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कमला जयंती कब है?

कमला जयंती 2025 का दिन देवी लक्ष्मी के कमला रूप की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है

कमला जयंती के बारे में

कमला जयंती देवी लक्ष्मी के कमला स्वरूप की आराधना का पर्व है। इस दिन भक्त मां कमला की पूजा कर धन, सौभाग्य और समृद्धि की कामना करते हैं। पूजा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शांति प्राप्त होती है।

2025 में कब है कमला जयंती?

श्री देवीभागवत पुराण के अनुसार, माँ पार्वती के दस तांत्रिक रुप हैं जिन्हें “महाविद्या” कहा जाता है। इन दस महाविद्याओं को उनके स्वभाव के आधार पर तीन समूहों में बांटा गया है: सौम्य कोटि, उग्र कोटि और सौम्य-उग्र कोटि। माता कमला दस महाविद्याओं में से एक हैं और वह सौम्य कोटि की श्रेणी में आती हैं।

माता कमला की जयंती हर साल मार्गशीष की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। इस बार कमला जयंती 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। आइए इस अवसर पर हम आपको माता कमला के स्वरुप और उनकी महिमा से अवगत कराते हैं।

कमला जयंती 2025 तिथि

  • कमला जयन्ती: 21 अक्टूबर, 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी।
  • अमावस्या तिथि प्रारम्भ - अक्टूबर 20, 2025 को 03:44 पी एम बजे
  • अमावस्या तिथि समाप्त - अक्टूबर 21, 2025 को 05:54 पी एम बजे

शुभ समय

मुहूर्त

समय

ब्रह्म मुहूर्त

04:19 ए एम से 05:09 ए एम

प्रातः सन्ध्या

04:44 ए एम से 05:59 ए एम

अभिजित मुहूर्त

11:19 ए एम से 12:05 पी एम

विजय मुहूर्त

01:37 पी एम से 02:22 पी एम

गोधूलि मुहूर्त

05:25 पी एम से 05:51 पी एम

सायाह्न सन्ध्या

05:25 पी एम से 06:41 पी एम

अमृत काल

03:51 पी एम से 05:38 पी एम

निशिता मुहूर्त

11:17 पी एम से 12:08 ए एम, अक्टूबर 22

क्या है कमला जयंती?

  • कमला जयंती माता कमला (मां लक्ष्मी का तांत्रिक स्वरूप) के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है।
  • माता कमला समृद्धि, धन, सम्मान और भाग्य की देवी मानी जाती हैं।
  • यह पर्व हर साल मार्गशीष मास की अमावस्या को मनाया जाता है।

क्यों मनाते हैं कमला जयंती?

  • इस दिन माता कमला की पूजा करने से जीवन में धन, समृद्धि और सौभाग्य आता है।
  • व्रत, दान और भोग अर्पित करने से माता की कृपा प्राप्त होती है।
  • यह दिन विशेष रूप से तांत्रिक लक्ष्मी के रूप में माता कमला की उपासना का अवसर प्रदान करता है।

कमला जयंती का महत्व

  • कमला जयंती धन और वैभव से जुड़ा महत्वपूर्ण पर्व है।
  • माता कमला की पूजा करने से दरिद्रता, रोग और दुर्भाग्य दूर होते हैं।
  • इस दिन की गई पूजा से घर-परिवार में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

कमला जयंती कैसे मनाएं?

  • प्रातःकाल स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
  • घर में पूजा स्थान को स्वच्छ करके लाल या पीले वस्त्र से सजाएं।
  • माता कमला की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
  • दीपक जलाएं और माता को हल्दी-कुमकुम, अक्षत, पुष्प अर्पित करें।
  • भोग में मिठाई, फल और अन्य प्रसाद अर्पित करें।
  • माता के मंत्रों का जाप करें, जैसे: “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”।
  • गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें।
  • पूजा के अंत में माता से आशीर्वाद प्राप्त करें और जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करें।

कमला जयंती पर किसकी पूजा करें?

  • इस दिन माता कमला (मां लक्ष्मी का तांत्रिक रूप) की पूजा की जाती है।
  • माता कमला का स्वरूप सुनहरा है, सिर पर मुकुट और हाथ में कमल के फूल हैं।
  • पूजा से घर में धन, वैभव और सुख-शांति आती है।

कमला जयंती मनाने के लाभ

  • घर और जीवन में धन, वैभव और समृद्धि आती है।
  • माता कमला की कृपा से दरिद्रता, रोग और दुर्भाग्य दूर होते हैं।
  • घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
  • माता के आशीर्वाद से भाग्य और सम्मान प्राप्त होता है।
  • पूजा करने वाले के घर परिवार में संपत्ति और स्थिरता आती है।

कमला जयंती के दिन क्या करना चाहिए?

  • प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • विधिवत माता कमला की पूजा करें।
  • भोग के रूप में फल, मिठाई और अन्य प्रसाद अर्पित करें।
  • गरीबों और जरूरतमंदों को दान दें।
  • माता के मंत्रों का जाप करें।
  • दिनभर सत्य, धर्म और अच्छाई का पालन करें।

कमला जयंती के दिन क्या न करें?

  • झूठ बोलना, गुस्सा करना और विवाद करना न करें।
  • घर में अव्यवस्था और गंदगी बनाए रखना न करें।
  • आलस्य या नकारात्मक कार्यों में समय व्यर्थ करना न करें।
  • किसी का हक मारना या किसी को नुकसान पहुँचाना न करें।

माता कमला का स्वरुप

माता कमला समृद्धि, सम्मान और भाग्य की देवी हैं। शास्त्रों में माता के रूप को इस प्रकार वर्णित किया गया है, माता का रंग सुनहरा है, इनके कमल के समान तीन नेत्र हैं और इनकी चार भुजाएं हैं। जिनमें से एक आशीर्वाद मुद्रा में है, एक योग मुद्रा में है और दो में कमल के फूल हैं। मां ने रेशमी पोशाक पहनी है और माँ के सिर पर सोने का मुकुट है। अपने इस दिव्य स्वरुप के साथ माता कमल पर विराजमान हैं।

माता कमला की पूजा करने से दरिद्रता, रोग, दुर्भाग्य आदि से छुटकारा मिलता है। इन्हें माता लक्ष्मी का एक अंश माना जाता है, इसलिए इन्हें तांत्रिक लक्ष्मी भी कहते हैं। माता कमला जिसपर प्रसन्न होती हैं उसका घर सुख और धन-वैभव से भर देती हैं।

कमला जयंती पर क्या करें विशेष

कमला जयंती के दिन विधि विधान से माता कमला की पूजा करनी चाहिए। इस साल कमला जयंती 20 अक्टूबर को है। आमतौर पर इस दिन तांत्रिक पूजा का विशेष महत्व होता है, लेकिन आप सामान्य तरीके से पूजा कर मां को प्रसन्न कर सकते हैं।

  • मां कमला की पूजा करें।
  • व्रत रखें।
  • मां कमला को भोग लगाएं।
  • गरीबों को दान करें।
  • मां कमला के मंत्रों का जाप करें।
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Published by Sri Mandir·October 14, 2025

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