
10 नवंबर 2025 को क्या है? जानिए इस दिन का पंचांग, छठ पर्व (प्रातः अर्घ्य) की विधि, शुभ-अशुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व से जुड़ी खास जानकारी।
10 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक और पौराणिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। इस दिन किए गए व्रत, पूजन और दान से जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस लेख में जानिए 10 नवंबर 2025 का धार्मिक महत्व और इससे जुड़ी खास बातें।
क्या आप जानना चाहते हैं कि 10 नवंबर 2025 को कौन-सा व्रत या त्योहार है और यह दिन धार्मिक दृष्टि से क्यों महत्वपूर्ण है? 10 नवंबर 2025, सोमवार के दिन कार्तिक कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है। यह दिन भगवान कार्तिकेय (मुरुगन) की सामान्य पूजा के लिए शुभ माना गया है, क्योंकि शास्त्रों में षष्ठी तिथि को भगवान स्कंद की उपासना के लिए पवित्र बताया गया है। हालांकि इस दिन मुख्य स्कंद षष्ठी व्रत नहीं पड़ता, परंतु भगवान कार्तिकेय की साधना, उपवास और आराधना के लिए यह अत्यंत मंगलकारी तिथि है।
तिथि: कृष्ण पक्ष षष्ठी – 12:07 AM (11 नवंबर) तक
नक्षत्र: पुनर्वसु – शाम 6:48 बजे तक
योग: साध्य – दोपहर 12:05 बजे तक
करण: गर – दोपहर 12:55 बजे तक
वार: सोमवार (चंद्र देव का दिन)
मास: कार्तिक (शरद ऋतु)
विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
शक संवत: 1947 (विश्वावसु)
सूर्य राशि: तुला
चंद्र राशि: मिथुन (दोपहर 1:03 बजे तक)
आयन: दक्षिणायन
दिशाशूल: पूर्व दिशा
इस दिन कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि होने से भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। पुराणों में उल्लेख है कि जो भक्त इस दिन स्कंद मंत्रों का जाप, उपवास या ध्यान करता है, उसे साहस, ज्ञान और शौर्य की प्राप्ति होती है। साथ ही, यह दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग से युक्त होने के कारण शुभ कार्यों की शुरुआत, देव पूजन, या साधना के लिए भी उत्तम है।
प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
भगवान कार्तिकेय की प्रतिमा या चित्र के समक्ष दीपक जलाएं।
पुष्प, चंदन, और लाल पुष्प अर्पित करें।
“ॐ षडाननाय नमः” या “ॐ स्कंदाय नमः” मंत्र का जाप करें।
फलाहार या हल्का उपवास रखें और सायंकाल आरती करें।
अंत में भगवान से साहस, विजय और बुद्धि की कामना करें।
शुभ मुहूर्त: 11:21 AM से 12:05 PM
राहुकाल: 7:35 AM से 8:57 AM
गुलिक काल: 1:05 PM से 2:28 PM
यमघंट काल: 10:20 AM से 11:43 AM
सूर्योदय: 6:12 AM
सूर्यास्त: 5:13 PM
चंद्रोदय: 10:00 PM
चंद्रास्त: 11:15 AM
सूर्य राशि: तुला
चंद्र राशि: मिथुन
दिशाशूल: पूर्व दिशा
ऋतु: शरद
अयन: दक्षिणायन
10 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक रूप से शुभ है क्योंकि यह कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है। जो भगवान कार्तिकेय की पूजा और उपासना के लिए अनुकूल मानी जाती है। हालाँकि इस दिन मुख्य स्कंद षष्ठी व्रत नहीं मनाया जाएगा, लेकिन भगवान स्कंद की आराधना, उपवास या साधना करने से शुभ फल, साहस और मनोकामनाओं की सिद्धि प्राप्त होती है।
Did you like this article?

8 November 2025 Ko Kya Hai? जानें कार्तिक शुक्ल द्वितीया, भैया दूज (यम द्वितीया) का महत्व, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और इस दिन के पंचांग की सम्पूर्ण जानकारी।

9 November 2025 Ko Kya Hai? जानें कार्तिक शुक्ल तृतीया, छठ पर्व (षष्ठी व्रत) का महत्व, संध्या अर्घ्य, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और इस दिन के पंचांग की सम्पूर्ण जानकारी।

7 November 2025 Ko Kya Hai? जानें कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा, गोवर्धन पूजा (अन्नकूट), बलि प्रतिपदा का महत्व, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और पंचांग की सम्पूर्ण जानकारी।