दुर्भाग्यपूर्ण घटना एवं बाधाओं से रक्षा के लिए विश्व प्रख्यात शनि मंदिर विशेष शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा और तिल तेल अभिषेक
दुर्भाग्यपूर्ण घटना एवं बाधाओं से रक्षा के लिए विश्व प्रख्यात शनि मंदिर विशेष शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा और तिल तेल अभिषेक
दुर्भाग्यपूर्ण घटना एवं बाधाओं से रक्षा के लिए विश्व प्रख्यात शनि मंदिर विशेष शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा और तिल तेल अभिषेक
दुर्भाग्यपूर्ण घटना एवं बाधाओं से रक्षा के लिए विश्व प्रख्यात शनि मंदिर विशेष शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा और तिल तेल अभिषेक
दुर्भाग्यपूर्ण घटना एवं बाधाओं से रक्षा के लिए विश्व प्रख्यात शनि मंदिर विशेष शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा और तिल तेल अभिषेक
दुर्भाग्यपूर्ण घटना एवं बाधाओं से रक्षा के लिए विश्व प्रख्यात शनि मंदिर विशेष शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा और तिल तेल अभिषेक
दुर्भाग्यपूर्ण घटना एवं बाधाओं से रक्षा के लिए विश्व प्रख्यात शनि मंदिर विशेष शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा और तिल तेल अभिषेक
temple venue
श्री शनिदेव मंदिर, शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

दुर्भाग्यपूर्ण घटना एवं बाधाओं से रक्षा के लिए विश्व प्रख्यात शनि मंदिर विशेष शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा और तिल तेल अभिषेक

महाराष्ट्र का शनि शिंगणापुर मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा शनि शनि मंदिर है। शनि देव के इस मंदिर को 'जागृत देवस्थान' माना जाता है यानि शनि देव यहाँ स्वयं शिला के रूप में विराजमान हैं। यही कारण है कि शिंगणापुर गाँव के घरों में दरवाज़े नहीं हैं। कहते हैं इस गाँव में कभी चोरी की घटना नहीं होती और यदि कोई चोरी करने की कोशिश करता भी है तो शनि देव स्वयं उसे दंड देते हैं। कहते हैं कि शनिवार के दिन इस मंदिर में यह पूजा करने से शनि दोष का निवारण होता है। शनिवार के दिन विश्व प्रख्यात मंदिर शनि शिंगणापुर में दिनांक 18 मई 2024, को होने वाली पूजा में श्री मंदिर के द्वारा भाग लें और शनिदेव का शुभाशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से रक्षा
शनि की पूजा का महत्व वैदिक ज्योतिष और धार्मिक ग्रंथों में विस्तार से वर्णित है। शनि ग्रह को कर्म का कारक माना गया है, जो व्यक्ति के जीवन में कई बार दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का कारण बन जाता है। मान्यता है कि शनि की पूजा करने से दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से सुरक्षा मिलती है क्योंकि इससे कुंडली में बने शनि दोष से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति को सामर्थ्य और स्थिरता का आभास होता है।
puja benefits
बाधाओं से रक्षा
शनि दोष के कारण व्यक्ति के जीवन में आए दिन सभी कार्यों में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। मान्यता है कि इस मंदिर में शनिदेव की पूजा करने से बाधाओं से सुरक्षा का आशीष मिलता है। इस पूजा को करने वाले जातको को धैर्य, सम्मान और संघर्षशीलता में साहस और सामर्थ्य प्राप्त होता है, जिससे वह जीवन की हर बाधा को सफलतापूर्वक पार कर लेते हैं। शनिवार के दिन की गई शनि पूजा से जातक को बाधा मुक्त जीवन का आशीष प्राप्त होता है।
puja benefits
साढ़े साती एवं छोटी ढैय्या से मुक्ति
माना जाता है कि शनि ढैय्या की अवधि ढाई वर्ष की होती है, सामान्यत: शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या को अशुभ और कष्टदायक माना जाता है। इस अशुभ स्थिति से मुक्त होने के लिए शनि साढ़े साती पीड़ा शांति महापूजा अत्यंत प्रभावकारी है। वहीं शनि तिल तेल अभिषेक को करने से कुंडली में मौजूद शनि दोष का प्रभाव भी कम होता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

4 विभिन्न पूजा पैकेज ऑप्शन से चयन करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
Number-3

पूजा दिन

अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक प्रक्रिया के अनुसार पूजा होगी। आपको अपने WhatsApp नंबर पर अपडेट्स मिलेंगे।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

अपने पंजीकृत WhatsApp नंबर पर पूजा के 4-5 दिनों में पूजा वीडियो एबं आपके दिए गए पते पर 8-10 दिनों बाद तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें ।

श्री शनिदेव मंदिर,शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र

श्री शनिदेव मंदिर,शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र
शनि शिंगणापुर मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है जो अहमदनगर जिले में शिरडी से 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। शनि देव के इस मंदिर को सजीव मंदिर माना जाता है। कहानियों के अनुसार, लगभग 300 साल पहले, गाँव के बीच से बहती पानसनाला नदी के तट पर एक काले रंग का पत्थर पाया गया था, जिसे छुते ही उसमें से खून निकलने लगा। उसी रात भगवान शनि ग्राम प्रधान के सपने में आए और बताया कि यह पत्थर उनकी मूर्ति है। उन्होंने निर्देश दिया कि इस पत्थर को गाँव में खुले में रखा जाए, बिना किसी ढांचे या दीवारों से ढके।

श्री शनेश्वर देवस्थान शनि शिंगणापुर का यह मंदिर पूरे भारत में बेहद प्रसिद्ध है। मंदिर के अलावा, शिंगणापुर एक छोटा सा गाँव है जहां पूरे गाँव में किसी भी घर में दरवाजे नहीं हैं और इसके बावजूद गांव में चोरी भी नहीं होती। मान्यता है कि शनिदेव द्वारा सुरक्षित गांव में चोर नहीं कर सकते और जो कोई भी चोरी करने का प्रयास करता है उसे दैवीय दंड मिल जाता है। कहते हैं कि यहां शनि की प्रतिमा के दर्शन मात्र से शनि दोष दूर हो जाता है।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ
User review
User Image

सुनील कुमार सैनी

चंडीगढ़

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों