जीवन से सभी प्रकार की व्याधियां और नकारात्मक शक्तियों का नाश करने, शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने, घर-परिवार एवं व्यवसाय में धन और धान्य की कमी दूर करने तथा जीवन के सभी क्षेत्रों में विपुल यश, विजय, कीर्ति, लाभ आदि की प्राप्ति के लिए शारदीय नवरात्री के शुभ व्रत-पर्व प्रथम दिन, दिनांक 15 अक्टूबर 2023, रविवार के दिन श्री दुर्गा कुंड मंदिर, काशी के आचार्यों द्वारा आयोजित नवरात्री विशेष नवदुर्गा पूजा, यज्ञ एवं आरती में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें और अपने जीवन को नकारात्मक शक्तियों से मुक्त करें।
ऑनलाइन पूजा का लाभ निश्चित तौर पर मिलता है। किसी भी पूजा में सबसे अधिक महत्व नाम और गोत्र का होता है। आप पूरे विश्व में कहीं भी रहने पर आपकी पहचान आपके नाम और गोत्र से होती है, तो पूजा किसके नाम से आयोजित हो रही है यह निर्धारित करता है कि पूजा का फल किसे मिलेगा।कोई भी समस्या, बीमारी या दोष हो सभी पूजाओं को नाम और गोत्र से ही संपन्न किया जा सकता है। ऐसे में किसी भी तीर्थ स्थान या मंदिर में आपके नाम और गोत्र के उच्चारण से पूजा का फल आपको प्राप्त होता है।
यदि आपको अपना गोत्र पता नहीं है तो इस स्थिति मैं आप अपना गोत्र कश्यप मान सकते हैं क्योंकि कश्यप ऋषि एक ऐसे ऋषि थे जिनकी संतान हर जाति में पाई जाती हैं और इसी कारण वे श्रेष्ट ऋषि माने जाते हैं। इन विवरणों का पंडित जी द्वारा पूजा के दौरान जाप किया जाएगा।