इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी
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इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी

क्या आप जानना चाहते हैं गुवाहाटी इस्कॉन मंदिर कब जाएं? कहाँ है? क्या देखें? फोटो और पूरी जानकारी यहाँ पढ़ें और करें अपनी यात्रा को भक्तिमय।

इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी के बारे में

देवी रुक्मिणी और प्रभु श्री कृष्ण को समर्पित गुवाहाटी का इस्कॉन मंदिर न केवल भव्य वास्तुकला के लिए बल्कि आयोजनों के लिए भी जाना जाता है। अगर आप भी जानना चाहते हैं इस मंदिर की वास्तुकला, इतिहास औऱ कार्यक्रमों के बारे में तो जरूर पढ़ें हमारे इस आर्टकिल को औऱ जानें असम की राजधानी में बसे इस मंदिर की जानकारियों के बारे में।

इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी कहाँ स्थित है?

इस्कॉन गुवाहाटी, असम राज्य की राजधानी गुवाहाटी के उलुबारी क्षेत्र की एक छोटी पहाड़ी पर स्थित है। यह मंदिर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंिदिर को श्री श्री रुक्मिणी कृष्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी माता को समर्पित है। इस मंदिर में हजारों श्रद्धालु प्रभु के दर्सन करने आते हैं औऱ उनसे आशीष मांगते हैं।

इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी मंदिर का इतिहास और पृष्ठभूमि

जानकारी के अनुसार, इस्कॉन गुवाहाटी मंदिर की स्थापना अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के संस्थापक ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभुपाद के मार्गदर्शन में की गई थी। वर्ष 1983 से यह मंदिर गुवाहाटी का एक प्रमुख समकालीन कृष्ण मंदिर माना जाता है, जो केवल पूजा-अर्चना तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक उत्थान के विभिन्न कार्यों में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। यहां वैदिक साहित्य का प्रचार, युवाओं को वैदिक जीवन पद्धति का प्रशिक्षण और आम लोगों के लिए पवित्र भोजन (प्रसाद) का वितरण जैसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं। नियमित रूप से यहां पूजा-पाठ, कीर्तन, भक्ति-व्याख्यान, गीता अध्ययन, सेमिनार और सत्संग जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा, इस्कॉन गुवाहाटी जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने, भूखों को भोजन कराने और पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रमों में भी सक्रिय रूप से योगदान देता है।

इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी मंदिर की प्रमुख विशेषताएँ

इस्कॉन गुवाहाटी मंदिर का फर्श चमकदार सफेद संगमरमर से बना है, जो इसकी भव्यता को और बढ़ाता है। मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और देवी रुक्मिणी की सुंदर मूर्तियाँ स्थापित हैं, जो भक्तों की श्रद्धा और आस्था का मुख्य केंद्र हैं। मंदिर परिसर में एक सुंदर बगीचा स्थित है, जिसमें भक्त ध्यान, साधना और विश्राम कर सकते हैं। इसके साथ ही एक विशाल प्रसादम हॉल भी है, जहां शुद्ध सात्विक भोजन प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। मंदिर में एक स्मारिका दुकान भी है जहां से श्रद्धालु भक्ति साहित्य, मूर्तियाँ, रुद्राक्ष, तिलक व अन्य पूजा सामग्री खरीद सकते हैं।

इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी में दर्शन और आरती का समय

इस्कॉन गुवाहाटी मंदिर सभी दिनों श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है। वहीं, आरती के समय मंदिर परिसर भक्ति-भाव और उल्लास से भर जाता है। मंदिर में भजन-कीर्तन, श्रीकृष्ण नाम-संकीर्तन और हरे कृष्ण महामंत्र निरंतर चलता रहता है। हालांकि, विशेष पर्व औऱ त्यौहारों पर दर्शन औऱ आऱती के समय में थोड़ा बहुत परिव्रतन हो सकता है।

