बटुक भैरव आरती
image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

बटुक भैरव आरती

बटुक भैरव आरती से होती है भक्ति और शांति की प्राप्ति। यहां पढ़ें पूरी आरती हिंदी में, विधि और इसके लाभों के साथ।

बटुक भैरव आरती के बारे में

बटुक भैरव आरती भगवान भैरव के बालरूप की स्तुति में गाई जाती है। यह आरती भय, बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करती है। भक्त इसे श्रद्धा से गाकर शक्ति, साहस और आध्यात्मिक शांति की अनुभूति करते हैं।

बटुक भैरव

भगवान शिव के अनेक सौम्य और रौद्र रूपों में से एक हैं श्री बटुक भैरव। इन्हें भगवान भैरव का बाल, सौम्य और कल्याणकारी स्वरूप माना जाता है। बटुक भैरव की उपासना विशेष रूप से भक्तों को नकारात्मक शक्तियों, ऊपरी बाधाओं, शत्रुओं और अनिष्टों से रक्षा प्रदान करती है। वे अपने भक्तों की सभी बाधाओं को हरने वाले और उनकी मनोकामनाओं को तुरंत पूरा करने वाले देवता के रूप में पूजे जाते हैं। इनकी पूजा से जीवन में सुरक्षा, साहस और स्थिरता आती है।

बटुक भैरव आरती

॥ श्री बटुक भैरव आरती ॥

ॐ जय बटुक भैरव देवा,

प्रभु जय बटुक भैरव देवा।

सुर नर मुनि सब करते,

प्रभु तुम्हरी सेवा॥ ॐ जय बटुक भैरव देवा...

तुम्ही पाप उद्धारक,

दुःख सिन्धु तारक।

भक्तों के सुखकारक,

भीषण वपु धारक॥ जय भैरव देवा...

वाहन श्वान विराजत,

कर त्रिशूल धारी।

महिमा अमित तुम्हारी,

जय जय भयहारी॥ जय भैरव देवा...

तुम बिन शिव सेवा,

सफल नहीं होवे।

चतुर्मुख दीपक,

दर्शन दुःख खोवे॥ जय भैरव देवा...

तेल चटकी दधि मिश्रित,

भाषावलि तेरी।

कृपा कीजिए भैरव,

करिए नहीं देरी॥ जय भैरव देवा...

पाँवों घुँघरू बाजत,

डमरू डमकावत।

बटुकनाथ बन बालक,

जन मन हरषावत॥ जय भैरव देवा...

बटुकनाथ की आरती,

जो कोई नर गावे।

कहे धरणीधर वह नर,

मन वांछित फल पावे॥ जय भैरव देवा...

divider
Published by Sri Mandir·June 3, 2025

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
Card Image

धनतेरस की आरती

धनतेरस की आरती और पूजा विधि से जुड़ी जानकारी। इस पावन दिन पर माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की आरती के साथ घर में सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य का आशीर्वाद पाएं।

right_arrow
Card Image

श्री गणेश आरती

भगवान गणेश की आरती, जो उनकी बुद्धि, समृद्धि और शुभता का गुणगान करती है। इस आरती के पाठ से जीवन में विघ्नों का नाश होता है, सफलता और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

right_arrow
Card Image

लक्ष्मी जी की आरती

धन, समृद्धि और सुख-शांति की देवी मां लक्ष्मी की आरती, जो उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए गाई जाती है। इस आरती के पाठ से जीवन में धन, वैभव और समृद्धि का आगमन होता है, आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं, और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

right_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 100 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

हमारा पता

फर्स्टप्रिंसिपल ऐप्सफॉरभारत प्रा. लि. 435, 1st फ्लोर 17वीं क्रॉस, 19वीं मेन रोड, एक्सिस बैंक के ऊपर, सेक्टर 4, एचएसआर लेआउट, बेंगलुरु, कर्नाटका 560102
YoutubeInstagramLinkedinWhatsappTwitterFacebook