वास्तु शास्त्र के अनुसार बैडरूम की दिशा
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वास्तु शास्त्र के अनुसार बैडरूम की दिशा

क्या आपके बैडरूम की दिशा वास्तु के अनुसार है? जानें सही दिशा और वास्‍तु उपाय, ताकि घर में सुख और शांति बनी रहे।

बेडरूम वास्तु शास्त्र के बारे में

बेडरूम का वास्तु शास्त्र आपके जीवन में सुख-शांति, सकारात्मक ऊर्जा और रिश्तों में सामंजस्य बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सही दिशा और व्यवस्था का पालन करके आप घर में सुखद माहौल और अच्छे स्वास्थ्य का अनुभव कर सकते हैं।

बेडरूम में वास्तु दोष

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बेडरूम में वास्तु दोष होने के कारण घर में परेशानियां उत्पन्न होती हैं। इसलिए बेडरूम को वास्तु शास्त्र के अनुसार बहुत जरूरी माना गया है। क्योंकि अगर यह सब चीज ध्यान में न रखी जाए तो घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है। जिसके कारण जातक को अपने जीवन में नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ सकता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार बैडरूम की दिशा क्या होनी चाहिए

  • ज्योतिष शास्त्र में बेडरूम की दिशा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। बेडरूम के लिए उत्तर या उत्तर पश्चिम दिशा शुभ होती है। इस दिशा में कमरा होने से पति-पत्नी के बीच आपसी संबंध और अधिक मजबूत होते हैं। जिसके कारण जीवन में प्रेम बन रहता है।
  • दक्षिण पश्चिम में बेडरूम होने से पति-पत्नी अपने-अपने कार्य में दक्षता हासिल करते हैं और दोनों मिलकर अपने परिवार का ध्यान रखते हैं।
  • इसके साथ ही पश्चिम दिशा में बना बेडरूम जीवन के हर क्षेत्र में दांपत्य जीवन को लाभ देता है। पति-पत्नी को उत्तर को दिशा के कमरे में या इस दिशा की ओर बेड नहीं लगाना चाहिए।
  • अग्नि की दिशा यानी दक्षिण पूर्व में बेडरूम होने से पति-पत्नी का व्यवहार बिना बात के आक्रामक हो जाता है। कई बार छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करना और लड़ाई झगड़ा होने की यह वजह हो सकती है।
  • शयन कक्ष उत्तर पूर्व में नहीं होना चाहिए। क्योंकि उत्तर पूर्व में बेडरूम होने से दांपत्य जीवन में दिक्कतें और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
  • दक्षिण दिशा में बेडरूम होने से घर में बेवजह का खर्चा भी बढ़ता है। क्योंकि अग्नि कोण में सोने पर क्रोध अपनी चरम सीमा पर होता है।
  • बेडरूम वास्तु के अनुसार आपके बिस्तर के सिर के लिए पूर्व और दक्षिण सबसे अच्छी दिशा है। अपने बिस्तर को कमरे के कोने में कभी भी नहीं रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है, कि इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होने में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
  • वास्तु के अनुसार अपने बिस्तर को हमेशा बेडरूम की दक्षिण या पश्चिम की दीवार के सामने रखना चाहिए। दीवार और बिस्तर के बीच 4 इंच की दूरी छोड़ना सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि करता है।
  • बिस्तर के सामने शीशे का प्रयोग कभी भी नहीं करना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार सोते समय आपका प्रतिबिंब अशुभ साबित हो सकता है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में हरा, नीला या फिर गुलाबी रंग का प्रयोग करना शुभ होता है। इन रंगों को बेडरूम में प्रयोग करने से शांति बनी रहती है। वहीं बच्चों के कमरे में नीला और हरा रंग उत्तम माना जाता है।
  • अगर आपका बेडरूम दक्षिण पश्चिम दिशा में है, तो आपको नीले रंग का प्रयोग करना बहुत शुभ होगा। वहीं कभी भी बेडरूम में लाल और काले रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह रंग खतरे का संकेत होता है। घर में किसी भी कमरे में लाल और काले रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  • अगर आपका बेडरूम दक्षिण पश्चिम दिशा में है, तो वहां पर गुलाबी रंग लगाना शुभ होता है। वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में आसमानी रंग का प्रयोग करन भी उत्तम माना जाता है। आसमानी रंग को नई शुरुआत, सुख शांति का प्रतीक माना गया है।
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Published by Sri Mandir·January 6, 2025

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