सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन
सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन
सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन
सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन
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सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन
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सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन
सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा

6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन

सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए
temple venue
श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
pooja date
3 नवम्बर, रविवार, कार्तिक शुक्ल द्वितीया
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य और शनि को कट्टर शत्रु माना जाता है। सूर्य को पिता माना जाता है जबकि शनि को पुत्र। इसके पिछे एक पौराणिक कथा छिपी है, दरअसल सूर्य देव का विवाह दक्ष पुत्री संज्ञा से हुआ था। विवाह के बाद उन्हें मनु, यमराज और यमुना नामक तीन संतानें हुईं। संज्ञा सूर्यदेव के असहनीय तेज से परेशान थीं और अपने पिता के पास मदद के लिए गईं, लेकिन उन्होनें उसे सूर्य लोक वापस भेज दिया। इस समस्या से बचने के लिए संज्ञा ने अपनी छाया रूप स्वर्णा का निर्माण किया। जिसके बारे में सूर्यदेव को नहीं पता था, स्वर्णा से सूर्यदेव को तपती, भद्रा और शनि नामक तीन और संतानें हुईं। शनिदेव में अपनी माता के छाया गुण आए थे। सूर्य देव को शनि के जन्म के बाद लगा कि वह उनके पुत्र नहीं हैं। शनिदेव की दृष्टि पड़ते ही सूर्य देव का स्वर्ण रंग काला पड़ गया। इस श्राप के निवारण के लिए सूर्य देव महादेव के पास गए, जिन्होंने उन्हें संपूर्ण घटना बताई। अपनी गलती का एहसास होने पर सूर्य देव ने संज्ञा से माफी मांगी, लेकिन तब तक शनि और सूर्य के बीच संबंध खराब हो चुके थे, यही कारण है कि इसका असर आज भी कुंडली में दिखता है।

माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में ये युति बनती है उनके स्थानों के आधार पर उन्हें शुभ एवं अशुभ फल की प्राप्ति होती है। अशुभ स्थिति में होने से जातक को कई कष्टों का सामना करना पड़ता है जैसे: व्यक्ति को पिता, अधिकारियों और बॉस के साथ तनावपूर्ण या चुनौतीपूर्ण संबंधों का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा, सरकारी अधिकारियों के साथ भी समस्याएँ हो सकती हैं, जिससे कानूनी समस्याएँ या नौकरशाही कठिनाइयाँ उत्पन्न हो सकती हैं। ज्योतिष शास्त्रों में इन कष्टों से निवारण पाने के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा को अत्यंत फलदायी माना गया है। यदि यह पूजा किसी विशेष नक्षत्र पर की जाए तो यह कई गुना अधिक फलदायी हो सकती है। सूर्य देव को समर्पित रविवार के दिन अनुराधा नक्षत्र भी लग रहा है। अनुराधा नक्षत्र शनि देव द्वारा शासित है। ऐसे में यह समय सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा के लिए सबसे उत्तम समय है। मान्यता है कि इस शुभ संयोग पर सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा करने से सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए रविवार और अनुराधा नक्षत्र के शुभ संयोग पर उज्जैन के श्री नवग्रह शनि मंदिर में 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप, 19,000 शनि मूल मंत्र जाप एवं हवन का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस अनुष्ठान में भाग लें और सूर्य व शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता के लिए
सूर्य और शनि की युति व्यक्ति के पेशेवर जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है। यह युति करियर से जुड़े मामलों एवं कोर्ट केस में अड़चने पैदा कर सकती है। कहा जाता है कि इस युति के कारण करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। करियर से जुड़े मामलों में इस युति के द्वारा उत्पन्न नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए अनुराधा नक्षत्र और रविवार के शुभ संयोग पर 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप और हवन करना बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। माना जाता है कि इस शुभ संयोग पर यह पूजा करने से आपको सरकारी प्रयासों और अदालती मामलों में सफलता का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।
puja benefits
विवादों के समाधान के लिए
आपकी कुंडली में सूर्य-शनि की युति अहंकार के कारण टकराव एवं विभिन्न विचारों के कारण पिता और पुत्र के बीच विवाद उत्पन्न होता है। यह पिता एवं पुत्र के बीच विवाद का कारण बन सकता है। यह युति परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी समस्याएं उत्पन्न करती है, क्योंकि इससे वैचारिक मतभेद की संभावना बढ़ती है। माना जाता है कि अनुराधा नक्षत्र और रविवार के शुभ संयोग पर यह पूजा करने से विवादों को सुलझाने, परिवार में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
puja benefits
आत्मविश्वास प्राप्त करें
सूर्य व्यक्ति के आत्मविश्वास का प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन जब एक दुर्बल सूर्य शनि के साथ युति करता है, तो यह आपके आत्मविश्वास को सीमित यानि कम कर सकता है। सूर्य-शनि की युति विपरीत ऊर्जाओं के साथ काम करेगी, जो आपके आत्मविश्वास को प्रभावित करेगी और चुनौतियों को स्वीकार करने के आपके साहस को कम करेगी। इससे मानसिक तनाव बढ़ता है, जिससे आशा और निराशा की भावनाएँ पैदा होती हैं। माना जाता है कि अनुराधा नक्षत्र और रविवार के शुभ संयोग के दौरान यह पूजा करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आपके मन को शांति मिलती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
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संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
क्षिप्रा नदी के तट पर बसी नगरी उज्जैन में स्थित श्री नवग्रह शनि मंदिर की स्थापना राजा विक्रमादित्य ने की थी। वर्णित हैं कि, राजा विक्रमादित्य ने इस मंदिर की स्थापना शनि की साढ़ेसाती से मुक्त होने के बाद कराई थी। शनिदेव के साथ भगवान नवग्रह शांति मंडल के स्वरुप में विराजमान है, सभी ग्रहों की दशाएं विराजमान हैं। कहा जाता है कि विक्रमादित्य ने इस मंदिर को बनाने के बाद ही विक्रम संवत की शुरुआत की थी। इस मंदिर में शनिदेव भगवान शिव के रूप में विराजमान हैं।

यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामना के लिए शनिदेव पर तेल चढ़ाते हैं। मान्यता है कि जो भी यहां सच्चे मन से शनिदेव को प्रसन्न करता है उसे शनिदेव कभी दुख नहीं देते और सारे कष्ट दूर कर देते हैं। साथ ही देश के कोने-कोने से लोग यहां ग्रह दोष या फिर ग्रहों से होने वाले नकारात्मक प्रभाव एवं उससे आने वाले कार्य में बाधाओं से मुक्ति के लिए यहां पूजा करते हैं।

पूजा का चयन करें

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री नवग्रह शनि मंदिर में सूर्य एवं शनिदेव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री नवग्रह शनि मंदिर में सूर्य एवं शनिदेव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

रिव्यूज़ और रेटिंग

जानिए प्रिय भक्तों का श्री मंदिर के बारे में क्या कहना है!
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