सर्व पूर्वजों को मोक्ष की गति प्रदान करने, संतान सुख पाने, कुंडली में पितृ दोष से उत्पन्न नकारात्मकताओं को दूर करने, निरोगी और सेहतमंद जीवन पाने, नौकरी एवं व्यवसाय में उन्नति पाने, अनपेक्षति दुर्घटनाओं से सुरक्षा पाने हेतु मार्गशीर्ष कृष्ण अमावस्या विशेष, दिनांक 12 दिसंबर 2023, मंगलवार को हरिद्वार के श्री गंगा घाट क्षेत्र में आयोजित पितृ दोष शांति महापूजा, तिल तर्पण एवं पिंड दान में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें और पित्रुओं के शुभाशीष द्वारा कुंडली में उपस्थित पितृ दोष की वजह से होने वाली परेशानियों से निजात पाएं।
ऑनलाइन पूजा का लाभ निश्चित तौर पर मिलता है। किसी भी पूजा में सबसे अधिक महत्व नाम और गोत्र का होता है। आप पूरे विश्व में कहीं भी रहने पर आपकी पहचान आपके नाम और गोत्र से होती है, तो पूजा किसके नाम से आयोजित हो रही है यह निर्धारित करता है कि पूजा का फल किसे मिलेगा।कोई भी समस्या, बीमारी या दोष हो सभी पूजाओं को नाम और गोत्र से ही संपन्न किया जा सकता है। ऐसे में किसी भी तीर्थ स्थान या मंदिर में आपके नाम और गोत्र के उच्चारण से पूजा का फल आपको प्राप्त होता है।
यदि आपको अपना गोत्र पता नहीं है तो इस स्थिति मैं आप अपना गोत्र कश्यप मान सकते हैं क्योंकि कश्यप ऋषि एक ऐसे ऋषि थे जिनकी संतान हर जाति में पाई जाती हैं और इसी कारण वे श्रेष्ट ऋषि माने जाते हैं। इन विवरणों का पंडित जी द्वारा पूजा के दौरान जाप किया जाएगा।