आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन
आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन
आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन
आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन
आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन
आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन
आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन
आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन
देवउठनी एकादशी चातुर्मास समापन विशेष

16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन

आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए
temple venue
श्री बृहस्पति मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
pooja date
12 नवम्बर, मंगलवार, देवउठनी एकादशी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए एकादशी काशी विशेष 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन

हिंदु धर्म में भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी का विशेष महत्व है। साल में कुल 24 एकादशी होती है। हर माह कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में एक-एक एकादशी पड़ती है। हिंदु पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी मनाई जाती है, जिसे देवउठनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं, उसके साथ ही चातुर्मास का समापन होता है और सभी मांगलिक एवं शुभ कार्यों की शुरूआत होती है। देवउठनी एकादशी तिथि भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए सबसे शुभ तिथियों में से एक मानी गयी है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ देव गुरु बृहस्तपति की भी पूजा की जाती है, क्योंकि भगवान विष्णु बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बृहस्पति ग्रह विवाह का कारक है। यही कारण है कि यदि किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति अच्छे भाव में है तो जातक का वैवाहिक जीवन में सुखी रहता है या उसे मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। यदि बृहस्पति अशुभ स्थिति में होता है तो जातक के वैवाहिक जीवन में कई तरह की समस्याओं का सिलसिला बना रहता है और अविवाहित जातकों के विवाह में देरी होने की संभावनाएं बनी रहती है।

पुराणों में देवउठनी एकादशी पर बृहस्पति ग्रह और भगवान विष्णु की उपासना के लिए 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन को अत्यंत लाभकारी बताया गया है। ज्योतिष विद्या के अनुसार, इस तिथि पर यह पूजा करने से बृहस्पति ग्रह की प्रतिकूल स्थिति के अशुभ प्रभावों को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही यदि यह पूजा महादेव की नगरी काशी में विराजित श्री बृहस्पति मंदिर में की जाए तो यह अत्यधिक फलदायी हो सकती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस जीवंत मंदिर में स्वतः देव गुरु विराजते है और उन्हे यह स्थान भगवान शिव ने दिया था। इसलिए देवउठनी एकादशी पर काशी में स्थित श्री बृहस्पति मंदिर, में 16000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और आदर्श जीवनसाथी एवं रिश्तों में आनंद प्राप्ति का आशीष प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
आदर्श साथी पाने के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर कुंडली में बृहस्पति अशुभ स्थिति में हो तो विवाह में देरी के साथ आदर्श जीवनसाथी मिलने की संभावना बेहद कम हो जाती है। माना जाता है कि देवउठनी एकादशी पर 16,000 बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप और सुदर्शन हवन करने से बृहस्पति के नकारात्मक प्रभाव कम हो सकते हैं और आदर्श जीवनसाथी की भी प्राप्ति हो सकती है। बृहस्पति ग्रह के शुभ प्रभाव रिश्तों में स्पष्टता और समझ लाता है, जिससे व्यक्ति को अनुकूल जोड़ी मिल सकती है।
puja benefits
रिश्तों में आनंद प्राप्ति के लिए
बृहस्पति विवाह का कारक है। यदि यह अनुकूल स्थिति में नहीं है, तो आपके वैवाहिक जीवन में मुश्किलें पैदा कर सकता है, जैसे कि आपके पार्टनर के साथ विवाद होना। मान्यता है कि देवउठनी एकादशी पर बृहस्पति ग्रह मूल मंत्र जाप करके, व्यक्ति के जीवन से बृहस्पति के नकारात्मक प्रभावों को शांत किया जा सकता है। इसके अलावा देवउठनी एकादशी तिथि पर सुदर्शन हवन करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है, जो अपने भक्तों को रिश्तों में आनंद का आशीर्वाद देते हैं।
puja benefits
सफल वैवाहिक जीवन के लिए
जन्म कुंडली में पीड़ित बृहस्पति मन की स्पष्टता और निर्णय लेने में चुनौतियों का कारण बन सकता है। यह विवाह जैसे रिश्तों को प्रभावित करता है, जिससे अनिर्णय, असंगति और अपने पार्टनर के साथ विश्वासों को संरेखित करने में कठिनाई हो सकती है। देवउठनी एकादशी पर यह पूजा करने से इन मुद्दों को हल करने, विचारों की स्पष्टता लाने एवं सफल वैवाहिक जीवन के लिए सद्भाव को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री बृहस्पति मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश

श्री बृहस्पति मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
महादेव की नगरी काशी में श्री बृहस्पति मंदिर का विशेष स्थान है। इस मंदिर को लेकर एक पौराणिक मान्यता यह है कि अनादि काल से इस जीवंत मंदिर में स्वतः देव गुरु विराजते हैं। पौराणिक काल में भगवान शिव ने जब ये नगरी स्थापित की तो सभी देव इस मोक्ष नगरी में निवास करने के लिए उत्साहित थे। मान्यता है कि उस दौरान खुद देवों के देव महादेव ने गुरु बृहस्पति को यहां स्थान दिया था। जिसके बाद से ही आज तक गुरुदेव बृहस्पति के इस मंदिर का स्थान काशी के सभी प्राचीन मंदिरों में सबसे ऊंचा स्थान माना जाता है।

मोक्ष की नगरी काशी में दशाश्वमेध घाट पर स्थित इस मंदिर में भक्तों की समस्त इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए रुद्राभिषेक और गुरु शांति यज्ञ का आयोजन किया जाता है। वहीं बृहस्पति के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए यहां गुरुवार के दिन पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि जिन लोगों पर बृहस्पति पर प्रसन्न होते हैं तो उनके जीवन में वैवाहिक सुख, धनलाभ और संतान सुख मिलता है। माना जाता है कि बृहस्पति गुरु इस मंदिर में साक्षात विराजमान हैं। जो लोग ग्रह दोष से पीड़ित होते हैं वो गुरुवार के दिन इस मंदिर में विशेष विधि के साथ पूजा करते हैं। इस मंदिर में बृहस्पति गुरु शांति यज्ञ में शामिल होने वाले भक्तों को धन, सम्मान, प्रसिद्धि, ज्ञान, बुद्धि, संतान सहित जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता मिलती है।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद पवित्र तीर्थ प्रसाद जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, लाल मौली 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह प्रसाद,आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद पवित्र तीर्थ प्रसाद जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, लाल मौली 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह प्रसाद,आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री बृहस्पति मंदिर में देव बृहस्पति को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद पवित्र तीर्थ प्रसाद जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, लाल मौली 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह प्रसाद,आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री बृहस्पति मंदिर में देव बृहस्पति को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद पवित्र तीर्थ प्रसाद जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, लाल मौली 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह प्रसाद,आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों