अगर आप जानना चाहते हैं कि कर्क राशि का प्रतीक क्या है और इसका व्यक्तित्व पर क्या प्रभाव पड़ता है, तो पूरा आर्टिकल पढ़ें!
कर्क राशि का प्रतीक केकड़ा है, जो इसकी भावनात्मक और रक्षात्मक प्रकृति को दर्शाता है। केकड़ा जैसे कर्क राशि के लोग भी बाहर से कठोर लेकिन अंदर से कोमल होते हैं। यह प्रतीक उनकी सहज प्रवृत्ति, परिवार से जुड़ाव और सुरक्षित माहौल की चाह को दर्शाता है।
कर्क राशि, जिसे अंग्रेज़ी में 'कैंसर' (Cancer) कहा जाता है, राशि चक्र की चौथी राशि है। इसका प्रतीक चिह्न केकड़ा है, जो इस राशि के जातकों में सुरक्षा और आत्मरक्षा के गुणों को दर्शाता है। केकड़े की तरह, कर्क राशि के जातक भी अपने आस-पास के लोगों को सुरक्षित महसूस करवाते हैं। साथ ही ये जातक केकड़े की ही भांति अपनी रक्षा के लिए अपने विरोधी को नुकसान पहुंचाने में भी नहीं हिचकिचाते हैं। कर्क राशि के व्यक्ति के भीतर भावनाओं का एक विशाल समुद्र होता है, जो उनकी आत्मीयता, सहानुभूति और प्रेम से भरा हुआ है।
कर्क राशि का प्रतीक चिह्न केकड़ा, ग्रीक पौराणिक कथाओं से प्रेरित होकर लिया गया है। इस कथा के अनुसार राजा हरक्यूलिस जब हाइड्रा नाम के नौ सिरों वाले सांप से लड़ रहे थे, तब हेरा नामक देवी ने एक विशाल केकड़े को भेजा, जिसने हरक्यूलिस के पैर में काटा। हरक्यूलिस ने केकड़े को मार डाला, लेकिन उसकी सेवा से प्रभावित होकर, हेरा ने उसे आकाश में एक नक्षत्र का स्थान दिया, जो आज कर्क राशि के रूप में जाना जाता है। इस राशि में जन्मे लोगों में केकड़े की तरह ही कुछ बहुत अद्भुत गुण देखने को मिलते हैं, जो इस प्रतीक चिन्ह से प्रभावित है।
कर्क राशि का प्रतीक केकड़ा एक ऐसा जीव है जो जल और थल दोनों में जीवित रह सकता है। अपने राशि चिन्ह की तरह ही कर्क राशि के जातक भी किसी भी तरह की परिस्थिति में खुद को ढाल लेते हैं। कर्क राशि को जल तत्व की राशि माना जाता है, जिसके कारण,इस राशि के लोग गहरी भावनाओं को समझने में सक्षम होते हैं और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखते हैं। किसी केकड़े की तरह ही इस राशि के लोगों में असीम जिजीविषा अर्थात जीने की चाह होती है, जो इन्हें जिंदादिल बनाती है और इन्हें किसी भी स्थिति में हारने नहीं देती।
कर्क राशि के जातक स्वभाव से दयालु और सहानुभूति से पूर्ण होते हैं। ये अपने परिवार और संबंधों के प्रति विशेष लगाव रखते हैं। ये अपने प्रियजनों की देखभाल करने में संकोच नहीं करते और उनके लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। इनकी यह विशेषता केकड़े के स्वभाव से मेल खाती है, जो अपने खोल से गहरा लगाव रखता है।
जिस तरह केकड़ा कभी भी सीधे आगे नहीं बढ़ता, बल्कि तिरछा चलता है, उसी तरह कर्क राशि के लोग किसी भी समस्या का समाधान पाने के लिए एक सीधी रेखा में नहीं चलते, बल्कि अपनी अलग सोच के साथ कुछ हट कर समस्या को सुलझाते हैं। साथ ही अपनी उम्दा रणनीति से अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए सूझबूझ और धैर्य से काम लेते हैं, और उसमें सफल भी होते हैं।
कर्क राशि के लोग दोहरे स्वभाव वाले होते हैं। ये बाहर से मजबूत दिखते हैं, लेकिन अंदर से वे अत्यधिक संवेदनशील और भावनात्मक होते हैं, और छोटी-छोटी बातों पर आहत हो जाते हैं। ये अपनी भावनाओं को आसानी से प्रकट नहीं करते और जब वे असुरक्षित महसूस करते हैं, तो खुद को सबसे दूर कर लेते हैं। ये जातक दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। लेकिन यदि किसी ने इन्हें नुकसान पहुंचाया तो अपने राशि चिन्ह केकड़े की तरह आक्रामक भी हो सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में कर्क राशि के लोगों को अपनी अत्यधिक संवेदनशीलता को संतुलित करने की सलाह दी जाती है, ताकि वे अपने जीवन में अधिक स्थिरता और संतुलन बना सकें।
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