16 दिसंबर 2025 को क्या है?
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16 दिसंबर 2025 को क्या है?

जानिए इस दिन की सप्तमी तिथि, रवि सप्तमी/सूर्य उपासना, पंचांग, नक्षत्र, शुभ-अशुभ समय, योग, करिणा और इस दिन के धार्मिक व ज्योतिषीय महत्व से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी।

आज के दिन के बारे में

16 दिसंबर 2025 का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से शुभ माना जाता है। इस तिथि पर किए गए पूजा-पाठ, व्रत और दान से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर-परिवार में सुख-शांति का वातावरण बनता है। माना जाता है कि इस दिन की साधना मन को शांत करती है और जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति में सहायक होती है।

16 दिसंबर 2025 को क्या है?

क्या आप जानना चाहते हैं कि 16 दिसंबर 2025 को कौन-सा त्योहार, कौन-सी तिथि और कौन-से शुभ योग बन रहे हैं? 16 दिसंबर 2025, मंगलवार के दिन कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है और इसी दिन धनु संक्रान्ति है। सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के कारण यह दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। पौष मास, हेमंत ऋतु और कालयुक्त संवत के योग से यह तिथि और भी अधिक शुभ मानी जाती है।

पंचांग विवरण

  • तिथि: कृष्ण पक्ष द्वादशी - रात 11:58 PM तक
  • नक्षत्र: स्वाति - दोपहर 2:10 PM तक
  • योग: अतिगण - दोपहर 1:23 PM तक
  • करण: कौलव - सुबह 10:38 AM तक
  • वार: मंगलवार
  • मास (अमांत): मृगशिरा
  • मास (पूर्णिमांत): पौष
  • विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
  • शक संवत: 1947 (विश्ववासु)
  • सूर्य राशि: धनु
  • चंद्र राशि: तुला
  • दिशाशूल: उत्तर
  • चंद्र निवास: पश्चिम
  • ऋतु: हेमंत
  • अयन: दक्षिणायन

त्योहार व पर्व

धनु संक्रान्ति

16 दिसंबर 2025 को धनु संक्रान्ति मनाई जाएगी। यह वह पवित्र दिन है जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है, जिससे शुभ कर्म, दान-पुण्य और धार्मिक अनुष्ठानों का महत्व बढ़ जाता है।

  • धनु संक्रान्ति का महत्व

  • इस दिन गंगा स्नान, दान और हवन का विशेष फल मिलता है।

  • भगवान सूर्य और भगवान विष्णु की उपासना अत्यंत शुभ होती है।

  • मान्यता है कि इस दिन किया गया दान आने वाले वर्ष में सुख और सौभाग्य बढ़ाता है।

शुभ-अशुभ समय

  • शुभ मुहूर्त: 11:33 AM से 12:15 PM
  • राहुकाल: 2:33 PM से 3:52 PM
  • गुलिक काल: 11:54 AM से 1:14 PM
  • यमघंट काल: 9:16 AM से 10:35 AM

सूर्य और चंद्र विवरण

  • सूर्योदय: 6:37 AM
  • सूर्यास्त: 5:12 PM
  • चंद्रोदय: 3:16 AM
  • चंद्रास्त: 2:19 PM

पूजा-व्रत विधि

  • प्रातः स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें।

  • तांबे के पात्र में जल, लाल पुष्प, अक्षत और गुड़ मिलाकर अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

  • भगवान विष्णु की पूजा कर तुलसी दल, धूप और दीप अर्पित करें।

  • धनु संक्रान्ति पर विशेष रूप से तिल, गुड़, वस्त्र, कंबल और अनाज दान करना श्रेष्ठ माना गया है।

  • मंत्र-जप एवं ध्यान करने से मन को शांति और आध्यात्मिक लाभ मिलता है।

निष्कर्ष

16 दिसंबर 2025, धनु संक्रान्ति और द्वादशी तिथि का संगम होने के कारण अत्यंत शुभ दिन है। यह तिथि दान-पुण्य, सूर्य उपासना, विष्णु पूजा और आध्यात्मिक साधना के लिए आदर्श मानी जाती है। इस दिन श्रद्धा और संयम के साथ किए गए कार्य जीवन में सुख, सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं।

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Published by Sri Mandir·December 11, 2025

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