image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

करवा चौथ कब है?

जानें व्रत की तिथि, पूजा के खास नियम और इस पवित्र व्रत का महत्त्व

करवा चौथ

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर किए जाने वाले करवा चौथ व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन विवाहित स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु और निरोगी जीवन के लिए व्रत करती हैं। माना जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से पति पर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं। इस दिन पूरे शिव परिवार की पूजा अर्चना की जाती है। आइए जानते हैं कि साल 2024 में करवा चौथ का व्रत कब रखा जाएगा और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है।

करवा चौथ कब है?

करवा चौथ व्रत 20 अक्टूबर, रविवार

करवा चौथ पूजा मुहूर्त- 05:26 PM से 06:41 PM

करवा चौथ व्रत समय-05:59 AM से 07:39 PM

करवा चौथ के दिन चन्द्रोदय का समय- 07:39 PM

चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 20 अक्टूबर, 06:46 AM

चतुर्थी तिथि समापन- 21 अक्टूबर, 04:16 AM

करवा चौथ के अन्य शुभ मुहूर्त

  • ब्रह्म मुहूर्त- 04:19 AM से 05:09 AM तक

  • प्रातः सन्ध्या- 04:44 AM से 05:59 AM तक

  • अभिजित मुहूर्त- 11:20 AM से 12:05 PM तक

  • विजय मुहूर्त- 01:37 AM से 02:23 PM तक

  • गोधूलि मुहूर्त- 05:26 PM से 05:51 PM तक

  • सायाह्न सन्ध्या- 05:26 PM से 06:41 PM तक

  • अमृत काल- 06:21 AM से 07:48 AM तक

विवाहित महिलाएं करवा चौथ के दिन सुबह स्नान करके व्रत की शुरुआत करती हैं। इसके बाद, वे दिन भर निर्जला व्रत रखती हैं, और अपने पति की दीर्घायु व सौभाग्य की रक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं। शाम को चंद्रमा के उदय होने पर वे चंद्रमा के दर्शन कर अर्घ्य देती हैं, जिसके बाद पानी पीकर अपना व्रत तोड़ती हैं।

divider
Published by Sri Mandir·January 8, 2025

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
Card Image

बलराम जयंती 2025: तिथि, पूजा विधि, व्रत कथा और धार्मिक जानकारी

2025 में बलराम जयंती कब मनाई जाएगी? जानिए बलराम जी के जन्म की तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, व्रत विधि, और इस दिन का धार्मिक व पौराणिक महत्व।

right_arrow
Card Image

बुध प्रदोष व्रत की तिथि, पूजा विधि और महत्व

बुध प्रदोष व्रत 2025 की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और धार्मिक महत्व की जानकारी पाएं। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और बुद्धवार के दिन पड़ता है।

right_arrow
Card Image

संवत्सरी पर्व 2025 कब है?

संवत्सरी पर्व 2025 कब है? क्या आप जानते हैं जैन धर्म में क्षमा याचना का यह दिन आत्मशुद्धि और अहिंसा का सबसे बड़ा प्रतीक माना जाता है? जानें तिथि, महत्व, विधि और क्षमावाणी से जुड़ी सभी जानकारी।

right_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

हमारा पता

फर्स्टप्रिंसिपल ऐप्सफॉरभारत प्रा. लि. 435, 1st फ्लोर 17वीं क्रॉस, 19वीं मेन रोड, एक्सिस बैंक के ऊपर, सेक्टर 4, एचएसआर लेआउट, बेंगलुरु, कर्नाटका 560102
YoutubeInstagramLinkedinWhatsappTwitterFacebook