अग्नि नक्षत्र के महत्व को जानें और इस दिन को सही तरीके से मनाने के लिए पाएं शुभकामनाएं। यह दिन उर्जा और समृद्धि से भरा हुआ होता है, जानें इसके लाभ।
‘अग्नि नक्षत्रम’ भगवान मुरुगन को समर्पित एक बहुत बड़ा त्योहार है। यह त्योहार खासकर दक्षिण भारत के तमिलनाडु में बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है। खास तौर पर तिरुत्तानी, पलानी और पलामुथिरसोलई के मुरुगन मंदिरों में इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
अग्नि नक्षत्रम भगवान मुरुगन को समर्पित एक बड़ा त्योहार है, जो खासकर दक्षिण भारत के तमिलनाडु में बहुत धूमधाम और खुशी से मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से तिरुत्तानी, पलानी और पलामुथिरसोलई के मुरुगन मंदिरों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार, हर नक्षत्र के चार भाग होते हैं। अग्नि नक्षत्र तब शुरू होता है जब सूर्य कृतिका नक्षत्र से गुजरता है। इसके बाद सूर्य भरणी नक्षत्र के तीसरे और चौथे भाग से होकर रोहिणी नक्षत्र के पहले भाग में पहुंचता है, तब यह त्योहार शुरू होता है। ‘अग्नि नक्षत्रम’ 14 दिनों तक चलता है और यह मई महीने में मनाया जाता है।
अग्नि नक्षत्र के पावन अवसर पर भगवान मुरुगन की असीम कृपा आप सभी पर बनी रहे। यह त्योहार आपके जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और अनंत खुशियाँ लेकर आए।
भगवान मुरुगन की भक्ति से आपका मन सदा प्रसन्न और शांत रहे। यह पर्व आपको नई ऊर्जा और उमंग से भर दे ताकि आप हर चुनौती का डटकर सामना कर सकें।
इस पावन त्योहार पर भगवान मुरुगन आपके परिवार को स्वास्थ्य, सौभाग्य और खुशहाली से भर दें। आपकी हर मनोकामना पूरी हो और जीवन में सफलता के नए द्वार खुलें।
अग्नि नक्षत्र का यह उत्सव आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आए। भगवान मुरुगन की कृपा से आपकी राहें हमेशा उज्जवल और सफल हों।
यह शुभ पर्व आपके मन के सारे दुख और चिंताएं दूर कर, जीवन को नई रोशनी और उमंग से भर दे। भगवान मुरुगन का आशीर्वाद आपके साथ हो और आप हमेशा आनंदित रहें।
अग्नि नक्षत्र के इस पावन अवसर पर भगवान मुरुगन की भक्ति में लीन होकर आप सच्चे सुख और शांति का अनुभव करें। जीवन के हर क्षेत्र में आप तरक्की करें और खुशहाल रहें।
इस त्योहार पर भगवान मुरुगन के आशीर्वाद से आपके घर-परिवार में प्रेम, समर्पण और सौहार्द्य बना रहे। आपकी जिंदगी में हमेशा खुशियाँ और समृद्धि बनी रहे।
अग्नि नक्षत्र की शुभ बेला में भगवान मुरुगन की पूजा से आपके मन को सुकून मिले और आप हर परिस्थिति में धैर्य और स्थिरता बनाए रखें।
भगवान मुरुगन की कृपा से आपके जीवन के अंधकार हर दम दूर हों और आपकी ज़िंदगी चाँद की तरह उज्ज्वल हो। आपके सपने सच हों और आपको सफलता मिले।
अग्नि नक्षत्र के इस शुभ अवसर पर आपकी सभी परेशानियां दूर हों और आपके मन में विश्वास और उम्मीद की नई किरण जागे।
भगवान मुरुगन की पूजा से आपके जीवन में प्रेम, शांति और समृद्धि का संचार हो। हर दिन आपके लिए खुशियों से भरा हो।
यह त्योहार आपके मन और आत्मा को नई ऊर्जा और सकारात्मक सोच से भर दे। भगवान मुरुगन की कृपा से आपका हर काम सफल हो।
अग्नि नक्षत्र के पावन दिन आपके परिवार में सुख-शांति, प्रेम और सौहार्द्य बढ़ाए। भगवान मुरुगन की रक्षा सदैव आपके साथ हो।
भगवान मुरुगन की पूजा से आपके जीवन की हर बाधा दूर हो और आप नई ऊंचाइयों को छू सकें।
यह अग्नि नक्षत्र आपके लिए नई शुरुआत और नए अवसर लेकर आए। आपकी मेहनत रंग लाए और आपको सफलता मिले।
भगवान मुरुगन के आशीर्वाद से आपके मन को शांति मिले और जीवन के हर कदम पर खुशियाँ आपका साथ दें।
अग्नि नक्षत्र के शुभ अवसर पर आपके घर में सुख-समृद्धि और आनंद का वास हो। आपके सभी रिश्ते मजबूत और मधुर बनें।
भगवान मुरुगन की कृपा से आपका मनोबल बढ़े और आप हर चुनौती को उत्साह से स्वीकार करें। आपकी ज़िंदगी खुशहाल और समृद्ध हो।
यह अग्नि नक्षत्र आपके जीवन में खुशियों की नई बहार लेकर आए। भगवान मुरुगन की असीम कृपा और आशीर्वाद हमेशा आपके साथ बनी रहे।
इस समय पवित्र पहाड़ी गिरि वालम की सुबह और शाम को उसके चारों ओर घुमना (प्रदक्षिणा) करने का नियम है। ऐसा करने से वहाँ उगने वाली औषधीय जड़ी-बूटियों की खुशबू से शरीर को अच्छा स्वास्थ्य और मन को शांति मिलती है। प्रदक्षिणा करते समय महिलाएं भगवान मुरुगन के पसंदीदा कदंब के फूलों से जगह को सजाती हैं।
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सावन शिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें और अपने जीवन में शिवजी की कृपा प्राप्त करें। इस दिन अपनों को भेजें हार्दिक शुभकामनाएं और शिव शक्ति का आशीर्वाद।