
जानिए मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि, आज का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और व्रत-त्योहार से जुड़ी खास जानकारी।
24 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत मंगलकारी माना गया है। इस दिन श्रद्धा और भक्ति से की गई पूजा, व्रत या दान से जीवन में शांति, सौभाग्य और समृद्धि आती है। कहा जाता है कि आज के दिन की साधना से देवी-देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि 24 नवंबर 2025 को कौन-सा व्रत या त्योहार है और यह दिन धार्मिक दृष्टि से क्यों महत्वपूर्ण है? 24 नवंबर 2025, सोमवार के दिन शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। यह दिन मृगशिरा मास के हेमंत ऋतु में आता है और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से विनायक चतुर्थी मनाई जाती है, जो भगवान गणेश को समर्पित है।
तिथि: शुक्ल पक्ष चतुर्थी – रात 9:23 बजे तक
नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा – रात 9:54 बजे तक
योग: शूल – दोपहर 12:37 बजे तक
करण: वणिज – सुबह 8:25 बजे तक
वार: सोमवार (सोम देव का दिन)
मास: मृगशिरा (अमान्त और पूर्णिमांत)
विक्रम संवत: 2082 (कालियुक्त)
शक संवत: 1947 (विश्ववासु)
सूर्य राशि: वृश्चिक
चंद्र राशि: धनु
दिशाशूल: पूर्व
चंद्र निवास: पूर्व
ऋतु: हेमंत
आयन: दक्षिणायन
शुभ मुहूर्त: 11:24 AM से 12:06 PM
राहुकाल: 7:43 AM से 9:04 AM
गुलिक काल: 1:06 PM से 2:27 PM
यमघंट काल: 10:25 AM से 11:45 AM
सूर्योदय: 6:22 AM
सूर्यास्त: 5:09 PM
चंद्रोदय: 9:47 AM
चन्द्रास्त: 8:19 PM
विनायक चतुर्थी: यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है। गणेश जी को विघ्नहर्ता माना जाता है। इस दिन उनकी पूजा और उपासना से सभी कार्यों में सफलता और बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
पूजा और दान: इस दिन दही, मोदक, फल और वस्त्र दान करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
स्नान और व्रत: सोमवार होने के कारण व्रत रखने और सुबह स्नान कर पूजा करने से स्वास्थ्य, भला और शांति प्राप्त होती है।
प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
घर या मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
दीपक जलाएं, पुष्प, अक्षत और मोदक अर्पित करें।
“ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
व्रत रखें या फलाहार करें और दिनभर भक्ति में समय बिताएं।
शाम के समय आरती करें और भगवान गणेश से सुख, समृद्धि और बाधा निवारण की प्रार्थना करें।
24 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है। विनायक चतुर्थी के उपलक्ष्य में गणेश जी की पूजा और व्रत करने से जीवन में सफलता, समृद्धि और बाधाओं से मुक्ति प्राप्त होती है। इस दिन दान और भक्ति करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और आध्यात्मिक ऊर्जा का विकास होता है।
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