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3 अक्टूबर, 2024

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प्रतिपदा शुक्ल पक्ष,गुरुवार
अश्विन मास
शरद,पिंगल 2081
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त्यौहार
नवरात्रि प्रारम्भ, घटस्थापना, महाराजा अग्रसेन जयन्ती
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शुभ-अशुभ समय

शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
11:25 AM से 12:11 PM
11:25 AM से 12:11 PM
राहुकाल
राहुकाल
1:16 PM से 2:45 PM
1:16 PM से 2:45 PM
गुलिक काल
गुलिक काल
8:50 AM से 10:19 AM
8:50 AM से 10:19 AM
यमघण्टकाल
यमघण्टकाल
5:52 AM से 7:21 AM
5:52 AM से 7:21 AM

सूर्यास्त-सूर्योदय

सूर्योदय
5:52 AM
सूर्योदय
5:52 AM
सूर्यास्त
5:43 PM
सूर्यास्त
5:43 PM
MoonRise
चंद्रोदय
6:08 AM
MoonRise
चंद्रोदय
6:08 AM
MoonSet
चन्द्रास्त
5:59 PM
MoonSet
चन्द्रास्त
5:59 PM

आज का पंचांग

तिथि
शुक्ल पक्ष प्रतिपदा
2:59 AM तक
2:59 AM तक
नक्षत्र
हस्त
3:33 PM तक
3:33 PM तक
योग
इंद्र
4:24 AM तक
4:24 AM तक
करण
किंस्तुघ्न
1:38 PM तक
1:38 PM तक
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अश्विन
महीना पूर्णिमांत
अश्विन
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8 October, 2024
बिल्व निमन्त्रण
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स्कन्द षष्ठी
9 October, 2024
सरस्वती आवाहन
9 October, 2024
कल्पारम्भ
10 October, 2024
सरस्वती पूजा
10 October, 2024
नवपत्रिका पूजा
10 October, 2024
नवपद ओली प्रारम्भ
11 October, 2024
सरस्वती बलिदान
11 October, 2024
दुर्गा अष्टमी
11 October, 2024
सन्धि पूजा
11 October, 2024
महा नवमी
12 October, 2024
दुर्गा बलिदान
12 October, 2024
सरस्वती विसर्जन
12 October, 2024
आयुध पूजा
12 October, 2024
दक्षिण सरस्वती पूजा
12 October, 2024
बंगाल महा नवमी
12 October, 2024
दुर्गा विसर्जन
12 October, 2024
दशहरा
12 October, 2024
विजयदशमी
13 October, 2024
बंगाल विजयदशमी
13 October, 2024
मैसूर दसरा
13 October, 2024
विद्यारम्भ दिन
13 October, 2024
मध्वाचार्य जयन्ती
13 October, 2024
पापांकुशा एकादशी
14 October, 2024
गौण पापांकुशा एकादशी
14 October, 2024
वैष्णव पापांकुशा एकादशी
14 October, 2024
पद्मनाभ द्वादशी
15 October, 2024
प्रदोष व्रत
16 October, 2024
कोजागर पूजा
16 October, 2024
शरद पूर्णिमा
17 October, 2024
अश्विन पूर्णिमा
17 October, 2024
पूर्णिमा उपवास
17 October, 2024
वाल्मीकि जयन्ती
17 October, 2024
मीराबाई जयन्ती
17 October, 2024
नवपद ओली पूर्ण
17 October, 2024
तुला संक्रान्ति
18 October, 2024
कार्तिक प्रारम्भ *उत्तर
19 October, 2024
मासिक कार्तिगाई
20 October, 2024
अट्ल तद्दी
20 October, 2024
करवा चौथ
20 October, 2024
संकष्टी चतुर्थी
20 October, 2024
रोहिणी व्रत
24 October, 2024
अहोई अष्टमी
24 October, 2024
राधा कुण्ड स्नान
24 October, 2024
कालाष्टमी
28 October, 2024
रमा एकादशी
28 October, 2024
गोवत्स द्वादशी
29 October, 2024
धन तेरस
29 October, 2024
यम पञ्चक प्रारम्भ
29 October, 2024
यम दीपम
29 October, 2024
प्रदोष व्रत
30 October, 2024
काली चौदस
30 October, 2024
हनुमान पूजा
30 October, 2024
मासिक शिवरात्रि
31 October, 2024
नरक चतुर्दशी
31 October, 2024
तमिल दीपावली
31 October, 2024
काली पूजा

