चैत्र नवरात्रि आरम्भ - कब करें घटस्थापना
हिन्दू धर्म में आदिशक्ति माँ दुर्गा की आराधना का महापर्व नवरात्रि बेहद उत्साह और आस्था के साथ मनाया जाता है, जिसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। वर्ष में आने वाली चारों नवरात्रि में से चैत्र मास में मनाई जाने वाली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि कहा जाता है।
आइये अब जानते हैं-
- चैत्र प्रतिपदा तिथि व घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
- कब होगी देवी के किस रूप की पूजा?
- इस नवरात्रि पर बनने वाले अद्भुत ग्रह नक्षत्र संयोग!
1. चैत्र प्रतिपदा तिथि व घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
- प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ - 21 मार्च 2023 को 10:52 PM पर
- प्रतिपदा तिथि समाप्त - 22 मार्च 2023 को 08:20 PM पर
इस नवरात्रि में घटस्थापना मुहूर्त प्रतिपदा तिथि पर द्वि-स्वभाव मीन लग्न के दौरान होगा।
- मीन लग्न प्रारम्भ -22 मार्च 2023 को 06:00 AM पर
- मीन लग्न समाप्त -22 मार्च 2023 को 07:11 AM पर
2. कब होगी देवी के किस रूप की पूजा (चैत्र नवरात्रि कैलेंडर)
- 22 मार्च, पहला दिन - प्रतिपदा, घटस्थापना, मां शैलपुत्री पूजा
- 23 मार्च, दूसरा दिन- द्वितीया, मां ब्रह्मचारिणी पूजा
- 24 मार्च, तीसरा दिन- तृतीया, मां चंद्रघंटा पूजा
- 25 मार्च, चौथा दिन - चतुर्थी, मां कुष्मांडा पूजा
- 26 मार्च, पांचवां दिन - पंचमी, मां स्कंदमाता पूजा
- 27 मार्च, छठा दिन - षष्ठी, माता कात्यायनी पूजा
- 28 मार्च, सातवां दिन - सप्तमी, मां कालरात्रि पूजा
- 29 मार्च, आठवां दिन - दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा,
- 30 मार्च, नौवां दिन - रामनवमी, माँ सिद्धिदात्री पूजा
- 31 मार्च, दसवां दिन - दशमी, चैत्र नवरात्रि का पारण
इस नवरात्रि पर बनने वाले अद्भुत ग्रह नक्षत्र संयोग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार की चैत्र नवरात्रि पर ग्रह नक्षत्रों का एक अत्यंत दुर्लभ व अद्भुत संयोग बन रहा है। इस दौरान शनि एवं मंगल ग्रह मकर राशि में स्थित रहेंगे। इसके साथ ही गुरु एवं शुक्र ग्रह कुंभ राशि में होंगे और मीन राशि में सूर्य और बुध ग्रह की उपस्थिति के कारण बुधादित्य योग बनेगा। इसके अतिरिक्त, मेष राशि में चंद्रमा, वृषभ राशि में राहु और वृश्चिक में केतु ग्रह विराजमान रहेंगे।
इसके अलावा, इन 9 दिनों में रवि पुष्य नक्षत्र, सर्वार्थसिद्धि योग एवं रवि योग भी बनेगा। इसके कारण ये नवरात्रि अत्यंत शुभ मानी जाएगी। इस समय जातक द्वारा की गई देवी उपासना एवं दान पुण्य से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।
तो दोस्तों यह थी चैत्र नवरात्रि के 'शुभ मुहूर्त' एवं 'घटस्थापना मुहूर्त' से जुड़ी जानकारी। ऐसी ही धार्मिक जानकारियों के लिए बने रहिए श्री मंदिर पर।