
9 नवंबर 2025 को क्या है? जानिए इस दिन का पंचांग, छठ पूजा (संध्या अर्घ्य) की विधि, शुभ-अशुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व से जुड़ी खास जानकारी।
9 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से शुभ और पुण्यदायक माना गया है। इस दिन की पूजा-अर्चना और दान कर्म से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। भक्त इस दिन विशेष व्रत और उपासना कर दिव्य आशीर्वाद पाने का संकल्प लेते हैं। इस लेख में जानिए 9 नवंबर 2025 का धार्मिक महत्व और इससे जुड़ी खास बातें।
क्या आप जानना चाहते हैं कि 9 नवंबर 2025 को कौन-सा व्रत या त्योहार है और यह दिन धार्मिक रूप से क्यों महत्वपूर्ण माना गया है? 9 नवंबर 2025, रविवार के दिन कार्तिक कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना के लिए शुभ माना जाता है। साथ ही इस दिन नाग पंचमी (कृष्ण पक्ष) का पर्व भी कुछ स्थानों पर मनाया जाता है। यह दिन श्रद्धा, साधना और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए अत्यंत उत्तम माना गया है।
तिथि: कृष्ण पक्ष पंचमी – रात 1:56 बजे तक
नक्षत्र: आर्द्रा – रात 8:06 बजे तक
योग: सिद्ध – दोपहर 3:02 बजे तक
करण: कौलव – दोपहर 3:11 बजे तक
वार: रविवार (सूर्यदेव का दिन)
मास: कार्तिक (शरद ऋतु)
विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
शक संवत: 1947 (विश्वावसु)
सूर्य राशि: तुला
चंद्र राशि: मिथुन
ऋतु: शरद
आयन: दक्षिणायन
दिशाशूल: पश्चिम दिशा
चंद्र निवास: पश्चिम दिशा
सूर्योदय: 6:12 AM
सूर्यास्त: 5:13 PM
चंद्रोदय: 8:53 PM
चंद्रास्त: 10:19 AM
1. कार्तिक मास का महत्व
कार्तिक मास का प्रत्येक दिन पुण्यदायक माना जाता है। इस माह में स्नान, दीपदान, व्रत और भगवान विष्णु की पूजा से असीम पुण्य की प्राप्ति होती है।
2. नाग पंचमी (कृष्ण पक्ष)
कई क्षेत्रों में कार्तिक कृष्ण पंचमी को नाग पूजन किया जाता है। इस दिन सर्प देवता की पूजा करने से भय, रोग और संकटों से मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
3. रविवार का महत्व
रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित है। इस दिन व्रत, जल अर्पण और सूर्य मंत्रों का जाप करने से स्वास्थ्य, मान-सम्मान और तेज बढ़ता है।
प्रातः काल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
सूर्यदेव को अर्घ्य दें और “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।
घर में दीपक जलाकर भगवान शिव या विष्णु की पूजा करें।
यदि नाग पंचमी मनाई जा रही हो, तो नाग देवता को दूध, पुष्प और दूब चढ़ाएं।
फलाहार करें और दिनभर संयम का पालन करें।
शाम को आरती कर परिवार की सुख-शांति की प्रार्थना करें।
शुभ मुहूर्त: 11:20 AM से 12:04 PM
राहुकाल: 3:51 PM से 5:13 PM
गुलिक काल: 2:28 PM से 3:51 PM
यमघंट काल: 11:42 AM से 1:05 PM
9 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है। इस दिन कार्तिक कृष्ण पंचमी के साथ रविवार का संयोग इसे और भी शुभ बनाता है। सूर्यदेव की उपासना, नाग पूजन और भगवान विष्णु या शिव की आराधना से जीवन में धन, आरोग्य और सौभाग्य की वृद्धि होती है। इस दिन किए गए दान, व्रत और पूजा-पाठ से व्यक्ति के सभी पाप क्षीण होते हैं और जीवन में शांति तथा सफलता प्राप्त होती है।
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