भावनात्मक स्थिरता और मानसिक स्पष्टता के लिए चैत्र पूर्णिमा विशेष चंद्र ग्रह दोष शांति पूजा और रुद्राभिषेक
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भावनात्मक स्थिरता और मानसिक स्पष्टता के लिए चैत्र पूर्णिमा विशेष चंद्र ग्रह दोष शांति पूजा और रुद्राभिषेक
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भावनात्मक स्थिरता और मानसिक स्पष्टता के लिए चैत्र पूर्णिमा विशेष चंद्र ग्रह दोष शांति पूजा और रुद्राभिषेक
भावनात्मक स्थिरता और मानसिक स्पष्टता के लिए चैत्र पूर्णिमा विशेष चंद्र ग्रह दोष शांति पूजा और रुद्राभिषेक
temple venue
सोमेश्वर महादेव मंदिर, प्रयागराज
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

भावनात्मक स्थिरता और मानसिक स्पष्टता के लिए चैत्र पूर्णिमा विशेष चंद्र ग्रह दोष शांति पूजा और रुद्राभिषेक

चंद्रमा के प्रतिकूल प्रभावों के कारण जीवन की अनिश्चितताओं के बीच भावनात्मक स्थिरता और मानसिक शांति पाने के लिए, चंद्र ग्रह शांति पूजा और रुद्राभिषेक में भाग लें। इस पूजा को करने से जन्म कुंडली में मौजूद चंद्र दोष का अंत होता है और जातक को केवल सकारात्मक फल प्राप्त होते है। सुख-शांति प्रदान करने वाले भगवान शिव को समर्पित यह पूजा 23 अप्रैल 2024 को पूर्णिमा के शुभ अवसर पर आयोजित की जा रही है। इसका आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित प्राचीन सोमेश्वर महादेव मंदिर के पुजारियों द्वारा किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और शिव जी का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
भावनात्मक स्थिरता के लिए
ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। यदि कुंडली में चंद्र ग्रह अशांत हो, तो व्यक्ति बिना किसी स्पष्ट कारण के ही दुखी रहता है। इस पूजा को करने से मानसिक तनाव, जीवन में चल रही दुविधाओं व चिंताओं से मुक्ति मिलती है।
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मानसिक स्पष्टता के लिए
चैत्र पूर्णिमा के शुभ दिन पर चंद्र देव की इस विशेष पूजा एवं रुद्राभिषेक करने से मन को शांति मिलती है, जिससे व्यक्ति की मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा मिलती है। इसके साथ ही, यह भक्तों को तर्कसंगत निर्णय लेने और जीवन के विभिन्न पहलुओं में स्पष्ट रूप से सोचने के लिए सक्षम बनाती है।
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चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति
जिन जातकों के लिए चंद्रमा अशुभ हों, वे दूसरों पर अविश्वास कर सकते हैं, और छोटी-छोटी बातों पर चिंतित हो सकते हैं। पूर्णिमा पर चंद्र ग्रह दोष शांति पूजा सकारात्मक मानसिकता को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होती है।
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स्वास्थ्य लाभ
जन्म कुंडली में चंद्र दोष होने के कारण जातक को गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस विशेष पूजा के माध्यम से व्यक्ति के स्वास्थ्य में तेजी से सकारात्मक बदलाव आते है। चंद्रमा को शांत करने से बेहतर स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।
puja benefits
पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाता है
ज्योतिष में चंद्रमा को भावनाओं और स्नेह का सूचक माना जाता है। इस पूजा को करने वाले जातकों के अंदर भावनात्मक लगाव और स्नेह को बढ़ाकर, परिवार के सभी सदस्यों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करती है। यह एक खुशहाल और समृद्ध जीवन जीने के लिए चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने में मदद करती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

4 विभिन्न पूजा पैकेज ऑप्शन से चयन करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

भुगतान के बाद, अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
Number-3

पूजा दिन

अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक प्रक्रिया के अनुसार पूजा होगी। आपको अपने WhatsApp नंबर पर अपडेट्स मिलेंगे।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

अपने पंजीकृत WhatsApp नंबर पर पूजा के 4-5 दिनों में पूजा वीडियो एबं आपके दिए गए पते पर 8-10 दिनों बाद तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें ।

सोमेश्वर महादेव मंदिर,प्रयागराज

सोमेश्वर महादेव मंदिर,प्रयागराज
प्रयागराज (इलाहाबाद) में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर, जिसे सोमेश्वर नाथ मंदिर के नाम से भी प्रख्यात है, शहर के पवित्र स्थलों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे एकादक्ष रुद्र के निवास के रूप में मान्यता प्राप्त है। बता दें कि सोमेश्वर महादेव रुद्रों में से एक हैं। मंदिर की विशेषता इसके त्रिशूल में समाहित है, जो पृथ्वी के चारों ओर चंद्र कक्षा के अनुरूप घूमता है।

हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, भगवान चंद्र ने अपनी सत्ताईस पत्नियों में से रोहिणी का पक्ष लिया, जिससे दक्ष प्रजापति क्रोधित हो गए। रोहिणी के प्रति अत्यधिक स्नेह के कारण दक्ष ने चंद्र को क्षय रोग का श्राप दे दिया। जब चंद्रमा भगवान विष्णु की शरण में गए, तो उन्होंने चंद्रदेव को प्रयाग में भगवान शिव की पूजा करने का सुझाव दिया। वर्षों की तपस्या के बाद, भगवान शिव ने चंद्रमा को श्राप के कारण हुए कष्ट से मुक्त किया। माना जाता है कि चंद्रमा आज भी प्रयाग में मंदिर के आसपास अमृत की वर्षा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो जातक श्रद्धापूर्वक सोमेश्वरनाथ की पूजा करते हैं, उन्हें मानसिक पीड़ा और शारीरिक रोगों से मुक्ति मिलती है।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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जय राज यादव

दिल्ली
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

आगरा
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मुकुल राज

लखनऊ
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सुनील कुमार सैनी

चंडीगढ़
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों