image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

निखिल कवच

निखिल कवच एक रहस्यमय और दिव्य स्तोत्र है जो साधक को सभी प्रकार के दोषों, भय और विघ्नों से मुक्त करता है। जानें इसकी पाठ विधि और लाभ।

निखिल कवच के बारे में

निखिल कवच एक शक्तिशाली कवच है। इस कवच का पाठ भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने और सुरक्षा के लिए किया जाता है। निखिल कवच विशेष रूप से नकारात्मक ऊर्जा, ग्रह दोष और बुरी शक्तियों से बचाव करने के लिए उपयोगी होता है। इस कवच का नियमित पाठ मानसिक शांति, समृद्धि और आत्मिक उन्नति प्रदान करता है। अगर आप इस दिव्य कवच के बारे में और ज्यादा जानकारी जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को पढ़े, जहां आपको इस कवच के बारे में सारी जानकारी एक स्थान पर मिल जाएगी।

निखिल कवच क्या है?

निखिल कवच, जिसे श्री निखिलेश्वरानंद कवच भी कहा जाता है, एक पवित्र धार्मिक पाठ है जो भगवान शिव की कृपा और सुरक्षा के लिए किया जाता है। यह कवच बुरी शक्तियों, नकारात्मक ऊर्जा और विभिन्न प्रकार की बाधाओं से सुरक्षा प्रदान करने का कार्य करता है। श्रद्धालु इसे नियमित रूप से पाठ करने से मानसिक और शारीरिक शांति की प्राप्ति करते हैं। निखिल कवच का अर्थ होता है "सम्पूर्ण कवच," जो जीवन में आने वाली समस्याओं से बचने के लिए विशेष रूप से शक्तिशाली माना जाता है। इसे विशेष रूप से संकटों और विपत्तियों के समय में किया जाता है, जब व्यक्ति को आत्मिक शांति की आवश्यकता होती है। इस कवच का पाठ भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है और यह भक्तों को उनके पापों से मुक्ति और समृद्धि की ओर मार्गदर्शन करता है।निखिल कवच का नियमित पाठ मानसिक स्थिति को स्थिर करता है और जीवन में आने वाली नकारात्मकताओं से बचने में मदद करता है। इसे एक शक्तिशाली साधना माना जाता है, जो भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक सशक्त तरीका है।

निखिल कवच श्लोक

शिरः सिद्धेश्वरः पातु ललाटं च परात्परः।

नेत्रे निखिलेश्वरानन्द नासिका नरकान्तकः॥

कर्णी कालात्मकः पातु मुख मन्लेश्वरस्तथा।

कण्ठं रक्षतु वागीशः भुजो च भुवनेश्वरः॥ 

स्कन्धो कामेश्वरः पातु हृदयं ब्रह्मवर्चसः।

नाभि नारायणो रक्षेत् उरुं ऊर्जस्वलोऽपि वे॥

जानुनि सच्चिदानन्दः पातु पादो शिवात्मकः।

गुह्यं लयात्मकः पापात् चित्तंचिन्तापहारकः॥ 

मदनेशः मनः पातु पृष्टं पूर्णप्रदायकः।

पूर्व रक्षतु तंत्रेशः यंत्रेशः वारुर्णी तथा॥

उत्तरं श्रीधरः रक्षेत् दक्षिणं दक्षिणेश्वर।

पातालं पातु सर्वज्ञः ऊर्ध्व में प्राण संज्ञकः॥ 

कवचेनावृतो यस्तु यत्र कुत्रापित गच्छति।

तत्र सर्वत्र लाभः स्यात् किचिदत्र न संशयः॥ 

यं यं चिन्तयते कामं तं तं प्राप्नोति निश्चितं।

धनवान् बलवान् लोके जायते समुपासकः॥

ग्रहभूतपिशाचान यक्षगन्धर्वराक्षसाः।

नश्यन्ति सर्वविघ्नानि दर्शानात् कवचावृतम्॥

प इदं कवचं पुण्यं प्रातः पठति नित्यशः।

सिद्धाश्रम पदारूढः ब्रह्मभावेन भूयते॥

यह श्लोक निखिल कवच का पाठ विधि और लाभ के बारे में वर्णन करता है। इसे श्रद्धा और विश्वास के साथ नियमित रूप से पाठ करने से सभी नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

