
जानिए इस दिन की चतुर्थी तिथि, संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत का महत्व, चंद्रोदय, शुभ-अशुभ समय, नक्षत्र, योग, करिणा और इस दिन के धार्मिक व ज्योतिषीय महत्व से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारी।
13 दिसंबर 2025 का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से शुभ माना जाता है। इस तिथि पर किए गए पूजा-पाठ, व्रत और दान से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है। भक्तजन श्रद्धा से भगवान और देवी-देवताओं की आराधना कर स्वास्थ्य, शांति और मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं।
क्या आप जानना चाहते हैं कि 13 दिसंबर 2025 को कौन-सा व्रत, त्योहार, शुभ योग और पंचांग विशेषताएँ हैं? 13 दिसंबर 2025, शनिवार का दिन है और इस दिन कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि पड़ रही है। पौष मास, हेमंत ऋतु और दक्षिणायन के दौरान आने वाला यह दिन धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। नवमी तिथि का अपना अलग आध्यात्मिक महत्व है और इस दिन की पूजा-विधि, दिशा-निर्देश तथा ग्रह स्थितियाँ दिन को विशेष बनाती हैं।
13 दिसंबर 2025 को कोई मुख्य राष्ट्रीय या धार्मिक पर्व नहीं है, लेकिन नवमी तिथि विशेष रूप से पितरों की स्मृति, विष्णु/कृष्ण पूजा एवं मानसिक शांति के लिए शुभ मानी जाती है। जो लोग नवमी के उपाय या पूजा विधि करते हैं, उनके लिए यह दिन आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण रहेगा।
सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
भगवान विष्णु या देवी माता की पूजा करें।
दीप, धूप, नैवेद्य अर्पित करें।
मन शांति और पितरों की कृपा हेतु प्रार्थना करें।
दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है।
13 दिसंबर 2025 का दिन पंचांग अनुसार आध्यात्मिक दृष्टि से संतुलित और शुभ माना जाता है। नवमी तिथि, आयुष्मान योग और हस्त नक्षत्र जैसे योग इस दिन को पूजा, ध्यान और दान के लिए उत्तम बनाते हैं। सही दिशा-दिशाशूल, शुभ मुहूर्त और ग्रह स्थिति का ध्यान रखते हुए किए गए कार्य सफल और फलदायी माने जाते हैं।
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