करती है। इसलिए देर न करें अभी सेवा हेतु बुकिंग करें।
इस सेवा में आप जो भी बुक करते हैं, वह केवल आपकी सेवा नहीं होती - आपकी भागीदारी हमें इस पुण्य कार्य को और अधिक लोगों तक पहुँचाने में मदद करती है। यह योगदान किसी एक की नहीं, बल्कि एक सामूहिक सेवा का हिस्सा है।