कृष्ण जन्माष्टमी पर व्रत और पूजा के साथ-साथ कुछ नियमों का पालन भी ज़रूरी है। जानें किन चीज़ों से बचना चाहिए ताकि पुण्य प्राप्त हो।
कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का पावन पर्व है, जिसे श्रद्धा, भक्ति और नियमों के साथ मनाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन उपवास, पूजन और रात्रि जागरण का विशेष महत्व होता है। जन्माष्टमी के दिन कुछ कार्य करने से बचना चाहिए, आइये जानते हैं इसके बारे में...
हर साल भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस साल यह पावन पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन भक्त भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। मान्यता है कि जन्माष्टमी पर कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए। अगर इन गलतियों को किया जाए, तो पूजा का पूरा फल नहीं मिलता और जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि हम समझें कि इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं
काले कपड़े न पहनें इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें। ना ही भगवान श्रीकृष्ण को काले वस्त्र पहनाएं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है।
तामसिक भोजन न करें जन्माष्टमी के दिन मांस, मछली, लहसुन, प्याज जैसे तामसिक चीजों का सेवन न करें। साथ ही चावल भी न खाएं, क्योंकि इससे भगवान श्रीकृष्ण नाराज़ हो सकते हैं।
तुलसी का पत्ता न तोड़ें इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने से बचें। माना जाता है कि तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है, और इसे तोड़ने से पूजा का फल नहीं मिलता।
गाय और बछड़े को भूखा न रखें भगवान श्रीकृष्ण को गाय-बछड़े बहुत प्रिय हैं। इसलिए जन्माष्टमी के दिन सबसे पहले उन्हें भोजन करवाएं। किसी भी गाय या बछड़े को मारें या भगाएं नहीं, ऐसा करने से पाप लगता है।
जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के बाल रूप (लड्डू गोपाल) की पूजा करना शुभ माना जाता है। आप अपने घर में लड्डू गोपाल की प्रतिमा स्थापित करके उनकी विधिवत पूजा कर सकते हैं। जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। आप अपने आस-पास के किसी मंदिर में जाकर भी भगवान कृष्ण के दर्शन कर सकते हैं। जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के भजन, कीर्तन और कथा सुनना भी बहुत शुभ माना जाता है।
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