
छठ पूजा के दौरान मेहंदी लगाने के फायदे और महत्व जानें
छठ पूजा एक सादगी भरा पर्व है, जिसमें कई चीजों का विशेष ध्यान रखना होता है। इस पर्व को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं, जैसे क्या इस पर्व में साज श्रृंगार करना चाहिए या नहीं? इस पर्व में मेंहदी लगा सकते हैं या नहीं? ऐसे ही कई सवाल खासकर महिलाओं के मन में घूमते रहते हैं। तो आइए इस आर्टिकल में हम यही जानने की कोशिश करेंगे।
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है, जिसे बिहार और झारखंड में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान महिलाएं खासतौर पर सज-धजकर सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करती हैं। मेहंदी लगाना इस सजावट का एक अहम हिस्सा है।
छठ पूजा पर मेहंदी लगाना एक खूबसूरत परंपरा है। यह न केवल महिलाओं को सुंदर बनाती है बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। आप अपनी पसंद के अनुसार मेहंदी का डिजाइन चुन सकती हैं और इस पवित्र त्योहार को और अधिक खास बना सकती हैं।
मेहंदी हाथों को सजाती है और महिलाओं को और अधिक खूबसूरत बनाती है।
मेहंदी को शुभ माना जाता है। इसे लगाने से सौभाग्य और खुशी आती है, ऐसा माना जाता है।
छठ पूजा के दौरान मेहंदी लगाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
कुछ लोग मानते हैं कि मेहंदी लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
Did you like this article?
देवशयनी एकादशी 2026: जानें इस शुभ तिथि की पूजा विधि, व्रत कथा और आध्यात्मिक महत्व। देवशयनी एकादशी कब है, इसका धार्मिक महत्त्व और व्रत से मिलने वाले पुण्य लाभ यहाँ विस्तार से पढ़ें।
वैकुण्ठ एकादशी 2025: इस विशेष दिन के बारे में जानें, तिथि, पूजा विधि, और भगवान विष्णु के आशीर्वाद से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी।
पौष पुत्रदा एकादशी 2025 कब है? जानिए इस खास दिन के बारे में, जब संतान सुख प्राप्ति के लिए भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।