कुंडली में उपस्थित छायाग्रह राहु और केतु के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या जैसे कि जीवन में आर्थिक तनाव, वैवाहिक जीवन में समस्याएं, असाध्य बीमारियां इत्यादि जटिल परेशानियों से छुटकरा पाने के लिए हरिद्वार के श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर के आचार्यों द्वारा दिनांक 13 दिसंबर 2023, बुधवार, मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिपदा तिथि पर आयोजित राहु-केतु पीड़ा शांति महापूजा एवं रुद्राभिषेक में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें।
ऑनलाइन पूजा का लाभ निश्चित तौर पर मिलता है। किसी भी पूजा में सबसे अधिक महत्व नाम और गोत्र का होता है। आप पूरे विश्व में कहीं भी रहने पर आपकी पहचान आपके नाम और गोत्र से होती है, तो पूजा किसके नाम से आयोजित हो रही है यह निर्धारित करता है कि पूजा का फल किसे मिलेगा।कोई भी समस्या, बीमारी या दोष हो सभी पूजाओं को नाम और गोत्र से ही संपन्न किया जा सकता है। ऐसे में किसी भी तीर्थ स्थान या मंदिर में आपके नाम और गोत्र के उच्चारण से पूजा का फल आपको प्राप्त होता है। परन्तु कई बार हम किसी तीर्थ स्थान या सिद्ध मंदिर में स्वयं नहीं जा पाते हैं। तब आप श्री मंदिर पूजा सेवा के साथ पूजा परंपराओं के बारे में उचित ज्ञान रखने वाले पंडितों के माध्यम से अपनी पूजा संपन्न करा सकते हैं।
यदि आपको अपना गोत्र पता नहीं है तो इस स्थिति मैं आप अपना गोत्र कश्यप मान सकते हैं क्योंकि कश्यप ऋषि एक ऐसे ऋषि थे जिनकी संतान हर जाति में पाई जाती हैं और इसी कारण वे श्रेष्ट ऋषि माने जाते हैं। इन विवरणों का पंडित जी द्वारा पूजा के दौरान जाप किया जाएगा।