सम्पूर्ण पंचांग, Varanasi

दिनांक 3 अक्टूबर, 2024प्रतिपदा शुक्ल पक्ष,गुरुवारअश्विन मासशरद,पिंगल 2081 में
Varanasi में शुभ मुहूर्त 11:25 AM से 12:11 PM तकहै। जिसमें गुलिक काल 8:50 AM से 10:19 AM  तक है।
और राहुकाल 1:16 PM से 2:45 PM तक रहेगा।काल का समय यमघण्टकाल 5:52 AM से 7:21 AM तक है।
Varanasi में सूर्यास्त-सूर्योदय
सूर्योदय 5:52 AM और सूर्यास्त 5:43 PM का समय है।
चंद्रोदय 6:08 AM और चंद्रोदय का समय 6:08 AM है।
हसंपूर्ण पंचांग के अनुसार तिथि शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 2:59 AM तक है। हवहीं नक्षत्र हस्त 3:33 PM तक है।
योग इंद्र 4:24 AM तक है।करण किंस्तुघ्न 1:38 PM तक है।
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आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang)

पंचांग हिंदू धर्म में समय और तिथियों को समझने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साधन है। यह भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर दिन के सभी प्रमुख पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है। आज के दिन की गतिविधियों को सफल और शुभ बनाने के लिए पंचांग का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें प्रमुख रूप से तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण, शुभ मुहूर्त, सूर्योदय और सूर्यास्त की जानकारी होती है। आइए जानते हैं आज के पंचांग की विस्तार से जानकारी।

तिथि

तिथि पंचांग का एक प्रमुख हिस्सा होती है। तिथि से यह ज्ञात होता है कि चंद्रमा की स्थिति किस प्रकार की है और आज का दिन कौन सा है। हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है, जैसे एकादशी व्रत, पूर्णिमा या अमावस्या पर विशेष पूजा और व्रत किए जाते हैं। आज की तिथि जानकर आप अपने धार्मिक कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं।

वार

वार यानी सप्ताह का दिन। पंचांग के अनुसार, हर वार का भी अपना महत्व होता है। जैसे सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है, मंगलवार को हनुमानजी का दिन माना जाता है। वार से यह पता चलता है कि आज किस देवता की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए ताकि दिन शुभ रहे।

नक्षत्र

नक्षत्र चंद्रमा की स्थिति को दर्शाते हैं। पूरे दिन में कौन सा नक्षत्र चल रहा है, इसका ज्ञान पंचांग से होता है। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ नक्षत्र शुभ होते हैं जिनमें शादी, गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक कार्य किए जाते हैं, जबकि कुछ नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं जिनमें इन कार्यों को टाला जाता है।

योग

पंचांग में योग भी शामिल होता है, जो कि समय के अनुसार बदलता रहता है। योग का ज्ञान शुभ-अशुभ घटनाओं का संकेत देता है। अगर आज कोई शुभ योग है, तो यह किसी विशेष कार्य की सफलता का सूचक हो सकता है। वहीं, अशुभ योग होने पर कार्य को स्थगित करना उचित माना जाता है।

करण

करण पंचांग का वह हिस्सा है जो तिथि को दो हिस्सों में विभाजित करता है। यह बताता है कि किस समय का उपयोग शुभ कार्यों के लिए किया जा सकता है। करण का सही ज्ञान होने से आप अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं और अनुकूल समय में अपने कार्यों को संपन्न कर सकते हैं।

शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग शुभ मुहूर्त की जानकारी भी देता है। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। चाहे वह विवाह हो, व्यापार का आरंभ हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान हो, शुभ मुहूर्त जानकर आप अपने कार्यों को सफल बना सकते हैं। पंचांग में दिन के अनुसार, सबसे शुभ समय को बताया जाता है जिसे 'अभिजीत मुहूर्त' भी कहा जाता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

आज के पंचांग में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का भी विशेष उल्लेख होता है। हिंदू धर्म में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। सूर्योदय के समय किए गए धार्मिक कार्य अधिक फलदायी होते हैं। साथ ही, शाम के समय सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

आज का चंद्रमा और चंद्रदर्शन

पंचांग में चंद्रमा की स्थिति और चंद्रदर्शन की जानकारी भी दी जाती है। आज का चंद्रमा किस राशि में है और किस समय उगेगा, इसका विवरण पंचांग में दिया जाता है। व्रत या उपवास रखने वाले लोगों के लिए चंद्रदर्शन का विशेष महत्व होता है।

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श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

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