कुंडली में उपस्थित कालसर्प दोष के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या जैसे आर्थिक तनाव, वैवाहिक जीवन में समस्याएं, असाध्य बीमारियां इत्यादि एवं राहु-केतु के अशुभत्व से निजात पाने हेतु प्रयागराज के श्री सर्पराज तक्षकेश्वर तीर्थ के आचार्यों द्वारा दिनांक 6 दिसंबर 2023, बुधवार के शुभ दिन पर आयोजित कालसर्प दोष निवारण पूजा एवं रूद्राभिषेक में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें और कालसर्प दोष के नकारात्मक परिणामों से छुटकारा पाएं।
ऑनलाइन पूजा का लाभ निश्चित तौर पर मिलता है। किसी भी पूजा में सबसे अधिक महत्व नाम और गोत्र का होता है। आप पूरे विश्व में कहीं भी रहने पर आपकी पहचान आपके नाम और गोत्र से होती है, तो पूजा किसके नाम से आयोजित हो रही है यह निर्धारित करता है कि पूजा का फल किसे मिलेगा।कोई भी समस्या, बीमारी या दोष हो सभी पूजाओं को नाम और गोत्र से ही संपन्न किया जा सकता है। ऐसे में किसी भी तीर्थ स्थान या मंदिर में आपके नाम और गोत्र के उच्चारण से पूजा का फल आपको प्राप्त होता है।
यदि आपको अपना गोत्र पता नहीं है तो इस स्थिति मैं आप अपना गोत्र कश्यप मान सकते हैं क्योंकि कश्यप ऋषि एक ऐसे ऋषि थे जिनकी संतान हर जाति में पाई जाती हैं और इसी कारण वे श्रेष्ट ऋषि माने जाते हैं। इन विवरणों का पंडित जी द्वारा पूजा के दौरान जाप किया जाएगा।