जीवन में उपस्थित किसी भी प्रकार के संकट, विपत्ति, दुःख, रोग से मुक्ति पाने, सकारात्मक बदलाव के साथ एकाग्रता और आत्मविश्वास में वृद्धि पाने, नकारात्मक शक्तियों का नाश करने एवं रोजाना जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए अयोध्या के श्री हनुमान गढ़ी मंदिर के आचार्यों द्वारा, कार्तिक कृष्ण तृतीया, दिनांक 31 अक्टूबर 2023, मंगलवार को आयोजित श्री हनुमान आंजनेय सहस्रनाम यज्ञ एवं सुंदरकांड पाठ में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें।
ऑनलाइन पूजा का लाभ निश्चित तौर पर मिलता है। किसी भी पूजा में सबसे अधिक महत्व नाम और गोत्र का होता है। आप पूरे विश्व में कहीं भी रहने पर आपकी पहचान आपके नाम और गोत्र से होती है, तो पूजा किसके नाम से आयोजित हो रही है यह निर्धारित करता है कि पूजा का फल किसे मिलेगा।कोई भी समस्या, बीमारी या दोष हो सभी पूजाओं को नाम और गोत्र से ही संपन्न किया जा सकता है। ऐसे में किसी भी तीर्थ स्थान या मंदिर में आपके नाम और गोत्र के उच्चारण से पूजा का फल आपको प्राप्त होता है। परन्तु कई बार हम किसी तीर्थ स्थान या सिद्ध मंदिर में स्वयं नहीं जा पाते हैं। तब आप श्री मंदिर पूजा सेवा के साथ पूजा परंपराओं के बारे में उचित ज्ञान रखने वाले पंडितों के माध्यम से अपनी पूजा संपन्न करा सकते हैं।
यदि आपको अपना गोत्र पता नहीं है तो इस स्थिति मैं आप अपना गोत्र कश्यप मान सकते हैं क्योंकि कश्यप ऋषि एक ऐसे ऋषि थे जिनकी संतान हर जाति में पाई जाती हैं और इसी कारण वे श्रेष्ट ऋषि माने जाते हैं। इन विवरणों का पंडित जी द्वारा पूजा के दौरान जाप किया जाएगा।