image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

श्री मयूरेश स्तोत्र | Shri Muresh Stotram

श्री मयूरेश स्तोत्र भगवान गणेश के मयूरेश्वर स्वरूप की आराधना के लिए अत्यंत शक्तिशाली स्तोत्र है। इसके पाठ से बाधा, भय और संकटों से मुक्ति मिलती है तथा जीवन में सफलता और शांति प्राप्त होती है। जानिए सम्पूर्ण पाठ, अर्थ और लाभ।

श्री मयूरेश स्तोत्र के बारे में

श्री मयूरेश स्तोत्र भगवान गणेश के मयूरेश्वर स्वरूप को समर्पित एक पवित्र और शक्तिशाली स्तोत्र है। यह स्तोत्र विघ्नों के नाश, ज्ञान की प्राप्ति और कार्यों में सफलता के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है। श्रद्धा से इसका पाठ करने पर जीवन में शांति, सुख और समृद्धि आती है।

श्री मयूरेश स्तोत्र क्या है?

शुभ या मांगलिक कार्य एवं किसी भी तरह के काम को शुरू करने से पहले भगवान गणेश जी की सबसे पहले पूजा-अर्चना होती है, जब तक भगवान गणेशजी की पूजा नहीं की जाती है तब तक दूसरे देवी-देवताओं की पूजा नहीं की जाती है। सभी तरह की मुसीबतों एवं कार्य में आ रहे व्यवधान को दूर करने के लिए इस मयूरेश स्तोत्र का पाठ जरूर करें।

श्री मयूरेश स्तोत्र पाठ विधि

  • भगवान गणेश से भक्तों को मयूरेश स्तोत्र का पाठ करने से पहले सुबह स्नान आदि कर तन-मन को शांत कर लेना चाहिए।
  • इसके बाद भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठ कर मयूरेश स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।

श्री मयूरेश स्तोत्र पाठ से लाभ

  1. यह स्तोत्र के जाप से ब्रह्मभाव की प्राप्ति होती है और समस्त पापों का नाश होता है।
  2. ये स्तोत्र मनुष्यों को सम्पूर्ण मनोवांछित वस्तु देने वाला तथा सारे उपद्रवों का शमन करने वाला है।
  3. यह शुभ स्तोत्र मानसिक चिन्ता और सभी रोगों को भी हर लेता है और भोग एवं मोक्ष प्रदान करता है।

श्री मयूरेश स्तोत्र एवं अर्थ

share
ब्रह्मोवाच | पुराणपुरुषं देवं नानाक्रीडाकरं मुदा। मायाविनं दुर्विभाव्यं मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: ब्रह्माजी बोले- जो पुराणपुरुष हैं और प्रसन्नतापूर्वक नाना प्रकार की क्रीड़ाएं करते हैं जो माया के स्वामी हैं तथा जिनका स्वरूप दुर्विभाव्य है, उन मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूं।

share
परात्परं चिदानन्दं निर्विकारं हृदि स्थितम्। गुणातीतं गुणमयं मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: जो परात्पर, चिदानन्दमय, निर्विकार, सबके हृदय में अन्तर्यामी रूप से स्थित गुणातीत एवं गुणमय हैं, उन मयूरेश को मैं नमस्कार करता हूं।

share
सृजन्तं पालयन्तं च संहरन्तं निजेच्छया। सर्वविघ्नहरं देवं मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: जो स्वेच्छा से ही संसार की सृष्टि पालन और संहार करते हैं, उन सर्वविघ्नहारी देवता मयूरेश को मैं प्रणाम करता हूं।

share
नानादैत्यनिहन्तारं नानारूपाणि बिभ्रतम्। नानायुधधरं भक्त्या मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: जो अनेकानेक दैत्यों के प्राणनाशक हैं और नाना प्रकार के रूप धारण करते हैं, उन नाना अस्त्र-शस्त्रधारी मयूरेश को मैं भक्तिभाव से नमस्कार करता हूं।

share
इन्द्रादिदेवतावृन्दैरभिष्टुतमहर्निशम्। सदसद्व्यक्तमव्यक्तं मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: इन्द्र आदि देवताओं का समुदाय दिन-रात जिनका स्तवन करते हैं तथा जो सत्य, असत्य, व्यक्त और अव्यक्त रूप हैं, उन मयूरेश को मैं प्रणाम करता हूं।

share
सर्वशक्तिमयं देवं सर्वरूपधरं विभुम्। सर्वविद्याप्रवक्तारं मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: जो सर्वशक्तिमय, सर्वरूपधारी और संपूर्ण विद्याओं के प्रवक्ता हैं, उन भगवान मयूरेश को मैं प्रणाम करता हूं।

share
पार्वतीनन्दनं शम्भोरानन्दपरिवर्धनम्। भक्तानन्दकरं नित्यं मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: जो पार्वती जी को पुत्र रूप से आनन्द प्रदान करते और भगवान शंकर का भी आनंद बढ़ाते हैं, उन भक्त आनन्दवर्धन मयूरेश को मैं नित्य नमस्कार करता हूं।