निखिल कवच का पाठ करने के लाभ / फायदे

  • शक्तिशाली कवच: निखिल कवच एक अद्भुत और शक्तिशाली कवच है।

  • नवग्रह दोष से मुक्ति: निखिल कवच का नित्य पाठ करने से नवग्रहों की बाधाओं से मुक्ति मिलती है, जिससे जीवन में आ रहे कष्ट, दुःख और पीड़ा दूर होते हैं।

  • टोना टोटका और बुरी नजर से रक्षा: यह कवच टोना टोटका, बुरी नजर, बुरी आत्मा जैसे नकारात्मक प्रभावों से व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करता है।

  • आध्यात्मिक उत्थान: यदि व्यक्ति सूर्योदय से पहले निखिल कवच का पाठ करता है, तो उसे आध्यात्मिक उत्थान और सर्वोच्च उन्नति प्राप्त होती है।

  • मोक्ष का मार्ग: निखिल कवच का नियमित पाठ मोक्ष प्राप्ति का मार्ग खोलने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति का जीवन आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध होता है।

  • निखिलेश्वर माला का महत्व: निखिल कवच के साथ निखिलेश्वर माला का धारण करने से व्यक्ति को आनंद, सौभाग्य और गुरुदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

  • सुख-समृद्धि का वास: निखिलेश्वरानंद पारद मूर्ति की पूजा से व्यक्ति की सम्पूर्ण मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर-परिवार में सुख और समृद्धि का वातावरण बना रहता है।

  • सकारात्मक ऊर्जा का संचार: निखिल कवच का पाठ सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे जीवन में शुभता और शांति बनी रहती है**।**

  • आध्यात्मिक शांति: इस कवच का नियमित पाठ करने से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक शांति की प्राप्ति होती है।

  • अमंगल ग्रहों से मुक्ति: यह कवच व्यक्ति को अमंगल ग्रहों के दोषों से मुक्ति दिलाता है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का संचार करता है।

  • पारिवारिक सुख: निखिल कवच के प्रभाव से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और रिश्ते मजबूत होते हैं।

  • सभी कष्टों से मुक्ति: निखिल कवच का पाठ किसी भी प्रकार के संकट या कष्ट से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है।

  • शिव की कृपा: इस कवच का पाठ भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन है, जो जीवन में समृद्धि और समर्पण लाता है।

  • जीवन में संतुलन: निखिल कवच जीवन में मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।

  • धार्मिक साधना में वृद्धि: निखिल कवच का नियमित पाठ व्यक्ति को धार्मिक साधना के क्षेत्र में और अधिक उन्नति की ओर मार्गदर्शन करता है।

निखिल कवच पाठ विधि

निखिल कवच एक शक्तिशाली और प्रभावी धार्मिक साधना है, जिसे साधक अपनी स्थिति के अनुसार विधिपूर्वक कर सकता है। इस कवच का पाठ करने की विधि सरल और सहज है। यदि आप विनियोग, कर न्यास, अंग न्यास जैसी जटिल विधियों को न भी कर पाएं, तो भी निखिलेश्वरानंद कवच के श्लोकों का पाठ करने से लाभ प्राप्त होता है। निखिल कवच का पाठ आप सुबह और शाम, दोनों समयों में कर सकते हैं, ताकि दिन के दोनों समयों में आपको दिव्य आशीर्वाद और सुरक्षा प्राप्त हो। यह पाठ किसी भी समय किया जा सकता है, जिससे यह आपकी दिनचर्या के अनुसार लचीला बनता है। इस कवच का पाठ किसी भी स्थान पर किया जा सकता है, चाहे वह घर हो, मंदिर हो या अन्य कोई शुद्ध स्थान हो। महत्वपूर्ण यह है कि आप पूरे श्रद्धा और विश्वास के साथ इसे पढ़ें।

divider
Published by Sri Mandir·April 10, 2025

Did you like this article?

srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Address:
Firstprinciple AppsForBharat Private Limited 435, 1st Floor 17th Cross, 19th Main Rd, above Axis Bank, Sector 4, HSR Layout, Bengaluru, Karnataka 560102
Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.