दर्शन का समय

  • प्रातः: 4:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
  • सांयकाल: 3:30 बजे से रात 8:30 बजे तक

आरती का समय

  • मंगला आरतीः सुबह 4:30 बजे
  • दर्शन आरतीः सुबह 7:15 बजे
  • राजभोग आरतीः दोपहर 12:30 बजे
  • संध्या आरतीः शाम 7:00 बजे
  • शयन आरतीः रात 8:30 बजे

इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार

इस्कॉन गुवाहाटी में पूरे वर्ष अनेक प्रमुख वैष्णव त्योहार श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाए जाते हैं। इनमें जन्माष्टमी सबसे महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हजारों भक्त मंदिर में एकत्र होकर कीर्तन, रात्रि जागरण, झांकी दर्शन और विशेष भंडारे में भाग लेते हैं। इसके अलावा स्नान यात्रा, नृसिंह चतुर्दशी (भगवान नृसिंह के प्राकट्य दिवस), गौर पूर्णिमा (चैतन्य महाप्रभु का जन्मोत्सव), रथ यात्रा (भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की रथ यात्रा), राधाष्टमी, गोवर्धन पूजा, दीपावली, गीता जयंती और होली जैसे प्रमुख पर्व भी पूरे भक्तिभाव से मनाए जाते हैं। इन अवसरों पर मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और दीपों से सजाया जाता है। विशेष रूप से कीर्तन, भागवत कथा, भजन, प्रवचन, झांकियां, आरती और प्रसाद वितरण जैसे आयोजनों से पूरा वातावरण भक्तिमय और उल्लासपूर्ण हो उठता है।

इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी में प्रसाद और फूड सुविधा

इस्कॉन गुवाहाटी मंदिर में आने वाले सभी भक्तगणों को निशुल्क प्रसाद वितरण किया जाता है। मंदिर में हर दिन दोपहर 1:30 बजे के आसपास प्रसाद वितरण होता है, जिसमें श्रद्धालुओं को शुद्ध सात्विक भोजन प्रसाद रूप में दिया जाता है। इसके अलावा हर रविवार को विशेष रविवार भोग का आयोजन होता है जिसमें भोजन के लिए मात्र 30 रुपये का दान लिया जाता है। वहीं, इस्कॉन की फूड फॉर लाइफ योजना के अंतर्गत जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन भी वितरित किया जाता है।

इस्कॉन मंदिर गुवाहाटी कैसे पहुँचें?

इस्कॉन गुवाहाटी मंदिर तक पहुँचने के लिए लोग आसानी से ऑटो, रिक्शा या टैक्सी जैसे विभिन्न साधनों का उपयोग कर सकते हैं।

  • सड़क मार्ग: गुवाहाटी भारत के प्रमुख शहरों से राष्ट्रीय राजमार्गों द्वारा जुड़ा हुआ है। शहर में लोकल बस सेवाएं और निजी टैक्सी सेवा उपलब्ध है। अंतरराज्यीय बसें असम राज्य परिवहन निगम (एएसटीसी) और अन्य निजी बस ऑपरेटरों द्वारा चलाई जाती हैं। गुवाहाटी शहर के किसी भी भाग से आप मंदिर तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
  • बस सेवा द्वारा: शहर के प्रमुख स्थानों से उलुबारी तक सीधी या निकटवर्ती बस सेवा उपलब्ध है। हालांकि, अंतिम स्टॉप से मंदिर पहुंचने के लिए थोड़ा पैदल चलना पड़ सकता है।
  • हवाई मार्ग से: निकटतम हवाई अड्डा लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो मंदिर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डे से आप ओला, उबर या स्थानीय टैक्सी सेवा के ज़रिए लगभग 45–60 मिनट में मंदिर पहुँच सकते हैं। इस सभी माध्यमों का अपयोग करके आप गुवाहाटी के इस्कॉन मंदिर सरल तरीके से पहुंच सकते हैं।
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Published by Sri Mandir·July 13, 2025

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