मार्गशीर्ष मास 2024: जानें कब है शुरुआत, पूजा विधि और इस पवित्र महीने के खास लाभ!
मार्गशीर्ष मास का हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान है। यह मास भगवान श्रीकृष्ण को भी बहुत प्रिय है। मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा मृगशिरा नक्षत्र से युक्त होती है इसलिए इसका नाम मार्गशीर्ष कहलाया। मृगशिरा नक्षत्र का दूसरा नाम आग्रहायणी नक्षत्र है और इसी नाम पर, इस महीने को अगहन भी कहा जाता है। साधारण भाषा में इस महीने को मंगसिर कहते हैं।
इस महीने के आरंभ से ही सतयुग का आरंभ हुआ था। मान्यता यह भी है कि इसी मास में भगवान श्री राम जी और भगवान शिव का विवाह संपन्न हुआ था।
भगवान श्री कृष्ण ने मार्गशीर्ष मास के बारे में कहा था, कि यह मास उनका ही स्वरूप है और उनको यह मास बहुत प्रिय है। उन्होंने यह भी कहा, “जो मनुष्य सुबह जल्दी उठ कर मार्गशीर्ष मास में स्नान ध्यान करेगा, उससे मैं प्रसन्न रहूँगा।” इसलिए इस मास में श्री कृष्ण की पूजा आराधना, ध्यान करने से मनुष्य के सभी मनोरथें पूरी होती हैं।
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