27 नवंबर 2025 को क्या है?
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27 नवंबर 2025 को क्या है?: जानें आज का व्रत त्योहार

27 नवंबर 2025 को क्या है? जानिए मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष नवमी तिथि, आज का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और व्रत-त्योहार से जुड़ी खास जानकारी।

आज के दिन के बारे में

27 नवंबर 2025 का दिन भक्ति और साधना के लिए शुभ माना गया है। इस दिन किए गए व्रत, जप और पूजा से जीवन में सुख, सौभाग्य और मानसिक शांति प्राप्त होती है। मान्यता है कि आज के दिन की आराधना से ईश्वर की कृपा बनी रहती है और सभी कार्य सफल होते हैं।

27 नवंबर 2025 को क्या है?

क्या आप जानना चाहते हैं कि 27 नवंबर 2025 को कौन-सा व्रत या त्योहार है और यह दिन धार्मिक रूप से क्यों विशेष है? 27 नवंबर 2025, गुरुवार के दिन कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। यह दिन कार्तिक मास के पुण्य दिनों में से एक है। इस दिन स्नान, दान, दीपदान और भगवान विष्णु की पूजा अत्यंत शुभ मानी जाती है। गुरुवार का दिन होने के कारण बृहस्पति देव की उपासना का भी विशेष महत्व रहता है।

पंचांग विवरण

  • तिथि: शुक्ल पक्ष सप्तमी – रात्रि 12:31 बजे तक
  • नक्षत्र: धनिष्ठा – रात्रि 2:33 बजे तक
  • योग: ध्रुव – दोपहर 12:10 बजे तक
  • करण: गर – दोपहर 12:17 बजे तक
  • वार: गुरुवार (बृहस्पति देव का दिन)
  • मास: मृगशिरा (हेमंत ऋतु)
  • विक्रम संवत: 2082 (कालियुक्त)
  • शक संवत: 1947 (विश्वावसु)
  • सूर्य राशि: वृश्चिक
  • चंद्र राशि: मकर
  • आयन: दक्षिणायन
  • दिशाशूल: दक्षिण दिशा

महत्त्व और पर्व

कार्तिक स्नान और दान का महत्व

कार्तिक मास का हर दिन पुण्यदायी होता है, और सप्तमी तिथि विशेष रूप से स्नान, दान और दीपदान के लिए शुभ मानी गई है। इस दिन प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर तिल, दीपक, फल और वस्त्र का दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।

गुरुवार का व्रत

गुरुवार का दिन बृहस्पति देव और भगवान विष्णु की पूजा के लिए शुभ माना जाता है। जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है और पीले वस्त्र, चना दाल, हल्दी या केले का दान करता है, उसे सौभाग्य, ज्ञान और धन की प्राप्ति होती है।

पूजा विधि

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

  • भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक जलाएं।

  • पीले फूल, तुलसीदल और चने की दाल अर्पित करें।

  • “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” या “ॐ बृहस्पतये नमः” मंत्र का जप करें।

  • पीले फल या वस्त्र दान करें और व्रत का पालन करें।

शुभ-अशुभ समय

  • शुभ मुहूर्त: 11:25 AM से 12:07 PM
  • राहुकाल: 1:07 PM से 2:27 PM
  • गुलिक काल: 9:05 AM से 10:26 AM
  • यमघण्ट काल: 6:24 AM से 7:45 AM

सूर्य और चंद्र विवरण

  • सूर्योदय: 6:24 AM
  • सूर्यास्त: 5:08 PM
  • चंद्रोदय: 11:48 AM
  • चंद्रास्त: 11:12 PM

निष्कर्ष

27 नवंबर 2025 का दिन कार्तिक शुक्ल सप्तमी के रूप में शुभ और पुण्यदायी है। इस दिन स्नान, दान और दीपदान करने से पापों का नाश होता है और धर्म, सौभाग्य व समृद्धि की वृद्धि होती है। गुरुवार का संयोग इसे और अधिक मंगलकारी बनाता है। जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धा से पूजा करता है, उसके जीवन में ज्ञान, सुख और शांति बनी रहती है।

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Published by Sri Mandir·November 13, 2025

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