share
मुनिध्येयं मुनिनुतं मुनिकामप्रपूरकम्। समष्टिव्यष्टिरूपं त्वां मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: मुनि जिनका ध्यान करते, मुनि जिनके गुण गाते तथा जो मुनियों की कामना पूर्ण करते हैं, उन समष्टि-व्यष्टि रूप मयूरेश को मैं प्रणाम करता हूं।

share
सर्वाज्ञाननिहन्तारं सर्वज्ञानकरं शुचिम्। सत्यज्ञानमयं सत्यं मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: जो समस्त वस्तु विषयक अज्ञान के निवारक, सम्पूर्ण ज्ञान के उद्भावक, पवित्र, सत्य ज्ञान स्वरूप तथा सत्य नामधारी हैं, उन मयूरेश को मैं नमस्कार करता हूं।

share
अनेककोटिब्रह्माण्डनायकं जगदीश्वरम्। अनन्तविभवं विष्णुं मयूरेशं नमाम्यहम्॥

अर्थ: जो अनेक कोटि ब्रह्माण्ड के नायक, जगदीश्वर, अनन्त वैभव-संपन्न तथा सर्वव्यापी विष्णु रूप हैं, उन मयूरेश को मैं प्रणाम करता हूं।

share
मयूरेश उवाच || इदं ब्रह्मकरं स्तोत्रं सर्वपापप्रनाशनम्। सर्वकामप्रदं नृणां सर्वोपद्रवनाशनम्॥ कारागृहगतानां च मोचनं दिनसप्तकात्। आधिव्याधिहरं चैव भुक्तिमुक्तिप्रदं शुभम्॥

अर्थ: मयूरेश ने कहा, “यह स्तोत्र ब्रह्मभाव की प्राप्ति कराने वाला और समस्त पापों का नाशक है। मनुष्यों को सम्पूर्ण मनोवांछित वस्तु देने वाला तथा सारे उपद्रवों का शमन करने वाला है। सात दिन इसका पाठ किया जाये तो कारागार में बंद मनुष्य को भी छुड़ा लाता है। यह शुभ स्तोत्र मानसिक चिन्ता तथा व्याधि यानी सभी रोगों को भी हर लेता है और भोग एवं मोक्ष प्रदान करता है।”

भगवान गणेश संसार के कल्याण के लिए कई रूपों में अवतरित हुए हैं। इस मयूरेश स्तोत्र में उनके इन्हीं रूपों के बारे में बताया गया है।

इस स्तोत्र में ब्रह्माजी कहते हैं कि भगवान गणपति अनेकानेक दैत्यों के प्राणनाशक हैं और नाना प्रकार के रूप धारण करते हैं और जगत का कल्याण करते हैं।

भगवान गणेश जी का नाम सभी देवों में सर्वप्रथम लिया जाता है। भगवान गणेश देवताओं द्वारा भी पूजे जाते हैं। मयूरेश स्तोत्र में उनकी महिमा का वर्णन खुद ब्रह्माजी करते हैं।

divider
Published by Sri Mandir·November 5, 2025

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
Card Image

मदन मोहन अष्टकम स्तोत्र | Madan Mohan Ashtakam

Madan Mohan Ashtakam भगवान श्रीकृष्ण की माधुर्यता और करुणा का वर्णन करने वाला पवित्र स्तोत्र है। इसके पाठ से मन में प्रेम, शांति और भक्ति बढ़ती है।

right_arrow
Card Image

भगवान शिव शतनाम-नामावली स्तोत्रम् | Shiva Shatanam Namavali Stotram

Shiva Shatanam Namavali Stotram भगवान शिव के 100 दिव्य नामों का पवित्र संकलन है। इस स्तोत्र के पाठ से पापों का नाश, भय का अंत, मन की शुद्धि और जीवन में कल्याण की प्राप्ति होती है। यहां जानें शिव शतनाम स्तोत्र का अर्थ, पाठ विधि, लाभ और आध्यात्मिक महत्व।

right_arrow
Card Image

पार्वती वल्लभा अष्टकम् | Parvathi Vallabha Ashtakam

Parvati Vallabha Ashtakam भगवान शिव की स्तुति में रचित पवित्र स्तोत्र है, जिसके पाठ से शांति, शक्ति और दिव्य कृपा प्राप्त होती है।

right_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 100 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

हमारा पता

फर्स्टप्रिंसिपल ऐप्सफॉरभारत प्रा. लि. 435, 1st फ्लोर 17वीं क्रॉस, 19वीं मेन रोड, एक्सिस बैंक के ऊपर, सेक्टर 4, एचएसआर लेआउट, बेंगलुरु, कर्नाटका 560102
YoutubeInstagramLinkedinWhatsappTwitterFacebook